भारत एक ऐसा देश है जहां पर खान को सिर्फ यात्रा का एक हिस्सा नहीं बल्कि पूरी यात्रा समझा जाता है। भारत के नेशनल हाइवों पर ऐसी जगहें हैं जहां पर आपको स्वादिष्ट खाना खाने को मिल जाएगा। देश के प्रमुख शहरों को जोड़ने वाले इन नेशनल हाइवों पर आधी रात को भी खाना मिलता है। सड़क मार्ग द्वारा यात्रा करने वाले हर यात्री को इन जगहों पर रूक कर खाना ही पड़ता है तभी जाकर उनकी यात्रा पूरी मानी जाती है।
पिछले कुछ सालों में ऐसे कई रोडसाइड ईटिंग प्वाइंट्स काफी पॉपुलर हुए हैं। इनमें से कुछ में तो घर पर बना खाना मिलता है जोकि लंबे समय से घर से दूर रहे ट्रक ड्राइवर्स के लिए किसी जन्नत से कम नहीं हैं।
भारत में इन रोडसाइड ईटरीज़ को ढाबा कहा जाता है और अब तो ये हर रोड ट्रिप का एक खास हिस्सा बन चुके हैं। पर्यटक और ट्रैवलर्स अपनी यात्रा के दौरान इन ढाबों पर आकर जरूर रूकते हैं। इनमें से कुछ तो अब खुद ही एक डेस्टिनेशन बन चुके हैं।
किसी भी रोड ट्रिप की सबसे खास यादें हमेशा इन हाइवे ढाबों पर ही बनती हैं। इन छोटे से रोडसाइड ईटरीज़ पर आपको देसी खाने का स्वाद मॉडर्न इंटीरियर में मिलेगा। हां, यहां पर खाने की क्वालिटी को लेकर आपको चिंता करने की बिलकुल भी जरूरत नहीं है।
इनमें से अधिकतर ढाबों में फैंसी फर्नीचर या मॉडर्न सजावअ नहीं है बल्कि ये पारंपरिक झोपड़ी की तरह ही हैं जहां पर मिट्टी के बर्तनों में खाना मिलता है। अब आप समझ ही सकते हैं कि मिट्टी के बर्तन में खाने का स्वाद कितना बढ़ जाता होगा।
इनमें से कुछ शानदार ढाबे भारत के प्रमुख हाइवे पर स्थित हैं। अधिकांश ढाबे, अब बहुत बड़े बन चुके हैं जहां सभी प्रकार के यात्रियों को पूरी तरह से सफेद मक्खन के साथ सरल देहाती स्वाद का खाना परोसा जाता है।
यहां आपको देसी घी में बने आलू के पराठे चारपाई पर बैठकर खाने को मिलेंगे। अगर आप भारत के इन प्रमुख राजमार्गों में से किसी पर भी यात्रा कर रहे हैं, तो अपनी गाड़ी को रोक कर इन ढाबों पर खाना जरूर खाएं।
मिस्टर संजय ढाबा
श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर इस मामूली कंक्रीट की झोंपड़ी पर भूख को शांत करने के लिए मुंह में पानी ला देने वाला स्वादिष्ट खाना मिलता है। संजय ढाबे पर ट्रक ड्राइवर्स, बाइकर्स और यहां से गुज़रने वाले सभी पर्यटक आकर खाना जरूर खाते हैं।
इस ढाबे का लुक ज्यादा खास नहीं है लेकिन यहां पर आपको खाना इतना ज्यादा स्वादिष्ट मिलेगा कि आपका मन बार-बार यहां आने का करेगा। मक्खन में डूबे 'आलू के परांठे' और ताजा बनी 'गोबी की सब्जी' सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले व्यंजनों में से एक हैं। यहां की सुगंधित ब्लैक टी पीना ना भूलें। हिमालय के पहाड़ों और घाटियों के प्राकृतिक वैभव के बीच एक बढ़िया भोजन का आनंद यहां ले सकते हैं।
कहां पर है: श्रीनगर-लेह हाईवे
क्या खाएं: आलू परांठा, गोभी की सब्जी, ब्लैक टी
कीमत: दो के लिए 300 रुपए।
शर्मा ढाबा
शर्मा ढाबा उन रोडसाइड ईटिंग प्वाइंट में से एक है जो सीकर से जयपुर हाइवे पर पड़ता है। राजस्थानी खाने के लिए इस ढाबे पर पर्यटकों की हमेशा भीड़ लगी रहती है।
इस ढाबा के प्रमुख प्रामाणिक राजस्थानी व्यंजन ताजी सामग्री से बनाए जाते हैं। आन वाले पर्यटकों और मेहमानों का भी यहां पर खूब आतिथ्य-सत्कार किया जाता है। यहां का प्रसिद्ध 'मावा नान' या 'मावा रोटी' ताजे गाय के दूध से बनाया जाता है। इस ढाबे का खाना इतना ज्यादा स्वादिष्ट है कि एक बार आने के बाद आपका मन बार-बार यहां आने का करेगा।
कहां पर है: सीकर-जयपुर हाईवे
क्या खाएं: मिस्सी रोटी, मावा नान
कीमत: दो लोगों के लिए 500 रुपए।
समरोह इन दिस ढाबा
अगर आप पूर्व में किसी लंबी सड़क यात्रा पर हैं, तो समरोह इन दिस ढाबे पर स्वादिष्ट भोजन का स्वाद जरूर चखें। तेजपुर के रास्ते में भोमोरगुरी और सोनितपुर के बीच यह ढाबा असम के अलग-अलग व्यंजन परोसता है। इसके मैन्यू और रंग-बिरंगी सजावट और आसपास के हरे-भरे वातावरण को देखकर आपका मन और पेट दोनों ही भर जाएंगे।
यहाँ की सबसे टेस्टी डिशेज़ में पिजन करी और आलू पिटिका शामिल हैं। घर जैसे बने इस ढाबे पर आकर आपका मन यहां से जाने का नहीं करेगा। ये ढाबा-कम-रेस्टोरेंट अपने अलग मसालों से बने स्वादिष्ट खाने के लिए मशहूर है।
कहां पर है: कोलिभोमोरा ब्रिज के पास, तेजपुर, असम
क्या खाएं: पिजन करी, आलू पिटिका
कीमत: दो लोगों के लिए 350 रुपए।
सन्नी दा ढाबा
पुणे से लोनावला के हाइवे पर सन्नी दा ढाबा पड़ता है। इस जगह पर हर समय पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। इस छोटे-से ईटरी प्वाइंट का खाना आपको जिंदगीभर याद रहेगा। सड़क के किनारे टीन की छत के नीचे बने इस ढाबे पर सजी हुई टेबल रखी हुई हैं जहां पर आपको भारतीय खाना परोसा जाता है।
इस जगह की सबसे स्वादिष्ट डिशेज़ में रजोली कबाब और तंदूरी पोमफ्रेट है। यहां की गरमागरम जलेबी खाना भी ना भूलें। सड़क के किनारे बने इस छोटे से ढाबे पर आकर आपकी यात्रा सफल हो जाएगी।
कहां पर है: एनएच 4, लोनावला
क्या खाएं: तंदूरी पोमफ्रेट, रजोली कबाब
कीमत: दो लोगों के लिए 1700 रुपए।