यंगस्टर्स को एडवेंचर करना बेहद पसंद होता है। ऐसे में वे हमेशा ही किसी पहाड़ी या किसी झील के पास की यात्रा प्लान कर लेते हैं, जहां जाकर वे अपने ट्रेक पर 'एडवेंचर स्पोर्ट्स ट्रिप' का आनंद लेते हैं। लेकिन आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से एक अलग प्रकार के ट्रेक के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां जाकर आप प्रकृति के हरे-भरे माहौल में अपनी जिंदगी को जी पाएंगे।
आपने कभी मोगली देखा है, एक छोटा बच्चा जो जंगल में जानवरों के बीच रहता है और वही अपना जीवन-यापन करता है। अब तो आप समझ ही गए होंगे ना कि किस ट्रेक की बात कर रहे हैं। लेकिन अगर अब भी आप नहीं समझे तो हम आपको बता रहे हैं। हम 'जंगल ट्रेक' की बात कर रहे हैं। भारत में कई ऐसे जंगल है, जहां आप ट्रेकिंग कर सकते हैं और प्रकृति को करीब से महसूस कर सकते हैं।
नेत्रावली वन्यजीव अभ्यारण्य, गोवा
नेत्रावली वन्यजीव अभ्यारण भारत के गोवा राज्य में स्थित हैं। गोवा का प्रसिद्ध झरना नेत्रावली भी इसी अभ्यारण के अंतर्गत आता है। इसके चारो तरफ कई अभ्यारण (डांडेली अंशी टाइगर रिजर्व, भगवान महावीर अभ्यारण्य, कोटिगाओ वन्यजीव अभ्यारण्य, मोल्लेम नेशनल पार्क, मेडी वन्यजीव अभ्यारण्य और भीमगढ़ वन्यजीव अभ्यारण्य) फैले हुए हैं, जहां ट्रेकिंग की जा सकती है। यहां एक बारहामासी झरना हैं, जोकि यहां के जीव-जंतुओं के जीवन-यापन के लिए एक आदर्श स्थान हैं। यहां आप ट्रेक कर सकते हैं और यहां प्राकृतिक हरियाली को करीब से निहार सकते हैं।
पाली वाटरफॉल ट्रेक, गोवा
गोवा में काफी स्थान है, जो आपको अपनी सुंदरता के कारण आकर्षित करते हैं। इनमें से ही एक है पाली वाटरफॉल ट्रैक, जो घने जंगलों के बीच से होकर गुजरता है। यहां बहुत सारे जंगली व खतरनाक जानवर और जहरीले सांप पाए जाते हैं, जिनमें कोबरा भी शामिल है। ऐसे में यहां ट्रेक करना काफी चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन आप अगर जंगल प्रेमी है और प्रकृति से लगाव रखते हैं तो आपको यहां जरूर जाना चाहिए।
सीताबनी ट्रेक, उत्तराखंड
उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित सीताबनी ट्रैक पर्यटकों के बीच में काफी चर्चित स्थान है। इस ट्रेक की शुरुआत सीताबनी मंदिर से होती है, जो भोला मंदिर पर जाकर खत्म हो जाती है। यहां आपको हाथी, शेर और भालू देखने को मिल जाएंगे। उत्तराखंड के वादियों में बसे इस ट्रेक की सुंदरता देखने लायक है।
मुदुमलाई वन्यजीव अभ्यारण्य, तमिलनाडु
नीलगिरी पहाड़ियों पर बसा मुदुमलाई वन्यजीव अभ्यारण्य दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य स्थित एक खूबसूरत राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य है। प्रकृति प्रेमियों से लेकर एडवेंचर के शौकीन यहां एक शानदार समय बिता सकते हैं। यहां से लगभग 40 किमी दूर स्थित पायकारा झील एक आकर्षक टूरिस्ट डेस्टिनेशन है, जहां सैर करना पर्यटकों को पहली पसंद जैसी होती है। अगर आप भी प्रकृति प्रेमी हैं तो आप यहां ट्रेक के लिए जरूर जाएं।
तल्ली घाटी, अरुणाचल प्रदेश
जीरो वैली से करीब 32 किमी दूर स्थित तल्ली घाटी एक बेहद ही खूबसूरत जगहों में से एक है। इसे साल 1995 में स्थापित किया गया था। यहां विभिन्न वनस्पतियों और जीवों की एक विशाल विविधता देखने को मिलती है। यह वैली अरुणाचल प्रदेश खूबसूरत जगहों में से एक है। यहांं आप जंगली जीवन को करीब से देख पाएंगे।
अगुम्बे रिजर्व फॉरेस्ट, कर्नाटक
अगम्बे रेनफॉरेस्ट रिसर्च स्टेशन दक्षिण भारत के मध्य पश्चिमी घाट में स्थित एक क्षेत्र आधारित संरक्षण और अनुसंधान संगठन है। इसमें सोमेश्वर, मूकाम्बिका, भद्रा, और शरवती वन्यजीव अभयारण्य, कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान, और कुंदनपुर, शंकरनारायण, होसानगरा, श्रिंगेरी और थिरथहल्ली के आसपास के जंगल भी शामिल है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता आपको इसकी ओर आकर्षित करेगी।
चेम्बरा पीक ट्रैक, केरल
जब कभी भी आपको चाय-कॉफी के बागानों के साथ-साथ प्राकृतिक सुंदरता व हरे-भरे जंगल देखने का मन हो तो बेझिझक होकर केरल के वायनाड में स्थित चेम्बरा ट्रैक पहुंच सकते हैं। यहां आने के लिए आपको वन विभाग से अनुमति लेनी पड़ती है। यहां रात में ट्रेकिंग करना मना है।
इसके अलावा यहां पर काफी ट्रेक मौजूद है-
बाणासुर हिल्स
ब्रह्मगिरी पीक ट्रेक
एडक्कल गुफा ट्रेक
तुषारगिरी झरने
माउंट हैरियट नेशनल पार्क, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
माउन्ट हैरियट राष्ट्रीय उद्यान भारत के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है। यह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की सबसे ऊंची चोटी है। वहीं, इस राष्ट्रीय उद्यान के ऊपरी हिस्से से रॉस व नार्थ बे द्वीप और लाइट हाउस दिखाई देता है। ट्रेकिंग करने के साथ-साथ विभिन्न प्रजातियों के चिड़ियों को करीब से देखने के लिए ये एक बहुत ही शानदार जगह है।
तडोबा नेशनल पार्क, महाराष्ट्र
ताडोबा नेशनल पार्क महाराष्ट्र राज्य के चंद्रपुर जिले में स्थित है। अपनी प्राकृतिक विरासत के लिए जाने जाना वाला ताडोबा टाइगर रिजर्व भारत के सर्वश्रेष्ठ संरक्षित टाइगर रिजर्व में से एक है। यहां आप वनस्पतियों और वन्य जीवों के विभिन्न दुर्लभ प्रजातियों को देख सकते हैं। यह पार्क ताडोबा झील, ईराई बांध, मोहरली और खोसला गांव के लिए भी प्रसिद्ध है।
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान को कान्हा टाइगर रिजर्व के नाम से भी जाना जाता है। वर्तमान में ये बाघों के भंडार क्षेत्रों में से एक है। यहां रॉयल बंगाल टाइगर, भारतीय तेंदुओं, सुस्त भालू, बरसिंघा और भारतीय जंगली कुत्ते की महत्वपूर्ण आबादी आप देख सकते हैं। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान को साल 1955 में स्थापित किया गया था।
मध्य प्रदेश में कई उद्यान फैले हुए हैं-
माधव राष्ट्रीय उद्यान - शिवपुरी
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान - उमरिया
जीवाश्म / फॉसिल / घुघवा राष्ट्रीय उद्यान - डिंडोरी
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान - भोपाल
संजय ( डुबरी ) राष्ट्रीय उद्यान - सीधी
पन्ना राष्ट्रीय उद्यान - पन्ना तथा छतरपुर
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान - होशंगाबाद
पेंच राष्ट्रीय उद्यान - सिवनी एवं छिंदवाड़ा
ओमकारेश्वर राष्ट्रीय उद्यान - खंडवा
डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान - धार
पालपुर कूनो राष्ट्रीय उद्यान श्योपुर
मध्यप्रदेश में प्रोजेक्ट टाइगर
व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर , सतना