उत्तर प्रदेश भारत के सबसे प्रसिद्ध राज्यों में से एक है। अब प्रसिद्ध होने का कारण भी है, यहां लोकसभा की 80 सीटें है और विधानसभा की 403, जो बाकी राज्यों की तुलना में सबसे अधिक है। भौगोलिक स्थिति के हिसाब से देखा जाए तो यहां करीब छोटी-बड़ी मिलाकर कुल 31 नदियां बहती है। वैसे इन दिनों यूपी को बुलडोजर बाबा वाला राज्य भी कहा जा रहा है। जानकारी दे दें, बुलडोजर बाबा कोई और नहीं बल्कि यहां के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। खैर इन सब बातों को छोड़िए और आइए, आपको सैर कराते हैं उत्तर प्रदेश की, जो अपने ऐतिहासिक इमारतों, धार्मिक स्थलों व सांस्कृतिक विरासतों के लिए प्रसिद्ध है।
वैसे एक राज की बात बताएं, यूपी अपने भाषा के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है। यहां के लोग बड़े ही मनमौजी होते हैं और दबंगई में तो पूछिए मत। खैर, अब बात करते हैं मेन मुद्दे की, जिसके लिए आप यहां आए हैं, यहां के पर्यटन स्थल के बारे में। कहा जाता है कि यूपी के कुछ शहर ऐसे है, जहां घूमने के बाद आपको कहीं और जाने में वो आनंद नहीं मिलेगा, जो यहां है। इसका मुख्य कारण है कि यहां का अपनापन।
वाराणसी (शिव नगरी या काशी)
काशी नाम सुनते ही आपके मन में भगवान शिव की प्रतिमा चित्रित हो गई ना, कहा था ना यहां की बात ही निराली है। शिव की इस नगरी में कई धार्मिक स्थल है, ये देश की धार्मिक राजधानी भी कही जाती है। यहां आप काशी विश्वनाथ (12 ज्योतिर्लिंगों में से एक), संकट मोचन मंदिर, दुर्गाकुंड मंदिर व तुलसी मानस मंदिर के साथ-साथ कई छोटे-बड़े मंदिर स्थित है। यहां पर दशाश्वमेध घाट की आरती व यहां के घाट काफी प्रसिद्ध है। साथ ही यहां भगवान बुद्ध का पौराणिक स्थल सारनाथ भी है। इसके अलावा यहां की ठंडई, लौंगलता, लस्सी, कचौड़ी विश्व प्रसिद्ध है।
आगरा (ताजनगरी)
ताजनगरी के नाम से प्रसिद्ध आगरा का भी अपना एक अलग ही इतिहास रहा है। यहां दुनियां का सांतवा अजूबा ताजमहल स्थित है, जिसे शाहजहां ने बेगम मुमताज की याद में बनवाया था। इसे प्यार की निशानी भी कहा जाता है। पक्षी प्रेमियों के लिए सुर सरोवर पक्षी विहार व फतेहपुर सीकरी का बुलंद दरवाजा भी यही स्थित है। इसके अलावा यहां का पेठा भी काफी मशहूर है। खासतौर पर कपल्स के लिए यह एक बेस्ट डेस्टिनेशन है। यूपी और दिल्ली वालों के लिए ये एक बेस्ट वीकेंड डेस्टिनेशन साबित हो सकती है।
बहराइच
बहराइच का कतर्निया वन्यजीव अभ्यारण्य यूपी के खास पर्यटन स्थलों में से एक है, जहां जाकर आप प्रकृति के शानदार नजारों को करीब से देख सकेंगे और उन्हें अपने कैमरे में कैद कर सकेंगे। दुधवा टाइगर रिजर्व से जुड़ा होने के कारण यहां आपको चीता देखने को भी मिल जाएगा। यहां टाइगर, हाथी, गैंडे के साथ गिद्ध व कई दुर्लभ प्रजातियों के सांप मिल जाएंगे। यहां बहने वाली गेरुआ नदी काफी साफ-सुथरी है, जहां आप रात भी गुजार सकते हैं।
लखनऊ (नवाबों का शहर)
नवाबों के शहर कहे जाने वाले लखनऊ पूरे यूपी के पर्यटन का केंद्र है। यहां मरीन ड्राइव, जनेश्वर मिश्रा पार्क, बड़ा इमामबाड़ा, भूल भूलैया, आनंदी वाटर पार्क, रूमी दरवाजा, कठौता झील, चिड़ियाघर, हुसैनाबाद क्लॉक टावर के अलावा धार्मिक स्थल में चंद्रिका देवी का मंदिर स्थित है, जहां जाकर आप अपना वीकेंड गुजार सकते हैं। पर्यटन के लिहाज से लखनऊ काफी अच्छी जगह है। ऐसी मान्यता है कि भगवान लक्ष्मण ने इस शहर को बसाया था।
प्रयागराज (संगम नगरी)
प्रयागराज में गंगा, यमुना व सरस्वती का संगम होता है, जिसके चलते इसे संगम नगरी भी कहा जाता है। यहां पर स्थित 'लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर' काफी प्रसिद्ध है। इसके अलावा यहां उत्तर प्रदेश का उच्च न्यायालय व इलाहाबाद किला भी स्थित है।
अयोध्या (राम नगरी)
अयोध्या तो खासतौर पर भगवान राम के जन्मभूमि के रूप में जानी जाती है। यहां भक्तों के लिए भगवान श्री राम का भव्य मंदिर भी बन रहा है, जो बेहद आकर्षक है। यहां का सबसे प्रसिद्ध रामलला मंदिर, नागेश्वरनाथ मंदिर व सरयूं नदी है। इसके अलावा यहां कनक भवन, हनुमानगढ़ी, तुलसी स्मारक भवन, दशरथ भवन, सीता की रसोई, गुप्तर घाट, मणि प्रभात जैसी जगहें भी घूमने लायक है।
मथुरा (कृष्ण नगरी)
भगवान श्री कृष्ण की नगरी कहे जाने वाली मथुरा यमुना नदी के किनारे बसी है। कृष्ण भक्तों के लिए यह एक बेहतर जगह है, यहां श्री कृष्ण के कई मंदिर स्थित है। इसके अलावा यहां का श्री कृष्ण बलराम मंदिर, राधा रानी टेंपल, द्वारकाधीश मंदिर, प्रेम मंदिर, बांके बिहारी मंदिर, श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर, गोवर्धन पर्वत, विश्राम घाट, कुसुम सरोवर व मथुरा म्यूजियम काफी प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है।
झांसी
वैसे तो झांसी रानी लक्ष्मीबाई के लिए जाना जाता है। काशीपुत्री रानी लक्ष्मीबाई ने अपने पति झांसी के राजा गंगाधर राव की मृत्यु के बाद यहां महाराजा गंगाधर राव की छतरी बनवाई, जो आज के समय में झांसी के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। बेतवा और पाहुंच नदियों के तट पर स्थित झांसी में झांसी का किला, ओरछा पैलेस किला, रानी महल, रानी झांसी संग्रहालय, सेंट ज्यूड गिरिजाघर, बरूआ सागर झील, रामराजा मंदिर व चतुर्भुज मंदिर प्रमुख पर्यटन स्थल है।
चित्रकूट
मंदाकिनी नदी के किनारे स्थित चित्रकूट धाम एक ऐसा तपोस्थली है, जहां की मिट्टी, पहाड़, वन और झरने पर्यटकों को इस कदर अपनी ओर आकर्षित करते हैं कि काफी दूर-दूर से सैलानी इसे देखने आते हैं। ऐसा कहा जाता है कि अपने 14 वर्ष के बनवास में से 11 वर्ष भगवान श्रीराम ने माता सीता व लक्ष्मण के साथ यही बिताए थे। यहां जानकी कुंड, हनुमान धारा, स्फटिक शिला, गुप्त गोदावरी, रामघाट, सती अनुसूया आश्रम, कामतानाथ, भरत मिलाप मंदिर, लक्ष्मण पहाड़ी व भरतकूप प्रमुख धार्मिक स्थल है।