अब तक कोई भी पूरे तरीके से प्रकृति और इसकी सम्पूर्णता को समझ नहीं पाया है। हम मानव सिर्फ इसकी शानदार रचना को देख, आश्चर्य हो सकते हैं और इसे सराह सकते हैं। इसको समझना हमारे समझ से बिलकुल ही परे है। उन्हीं प्राकृतिक अनोखे कृतियों में शामिल है चट्टानों का यूनिक तरीके से प्राकृतिक गठन। आपने ज्वालामुखी से गठित हुए चट्टानें और बसॉल्ट चट्टानें देखी ही होंगी पर मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के भेड़ाघाट में आप इन सब से अलग संगमरमर की चट्टानें भी देखेंगे।
भेड़ाघाट
Image Courtesy: Navinsinghwane
जी हाँ, हमने कई संगमरमर के पत्थर का इस्तेमाल होते हुए देखा है और इसके इस्तेमाल से हुए इमारतों के शानदार रूप को भी देखा है। इसका सबसे शानदार और भव्य उदहारण है दुनिया का सबसे प्रसिद्ध और दुनिया के 7 अजूबों में शामिल ताज महल, जिसकी सुंदरता और शिल्पकला की तारीफ करते हम थकते नहीं। तो अब कल्पना करिये संगमरमर के चट्टानों को देखना कैसा होगा? यही वह चीज़ है जो आपको भेड़ाघाट की ओर आकर्षित करती है।
भेड़ाघाट
Image Courtesy: Hsk007in
भेड़ाघाट, जबलपुर से 28 किलोमीटर दूर एक छोटा सा नगर है। यह थोड़ा अनोखा पर 3 प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण के साथ एक खूबसूरत स्थान है। वे 3 प्रमुख आकर्षण हैं, संगममर की चट्टानें, धुआंधार जलप्रपात और चौंसठ योगिनी मंदिर।
संगमरमर की चट्टानें
Image Courtesy: Anshikasjv12
संगमरमर की चट्टानों पर अपनी कल्पना को और बढ़ाइये
नर्मदा नदी का अतुल्य नज़ारा वह भी संगमरमर के चट्टानों से गिरता हुआ, भेड़ाघाट का प्रमुख आकर्षण है। नदी में नाव की सवारी के मज़े लेते हुए इन चट्टानों के अद्भुत गठन को निहारने का मज़ा ही कुछ अलग है। दिलचस्प बात यह है कि ये चट्टान हमें अलग-अलग आकर और जानवरों की तरह नज़र आते हैं। यहाँ तक कि आपके साथ नाव में सवार आपका टूरिस्ट गाइड भी ऐसी चट्टानों को दिखायेगा जो आपको कुछ जाने पहचाने आकर की तरह लगेंगे।
भेड़ाघाट में नौका विहार
Image Courtesy: Sanju71821
आप यहाँ पूर्णिमा की रात पूरे चाँद के नज़ारे में भी नाव की इस शानदार सवारी का मज़ा ले सकते हैं। शांत और शीतल रात में चंद्रमा की शीतलता के नीचे नौका की सवारी करना बहुत सुकून भरा सफर होगा।
धुआंधार जलप्रपात
धुआंधार जलप्रपात का सुन्दर दृश्य भेड़ाघाट के सबसे अच्छे पर्यटक आकर्षणों में से एक है। धुएं की तरह प्रतीत होता यह जलप्रपात, इंद्रधनुष के साथ भेड़ाघाट में एक अद्भुत नज़ारे का निर्माण करता है। मॉनसून के बाद वाले महीने सितम्बर से दिसम्बर, इस जलप्रपात के नज़ारे लेने के लिए सबसे बेहतरीन समय हैं।
धुआंधार जलप्रपात
Image Courtesy: Kojagiri
चौंसठ योगिनी मंदिर
जबलपुर कलाचूरी और गोंड वंश का प्रमुख स्थल हुआ करता था। इन वंशों के समय बनायीं गयीं कई रचनाएँ आज भी इस क्षेत्र में स्थापित हैं। चौंसठ योगिनी मंदिर के अंदर पवित्र स्थान पर भगवान शिव और देवी पारवती जी विराजमान हैं। मंदिर के चारों तरफ लगे हुए 64 योगिनी मूर्तियों के नाम पर ही इस मंदिर का नाम चौंसठ योगिनी मंदिर पड़ा है। अब आप जब भी कभी भेड़ाघाट में हों इस खूबसूरत जगह के नज़ारे लेना न भूलें।
चौंसठ योगिनी मंदिर
Image Courtesy: Varun Shiv Kapur
भेड़ाघाट की यात्रा का सही समय
भेड़ाघाट में नौका विहार सिर्फ अक्टूबर से शुरू होता है। इसलिए भेड़ाघाट की यात्रा का सही समय सितम्बर से अक्टूबर होगा।
भेड़ाघाट पहुंचें कैसे?
ऑटो या कोई निजी कैब जबलपुर से भेड़ाघाट की सैर के लिए सबसे बेस्ट साधन होंगे।
चौंसठ योगिनी मंदिर
Image Courtesy: Varun Shiv Kapur
भेड़ाघाट के सामने रहने की जगह
भेड़ाघाट में रहने के लिए आपके पास ज़्यादा विकल्प नहीं होंगे पर कुछ अच्छे आवास स्थल आपको यहाँ मिल ही जायेंगे। इसके अलावा जबलपुर में तो आपको कई अच्छे ठहरने के लिए जगह मिल ही जाएँगी और आपके सामने कई सारे विकल्प भी होंगे।
जबलपुर में पर्यटक स्थल
मदन महल किला, संग्राम सागर झील, बार्गी बांध जैसे स्थान जबलपुर के कुछ प्रमुख पर्यटक स्थल हैं।
कुछ अनोखे और अलग जगहों की यात्रा आपको कुछ अलग और यूनिक अनुभव देते हैं, तो अगली बार भेड़ाघाट की सुन्दर यात्रा करना न भूलें।
अपने महत्वपूर्ण सुझाव व अनुभव नीचे व्यक्त करें।
Read in English: Marble Rocks, Rainbows and a Temple: Exploring Bhedaghat
Click here to follow us on facebbok.