पूर्वोत्तर भारत का अरुणाचल प्रदेश हमेशा से ही देश के अनन्वेषित (अनिक्स्प्लॉर्ड) स्थलों में रहा है। इसके पीछे का कारण यातायात और कनेक्टिविटी की कमी है। लेकिन इसके बावजूद इस पर्वतीय राज्य की प्राकृतिक खूबसूरती को नकारा नहीं जा सकता है। अरुणाचल प्रदेश पर्यटन के लिहाज से एक समृद्ध भूखंड है, यहां घूमने फिरने और देखने के लिए कई शानदार स्थल मौजूद है। जायकेदार व्यंजनों से लेकर आप यहां शानदार बायोडायवर्सिटी स्पॉर्ट्स का भी आनंद उठा सकते हैं।
एक ट्रैवलर की यात्रा को यादगार बनाने के लिए यहां बहुत कुछ उपलब्ध है। यहां के जलप्रपात भी सैलानियों को काफी ज्यादा प्रभावित करते है। इस लेख में माध्यम से आज हमारे साथ जानिए अरुणाचल प्रदेश के चुनिंदा सबसे खास जलप्रपातों के बारें में, जिन्हें आप अपनी पूर्वोत्तर की यात्रा डायरी का हिस्सा बना सकते हैं।
नूरानंग जलप्रपात
PC- Sdasamdabad
अरुणाचल प्रदेश के जलप्रपातों की सैर आप यहां से सबसे प्रसिद्ध नूरानंग फॉल से कर सकते है। यह झरना राज्य का लोकप्रिय पर्यटन स्थल गिना जाता है। 100 मीटर की अपनी ऊंचाई के साथ यह निस्संदेह पूर्वोत्तर भारत में सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है। इस जलप्रपात को बोंग-बोंग फॉल्स के नाम से भी जाना जाता है। नूरानंग जलप्रपात बोमडिला और तवांग को जोड़ने वाली सड़क के पास जंग से कुछ कि.मी की दूरी पर स्थित है। जलप्रपात के आधार पर एक छोटा विद्युत संयंत्र भी लगाया गया है। तवांग नदी से जुड़ा यह जलप्रपात चट्टानी पहाड़ियों की ढलान के माध्यम से नीचे गिरता है। जिसकी आवाज बहुत दूर से भी सुनी जा सकती है। इस झरने का नाम एक नूरा नाम की एक मोन्पा लड़की पर पड़ा है, जिसने 1 9 62 के भारत-चीन युद्ध के दौरान एक भारतीय सैनिक की मदद की थी।
इसके अलावा इसके दृश्यों को बॉलीवुड की फिल्मों में भी दर्शाया गया है, अगर आपको फिल्म कोयला याद है, तो उसमें एक गीत की पृष्ठभूमि के लिए इस जलप्रपात का चयन किया गया था। यह एक खास झरना है, आपको यहां जरूर आना चाहिए।
बिरसा मुंडा झरना
नूरानंग जलप्रपात के अलावा भी आप अरूणांचल प्रदेश के अन्य जलप्रपातों की सैर का प्लान बना सकते हैं। आप यहां के बिरसा मुंडा झरने की सैर सकते हैं। यह जलप्रपात राज्य के मेचुका जाने वाले रास्ते के दौरान पड़ता है। हालांकि यह एक अज्ञात झरना, जिसके विषय में अधिकांश ट्रैवलर नहीं जानते हैं। यहां तक आप स्थानीय निवासियों की मदद से पहुंच सकते हैं। प्राकृतिक खूबसूरती के मध्य बसा यह झरना आत्मिक और मानसिक शांति का अनुभव कराता है।
खासकर प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए यह एक आदर्श जगह है। अगर आप अज्ञात स्थलों की सैर के साथ रोमांच का शौक रखते हैं, तो यहां जरूर आएं। बिरसा मंडा जलप्रपात की खूबसूरत आपको सच में वशीभूत कर लेगी।
बाप तेंग कांग
अगर आप अपने पर्यटन क्षेत्र का विस्तार करना चाहते हैं तो अरुणांचल प्रदेश के तवांग से 82 कि.मी की दूरी पर स्थित बाप तेंग कांग जलप्रपात की सैर का प्लान बना सकते हैं। 100 फीट की ऊंचाई वाला यह झरना यहां के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक है, जहां सैलानी जाना पसंद करते हैं। यह झरना प्रकृति प्रेमियों को अपने अद्भुत दृश्यों के साथ आकर्षित करता है।
इस जलप्रपात को बीटीके वॉटरफॉल के नाम से भी प्रसिद्ध है। यहां साफ पानी आपको नहाने के लिए जरूर मजबूर करेगा। एक शानदार अनुभव के लिए आप इस स्थल को अपनी यात्रा डायरी का हिस्सा बना सकते हैं।
सिर्की जलप्रपात
बिरसा मुंडा जलप्रपात की तरह है, सिर्की जलप्रपात भी एक अज्ञात झरना है, जहां ज्यादातर ट्रैवलर पहुंच ही नहीं पाते। यह जलप्रपात राज्य के पासीघाट मे स्थित है। यह एक खास स्थल है, जहां आप प्राकृतिक नजारों का लुत्फ उठाने के साथ-साथ ट्रेकिंग, हाइकिंग, पिकनिक जैसी रोमांचक गतिविधियों का भी आनंद उठा सकते हैं। इसके अलावा एडवेंचर के शौकीन यमबंग और सिर्की से पासीघाट तक राफ्टिंग का रोमांचक अनुभव भी ले सकते हैं। अपनी अरुणांचल प्रदेश की यात्रा को यादगार बनाने के लिए आप यहां जरूर आएं।
जलप्रपातों की अलावा : गंगा झील
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जलप्रपातों के अलावा आप यहां जलीय आकर्षणों में राज्य की गंगा झील की सैर का प्लान भी बना सकते हैं। यह एक प्रसिद्ध झील है, जो राजधानी शहर इटानगर से कुछ ही कि.मी की दूरी पर स्थित है। इस झील को इसके आसपास का प्राकृतिक माहौल खास बनाने का काम करता है। यहां की पहाड़ियां इस झील को जीवंत रूप प्रदान करती है। पर्यटन को ध्यान में रखते हुए यहां बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध है। एक शानदार अनुभव के लिए आप यहां आ सकते हैं।