'ब्लू माउंटेन' के रूप में विख्यात फौंगपुइ भारत के पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम का एक लोकप्रिय शहर है। राज्य का यह आकर्षक पर्यटन गंतव्य अपनी पहाड़ी सौंदर्यता के लिए जाना जाता है। फौंगपुइ मिजोरम की सबसे ऊंची चोटी है। नॉर्थ-ईस्ट भ्रमण के लिए निकले ज्यादातर सैलानी यहां आना पंसद करते हैं। हांलांकि अब भी यह स्थान बहुत से देशी-विदेश ट्रैवलर्स की पहुंच से दूर है। गर्मियों के दौरान यहां का भ्रमण काफी खास माना जाता है।
मिजोरम स्थित फौंगपुइ राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। यह एक संरक्षित क्षेत्र है जो कई दुर्लभ जीव-वनस्पतियों को सुरक्षित आश्रय प्रदान करने का काम करता है। लॉङ्गतलाई जिले में स्थित यह शहर 2160 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। इस खास लेख में जानिए पर्यटन के लिहाज से यह शहर आपके लिए कितना खास है।
क्यों आएं फौंगपुइ ?
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फौंगपुइ खासकर उन सैलानियों के लिए आदर्श स्थान है जो नए गंतव्यों की तलाश में हैं। प्रकृति प्रेमी से लेकर एडवेंचर लवर्स यहां की सैर बिना सोचे कर सकते हैं। यह शहर भौगोलिक दृष्टि से बेहद खास है। साथ ही फौंगपुइ से पौराणिक किवदंतियां भी जुड़ी हैं। किवदंती के अनुसार यह स्थान कभी देवताओं का निवास स्थल हुआ करता था।
इसके अलावा माना जाता है कि फौंगपुइ में अर्ध-गोलाकार चट्टान यहां की सबसे प्रेतवाधित स्थान है। ऐसा माना जाता है कि यह चट्टान दुष्ट आत्माओं से ढकी हुई है। चट्टान में गहराई का पता चलता है। प्रकृती प्रेम के साथ-साथ यह स्थान साहसिक रूप से भी काफी खास है।
शहर के आकर्षण
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चट्टान और ऊंची चोटियों के अलावा फौंगपुइ में पर्यटकों को लुभाने के लिए और भी कई साधन मौजूद हैं। यहां एक प्राकृतिक क्षेत्र है जो लगभग 200 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला हुआ है। घने बांस के जंगलों वाला यह इलाका विभिन्न वनस्पति प्रजातियों के लिए जाना जाता है। यहां की खूबसूरती देखने लायक है। यह स्थान हमेशा रंगबिरंगी तितलियों से भरा रहता।
यहां का मनमोहक वातावरण हमेशा सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। एडवेंचर के प्रेमियों के लिए भी यह स्थान काफी खास माना जाता है। एक यादगार अवकाश के लिए आप परिवार या दोस्तों के साथ यहां की यात्रा का प्लान बना सकते हैं।
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फौंगपुइ नेशनल पार्क
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फौंगपुइ नेशनल पार्क या फौंगपुइ ब्लू माउंटेन नेशनल पार्क पूर्वोत्तर भारत के लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्यानों में गिना जाता है। यह प्राकृतिक गंतव्य मिजोरम के राजधानी शहर आइजोल से लगभग 300 किमी की दूरी पर है। यह नेशनल पार्क मिजोरम के दक्षिणपूर्व की ओर से बर्मा के अपेक्षाकृत काफी निकट है। इर राष्ट्रीय उद्यान का नाम फौंगपुइ चोटी के नाम पर पड़ा है, जिसे ब्लू माउंटेन के नाम से भी जाना जाता है।
यह नेशनल पार्क पूरे पर्वत को घेरे हुए है, जिसमें आरक्षित वन क्षेत्र भी आता है। इस राष्ट्रीय उद्यान में आप दुर्लभ ब्लीथ ट्रैगोपन, बाल्कन, सनबर्ड, डार्क-रंपेड स्विफ्ट, फिजेंट (मिजोरम राज्य पक्षी) आदि देख सकते हैं, इसके अलावा आप यहां पहाड़ी बकरी, बाघ, तेंदुआ, जंगली बिल्ली, सीरो, गोरल, एशियाई काला भालू, स्टंप-पूंछ वाले मैकक और कैप्ड लैंगूर जैसे जंगली जानवरो को भी देख सकते हैं।
फौंगपुई की नोमोत्पत्ति
PC- Yathin S Krishnappa
फौंगपुई को एक पवित्र पर्वत माना जाता है, जिसका नाम लई भाषा से लिया गया है। फौंगोपुई दो शब्दों को मिलकार बना है एक 'फौंग' और दूसरा 'पुई'। 'फौंग' का मतलब होता है घासभूमि या मर्ग और पुई का अर्थ होता है 'महान'।
किसी जमाने में यह पूरा इलाका घास से भरे मर्ग में फैला हुआ था। इस वजह से इसका नाम फौंगपुई पड़ा। धार्मिक मान्यता के अनुसार यहां की पहाड़ी पर 'संगऊ' देवता का निवास है। जिस वजह से यहां पहाड़ी की तलहटी पर बसी एक बस्ती का नाम संगऊ पड़ा।
कैसे करें प्रवेश
फौंगपुई राज्य के लॉङ्गतलाई जिले में स्थित है। जहां आप आसानी से तीनों मार्गों से पहुंच सकते हैं। यहां का नजदीकी हवाईअड्डा लेंगपुई एयरपोर्ट है। रेल मार्ग के लिए आप सिलचर रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं।
इन सब के अलावा आप यहां सड़क मार्गों से भी पहुंच सकते हैं। फौंगपुई राज्य के बड़े शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
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