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क्लीन इंडिया : भारत के टॉप 10 सबसे साफ़ सुथरे और हरे भरे शहर

By Syedbelal

स्वच्छ भारत अभियान, आप इस शब्द से अवश्य ही अवगत होंगे। हाल के दिनों में ये शब्द हर जगह सुनने को मिल रहा है खास तौर से सोशल मीडिया में, जहां देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अथक प्रयासों के चलते ये शब्द बीते कई दिनों से टॉप ट्रेंडिंग है। गौरतलब है की नेता, अभिनेता, खिलाड़ियों से लेके आम आदमी तक आजकल जिसे देखिये उसके हाथ में झाड़ू है और वो अपने गली मुहल्ले की सफाई करने में लगा हुआ है। साथ ही ये भी देखा गया है कि सफाई करने वाले व्यक्ति धड़ल्ले से सोशल मीडिया पर अपनी फोटो अपलोड कर रहे हैं।

कहा जा सकता है कि सेलेब, नेताओं या फिर आम लोगों का झाड़ू लिए हुए अपनी फोटो को सोशल मीडिया पर अपलोड करने का उद्देश्य बस इतना ही है कि ज्यादा से ज्यादा लोग उनसे प्रेरित होकर देशहित में काम कर सकें ताकि भारत एक स्वच्छ राष्ट्र बन सके। आपको बताते चलें कि बीते 2 अक्टूबर 2014 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करी थी।

ज्ञात हो कि स्वच्छ भारत अभियान ' भारत सरकार द्वारा आरम्भ किया गया राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसका उद्देश्य गलियों, सड़कों तथा अधोसंरचना को साफ-सुथरा करना है। तो इसी क्रम में आज अपने इस लेख के जरिये हम आपको अवगत कराने वाले हैं भारत के ऐसे टॉप 10 शहरों से जो जहां एक तरफ बेहद साफ़ सुथरे हैं तो वहीं दूसरी ओर ये अपने में हरियाली को भी संरक्षित करे हुए हैं।

तो अब देर किस बात की आइये जानें भारत के टॉप 10 साफ़ सुथरे शहरों के बारे में गहराई से।

चंडीगढ़

चंडीगढ़

जैसे ही भारत के सबसे साफ़ और हरे भरे शहरों का ज़िक्र होता है चंडीगढ़ का नाम ख़ुद-ब- ख़ुद ज़हन में आ जाता है। ज्ञात हो कि पश्चिमोत्तर भारत में हिमालय की शिवालिक पर्वतमाला की तराई में बसा चंडीगढ़ एक केन्द्रशासित प्रदेश है। साथ ही शहरी डिजाइन व निर्माण के कारण इसे भारत के पहले नियोजित शहर का दर्जा भी दिया जा चुका है।
फोटो कर्टसी - harpreet singh

मैसूर

मैसूर

मैसूर कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी होने के साथ-साथ राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर भी है। दक्षिण भारत का यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल अपने वैभव और शाही परिवेश के लिए जाना जाता है। मैसूर शहर की पुरानी चमक-दमक, खूबसूरत गार्डन, हवेलियां और छायादार स्थल यहां आने वाले पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। 2010 में यूनियन अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा किए गए एक सर्वे में मैसूर को भारत का दूसरा और कर्नाटक का पहला सबसे साफ शहर माना गया।
फोटो कर्टसी - Sudarshan V

सूरत

सूरत

गुजरात राज्य के दक्षिण-पश्चिम में स्थित सूरत आज अपने वस्त्रों और हीरों के लिए जाना जाता है। इस धूमधाम और चमक के पीछे महान ऐतिहासिक महत्व और महिमा का एक शहर है। आपको बता दें कि भारत के किसी भी शहर की तुलना में कढ़ाई मशीनों की अधिकतम संख्या होने के कारण इसे 'भारत की कढ़ाई राजधानी' भी कहा जाता है। एक वैश्विक अध्ययन के अनुसार इसे दुनिया के सबसे तेज़ी से बढ़ते हुए शहरों में चौथे स्थान पर रखा गया है। इन व्यावसायिक पहलुओं के कारण इस शहर को गुजरात की कमर्शियल राजधानी माना जाता है। साथ ही इन सब के बीच आज सूरत का शुमार भारत के सबसे साफ़ शहरों में है।
फोटो कर्टसी - Rahulogy

दिल्ली

दिल्ली

देश की राजधानी दिल्ली का शुमार भारत के दूसरे और विश्व के आठवें सबसे ज्यादा आबादी वाले शहर के रूप में होता है। आपको बताते चलें कि दिल्ली केंट को दिल्ली नगर पालिका द्वारा दिल्ली का सबसे साफ़ और सबसे हरा भरा हिस्सा माना गया है जिसे पूर्व में पुरस्कृत भी किया जा चुका है। यदि आप दिल्ली को ध्यान से देखें तो मिलेगा की चंडीगढ़ और लक्षद्वीप के बाद दिल्ली ही वो स्थान है जहां भौगोलिक रूप में पेड़ अधिक हैं और पेड़ों के मामले में दिल्ली तीसरे नंबर पर है।
फोटो कर्टसी - simranjit singh

तिरुचिरापल्ली

तिरुचिरापल्ली

भारत के तमिलनाडु प्रान्त का एक शहर है। ये शहर प्राचीन काल में चोल साम्राज्‍य का एक महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा रह चुका है । यह स्थान त्रिची के नाम से भी से प्रसिद्ध है। यह श्‍ाहर कावेरी नदी के तट पर बसा हुआ है। यह स्थान विशेष रूप से विभिन्न मंदिरों जैसे श्री रंगानाथस्वामी मंदिर, श्री जम्बूकेश्‍वरा मंदिर और वरैयूर आदि के लिए प्रसिद्ध है। शहर के मध्य से कावेरी नदी गुजरती है। तमिलनाडु के सबसे हरे भरे और साफ़ शहरों में शुमार तिरुचिरापल्ली एक पर्यटक को वो सभी अवसर देता है जिसकी उसे तलाश है।
फोटो कर्टसी - Emmanuel DYAN

गुवाहाटी

गुवाहाटी

पूर्वोत्तर भारत का प्रवेश द्वार गुवाहाटी असम का सबसे बड़ा शहर है। ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे पर स्थित यह शहर प्राकृतिक सुंदरता से ओत-प्रोत है। यहां न सिर्फ राज्य, बल्कि पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र की विविधता साफ तौर पर देखी जा सकती है। संस्कृति, व्यवसाय और धार्मिक गतिविधियों का केन्द्र होने के कारण गुवाहाटी बेहद रंगीन हो उठता है। यहां दशकों से विभिन्न समुदाय , धर्म और क्षेत्र के लोग रहते आए हैं, जिससे यह जगह विविधताओं से भरा पड़ा है। आपको बता दें कि आज गुवाहाटी का भी शुमार भारत के सबसे साफ़ और हरे भरे शहरों में है।
फोटो कर्टसी - Vedanta Barooah

भुवनेश्वर

भुवनेश्वर

भारत के पूर्वी हिस्से में बसा भुवनेश्वर ओडिशा की राजधानी है। यह शहर महानदी के किनारे पर स्थित है और यहां कलिंगा के समय की कई भव्य इमारतें हैं। यह प्रचीन शहर अपने दामन में 3000 साल का समृद्ध इतिहास समेटे हुआ है। कहा जाता है कि एक समय भुवनेश्वर में 2000 से भी ज्यादा मंदिरें थीं। यही वजह है कि इसे भारत का मंदिरों का शहर भी कहा जाता है। भुवनेश्वर पर्यटन के तहत आप प्रचीन समय में ओडिशा में मंदिर निर्माण की कला की झलक देख सकते हैं। दि आप भुवनेश्वर घूमने आ रहे हैं तो हमारा दावा है यहां आपको ऐसा बहुत कुछ मिलेगा जिसकी आपको तलाश है।
फोटो कर्टसी - Coolduds12

शिमला

शिमला

शिमला, एक ख़ूबसूरत हिल स्टेशन है जो हिमाचल प्रदेश की राजधानी है। समुद्र की सतह से 2202 मीटर की ऊँचाई पर स्थित इस जगह को ‘समर रिफ्यूज' और ‘हिल स्टेशनों की रानी' के रूप में भी जाना जाता है। आपको बताते चलें कि यह सुरम्य पहाड़ी क्षेत्र कई कारणों से विभिन्न पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है।
फोटो कर्टसी - roman korzh

देहरादून

देहरादून

दून वैली के रूप में लोकप्रिय, देहरादून, उत्तराखंड राज्य की राजधानी है। गंतव्य समुद्र स्तर से 2100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और शिवालिक पर्वतमाला की तलहटी में स्थित है। आपको बताते चलें कि देहरादून के पूर्व में गंगा नदी बहती है, जबकि यमुना नदी पश्चिम को बहती है। देहरादून का नाम वो शब्दों 'देहरा' अर्थ 'शिविर' और 'दून' अर्थ 'पहाड़ों के तल पर नीची भूमि' शब्दों से उत्पन्न हुआ है। हर साल यहां बड़ी संख्‍या में पर्यटक आते हैं। गौरतलब है कि सुखद मौसम और प्राकृतिक परिवेश ने इस स्‍थान को पर्यटकों के बीच लोकप्रिय बना दिया है।
फोटो कर्टसी - Paul Hamilton

जयपुर

जयपुर

जयपुर, भारत के पुराने शहरों में से एक है जिसे पिंक सिटी के नाम से जाना जाता है। राजस्‍थान राज्‍य की राजधानी कहा जाने वाला जयपुर शहर एक अर्द्ध रेगिस्‍तान क्षेत्र में स्थित है। इस खूबसूरत शहर को अम्‍बेर के राजा महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा बंगाल के एक वास्‍तुकार विद्याधर भट्टाचार्य की मदद से बनाया गया था। यह भारत का पहला शहर है जिसे वास्‍तुशास्‍त्र के अनुसार बनाया गया था। यह जगह हिंदू वास्‍तुकला का एक शानदार उदाहरण है, जो पिथापड़ा रूप यानि आठ भागों के मंडल में बना हुआ है। ज्ञात हो कि जयपुर शहर, अपने किलों, महलों और हवेलियों के विख्‍यात है, दुनिया भर के पर्यटक भारी संख्‍या में भ्रमण करने आते है।
फोटो कर्टसी - Arun Katiyar

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