भोपाल से 414 कि.मी की दूरी पर स्थित ग्वालियर भारत के ह्रदय राज्य मध्यप्रदेश का एक महत्वपूर्ण प्राचीन शहर है , जिसका इतिहास कई वर्षों पुराना है। यहां कई राजवंशों (गुर्जर, प्रतिहार, तोमर, कछवाहा) का शासन रह चुका है, एक बृहद अतीत के साथ ग्वालियर आज भी अपने गौरवशाली अतीत के लिए जाना जाता है। अतीत से जुड़ी कई खबसूरत प्राचीन संरचनाओं को (स्मारक, महल, किले) आज भी यहां देखा जा सकता है।
इस शहर के नाम के पीछे भी एक बड़ी दिलचस्प कहानी है, माना जाता है कि यहां कभी किसी सूनसेन नाम के राजा का शासन चल करता था, एक दिन वे गंभीर रूप से बीमार पड़ गए थे, जिनका उपचार ग्वालिपा नामक संत किया था। माना जाता कि उस संत के सम्मान में इस शहर का नाम ग्वालियर रखा गया था।
यहां के मुख्य पर्यटन स्थलों में जयविलास महल, तानसेन स्मारक, गोपाचल पर्वत, रानी लक्ष्मीबाई स्मारक, विविस्वान सूर्य मंदिर आदि शामिल हैं। पर्यटन के लिहाज से यह शहर काफी ज्यादा मायने रखता है। लेकिन इस लेख में हम ग्वालियर के निकटवर्ती कुछ खास हिल स्टेशन की बात करेंगे, जो अपनी मनमहोक आबोहवा के लिए जाने जाते हैं। जानिए ये स्थल आपको किस प्रकार आनंदित कर सकते हैं।
पचमढ़ी
PC- Twinkle Bhaisare
आप ग्वालियर से पचमढ़ी की सैर का प्लान बना सकते हैं। समुद्र तल से 1067 फीट की ऊंचाई पर स्थित पचमढ़ी राज्य का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जहां की सैर करना पर्यटकों को काफी पसंद है। इस स्थल की प्राकृतिक खूबसूरती को देखते हुए इसे सतपुड़ा की रानी कहा जाता है। कुदरती आकर्षणों से भरा यह स्थल आपकी यात्रा को रोमांचक बनाने के लिए एक उपयुक्त विकल्प है।
यहां मौजूद प्राचीन गुफाएं, जलप्रपात, और वनस्पतियां इसे ग्वालियर के निकटवर्ती खास हिल स्टेशन बनाते हैं। ग्वालियर से यहां तक दूरी लगभग 537 कि.मी की है। बी फॉल्स, पांडव गुफा, जाता शंकर गुफा, महादेव हिल्स,हांडी खो आदि यहां देखने लायक जगह हैं।
मांडू
PC- Bernard Gagnon
आप ग्वालियर से लगभग 599 कि.मी का सफर तय कर मांडू की यात्रा का प्लान बना सकते हैं। मांडू, मध्य प्रदेश का एक पहाड़ी शहर है, जो समुद्र तल से लगभग 2079 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। दरअसल मांडू एक प्राचीन शहर है, जो अपने गौरवशाली अतीत और उससे जुड़ी प्राचीन संरचनाओं के लिए जाना जाता है। यहां के महल, किलों और अन्य स्मारकों को देखने के लिए विश्व भर से पर्यटकों का आगमन होता है। एक शानदार यात्रा के लिए आप ग्वालियर से मांडू का प्लान बना सकते हैं। यहां के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में आप बाज बहादूर महल, जहाज महल, हिंडोला महल, रानी रूपमती का मंडप, जामा मस्जिद, होशांग शाहर का मकबरा शामिल है।
लक्ष्मण पहाड़ी
ग्वालियर से एक रोमांचक यात्रा के लिए आप आप चित्रकूट आ सकते हैं। चित्रकूट एक ऐतिहासिक स्थल है, और माना जाता है कि भगवान राम के भाई लक्ष्मण का यहां आगमन हुआ था। यहां एक पहाड़ी है, जहां से खूबसूरत प्राकृतिक नजारों का आनंद लिया जा सकता है, जिसका नाम है, लक्ष्मण पहाड़ी। यह स्थल प्राकृतिक और धार्मिक रूप से काफी ज्यादा मायने रखता है। ग्वालियर से इस स्थल की दूरी 392 कि.मी की है। यहां के पर्यटन आकर्षणों में आप चित्रकूट जलप्रपात, मारफा, रामघाट, मिलाप मंदिर, जानकी कुंड, हनुमान धारा आदि को देख सकते हैं।
अमरकंटक
PC- R Singh
अगर आप चाहें तो ग्वालियर से अमरकंटक का प्लान बना सकते हैं। अमरकंटक एक धार्मिक स्थल है, जो प्राकृतिक रूप से भी काफी खास माना जाता है। यहां वर्षभर भारी संख्या में पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है। यह स्थल मध्य प्रदेश के चुनिंदा आध्यात्मिक केंद्रों में भी गिना जाता है। यहां का दिव्य वातावरण अपार मासनिक और आत्मिक शांति प्रदान करता है।
यह स्थल 1000 मीटर की ऊंचाई पर बसा है, और पर्यटन के लिए काफी खास माना जाता है। नर्मदा नदी इस स्थल को खास बनाने का काम करती है। यहां के पर्यटन आकर्षणों में आप अमरकंटक मंदिर, कपिलधारा फॉल्स, सोनमुड़ा, पातालेश्वर मंदिर आदि को देख सकते हैं।
पातालकोट
PC- Rohkya
उपरोक्त स्थलों में आप ग्वालियर से पातालकोट की सैर का प्लान बना सकते हैं। घने जंगल और पहाड़ियों से घिरा यह स्थल प्रकृति के शानदार दृश्यों को प्रदर्शित करने का काम करता है। यह स्थल समुद्र तल से 3250 कि.मी की दूरी पर स्थित है, जहां आप एक शानदार अवकाश के लिए आ सकते हैं। ग्वालियर से यहां तक की दूरी मात्र 567 कि.मी की है। यहां आने का सबसे आदर्श समय सितंबर से लेकर फरवरी के मध्य तक है। यहां का निकटवर्ती रेलवे स्टेशन भोपाप है, जहां से आप आसानी से प्राइवेट टैक्सी के जरिए पहंच सकती है।