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दिल्ली से ग्वालियर की यात्रा के दौरान करना ना भूलें इन शहरों की भी यात्रा!

कान्हा की नगरी मथुरा: भगवान कृष्ण की नगरी जहाँ उनके होने का अहसास अब तक होता है। कृष्ण जन्म से लेकर उनके पूरे जीवनकाल तक की घटना आपको अपने आँखों के सामने होती प्रतीत होगी। यहां आप सारे मंदिरों के दर्शन सुबह के समय दिन के 12 बजे तक और शाम को 4 बजे के बाद ही कर सकते हैं। तो एक बार ज़रूर मथुरा होकर आइए और जानिए भगवान कृष्ण की कुछ अनसुनी कहाँनियां।

Krishnajanm Bhumi, Mathura

Image Courtesy:Tripti Verma

अजूबे का शहर आगरा: दुनिया के सात अजूबों में एक ऐसा अजूबा जिसे प्यार की सबसे बड़ी निशानी के नाम से भी जाना जाता है-ताजमहल। भारत के टूरिस्ट्स ही नही फॉरेन के टूरिस्ट्स भी अगर भारत आते हैं तो इस जगह पर अपने प्यार के साथ ज़रूर ही इसके नज़ारों का मज़ा लेते हैं। ताजमहल से बाहर निकल कर कुछ ही दूरी पर है आगरा किला जहाँ से मुगल सल्तनत ने पूरे भारत पर राज किया था। आगरा से ही कुछ 43 किलोमीटर की दूरी पर फतेहपुर सीकरी जहाँ आप देश के सबसे बड़े दरवाज़े बुलंद दरवाज़े को देख सकते हैं जो कि फुटपाथ से 176 फीट ऊँचा है।

Taj mahal, Agra

Image Courtesy:Yann

अभ्यारण्यों का शहर धौलपुर: महाभारत और रामायण की कथाओं का भाग भी है यह शहर। वन्य जीव प्रेमी रामसागर अभ्यारण्य, राष्ट्रीय चंबल (घड़ियाल) वन्यजीव अभ्यारण्य, वन विहार वन्य जीव अभ्यारण्यों में अपने मनपसंद वन्यजीवों का दीदार कर सकते हैं। धौलपुर के प्राचीन इतिहास की कुंजी शक्ति किले के खंडहर चंबल नदी के किनारे पर स्थित हैं।

National Chambal(Ghariyal) Wildlife Sanctuary, Morena

Image Courtesy:Atropos Random

प्राचीन मंदिरों का शहर मुरैना: धार्मिक चीज़ो के साथ साथ इतिहास में भी रुचि रखने वालों के लिए मुरैना शहर सबसे सटीक जगह है। चौंसठ योगिनी मितावली मंदिर, कंकनमठ मंदिर, शांति देवी मंदिर, बटेश्वर मंदिर और माँ अंनपूर्णा देवी मंदिरों में आप इतिहास की कुछ अनसुनी कहानियों से भी रूबरू होंगे।

Chaunsath Yogini Mitawali Mandir, Dholpur

Image Courtesy:PankajSaksena

आर्किटेक्चर कला से भरा शहर ग्वालियर: हज़ारों साल पहले बना ग्वालियर का किला, 1988 में मशहूर उद्योगपति बिरला द्वारा बनाया गया सूर्य मंदिर,1875 में महाराजा जियाजी राव का बनवाया गया महल जो अब जय विलास म्यूज़ीयम के नाम से पहचाना जाता है, तानसेन की याद में बनाया गया तानसेन मेमोरियल और ग्वालियर से 23 किलोमीटर की ही दूरी पर बना विशाल टिग्रा बाँध आर्किटेक्चर कला के अद्भुत नमूने हैं।

Gwalior Fort, Gwalior

Image Courtesy:Dayal, Deen

मिला है एक वीक ऑफ, और मन है पूरा जहां घूमने का तो दिल्ली से ग्वालियर के लिए नीचे दिए गये लिंक द्वारा कोई सी भी ट्रेन पकड़ें और एक-एक कर घूमते जाएं इन पांच जगहों पर। शर्त लगाते हैं कि ये यात्रा आपको पूरे जहां का रोमांच दे देगी।

https://www.nativeplanet.com/trains/from-new-delhi-to-gwalior-jn/

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