हम दो तरह के यात्री देख सकते हैं। हालाँकि दोनों का मुख्य विचार यात्रा ही होता है पर दोनों के अलग-अलग और खास तरीकों के साथ। यहाँ तक कि दोनों यात्री अगर एक ही जगह पर हैं, तो भी दोनों के दृष्टिकोण और अनुभव उस जगह और यात्रा के लिए अलग-अलग ही होंगे। आप ज़रूर यह सोच रहे होंगे कि आख़िर ये दो तरह के यात्री हैं कौन? तो एक है बैकपैकर और दूसरा पहले से योजना बना कर यात्रा करने वाला यात्री यानि की योजनाबद्ध यात्री।
बैकपैकर और योजनाबद्ध यात्री में अंतर जानने के लिए निम्नलिखित बातों को पढ़ें!
बैकपैकर वे हैं जो अपने साथ अपनी यात्रा में सिर्फ़ ज़रूरी समान अपने बैग में रखते हैं और इधर-उधर बिना किसी योजना के कहीं भी कभी भी निकल पड़ते हैं नये जगह की खोज पर।
बैकपैकर पश्चिमी देशों में एक नया चलन है। इसे यथार्थवादी यात्रा में वर्गीकृत करना बिल्कुल भी ग़लत नहीं होगा। बैकपैकिंग का मुख्य कारण होता है, वनस्पतियों और जीव, स्थलों, इतिहास, संस्कृति और लोगों की परंपराओं को करीब से जानना।
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बैकपैकर्स काफ़ी साहसी होते हैं और अकसर बजट यात्रा पर जाते रहते हैं। वे यात्रा के लिए किसी सुख सुविधा की तलाश में नहीं रहते बल्कि जो भी गाड़ी सही कीमत पर मिले उसपर सवार हो अपनी यात्रा का भरपूर आनंद उठाते हैं। बैकपैकर्स को लोगों से घुलना मिलना और जगहों के बारे में अच्छी जानकारी प्राप्त करना सबसे ज़्यादा पसंद होता है।
बैकपैकर्स अनियोजित पर्यटक हैं इसलिए वे पहले से बस टिकट या होटल बुक नहीं कराते। सहजता किसी भी बैकपैकर के महत्वपूर्ण तथ्यों में से एक है। उन्हें तुरंत ही बिना सोचे समझे चुने गये गंतव्य की यात्रा कर अपने आपको को एक नया अनुभव देना सबसे ज़्यादा पसंद होता है।आप बेशक उन्हें एक एड्वेंचर फ्रीक भी कह सकते हैं क्यूंकी उन्हें नई-नई जगहों में नई-नई चीज़ों की खोज करना सबसे ज़्यादा पसंद होता है।
चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं दूसरे प्रकार के यात्री की ओर, योजनाबद्ध यात्री! वे काफ़ी नियोजित होते हैं और यात्रा से पहले सुनिश्चित कर लेते हैं कि सब बिल्कुल सही योजनानुसार है या नहीं। योजनाबद्ध यात्री पहले से ही अपनी यात्रा टिकट बुक करा लेते हैं, होटल्स बुकिंग चेक कर लेते हैं ताकि उनकी यात्रा में कोई बाधा ना आए। वे रणनीति बना अपने समय सीमा के अंदर योजित जगहों की यात्रा करते हैं।
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दिलचस्प बात यह है कि ये योजनाबद्ध यात्री थोड़े लोकप्रिय किस्म के पर्यटक होते हैं, क्यूंकी इनमें से ज़्यादातर कामों में व्यस्त रहते हैं, इसलिए वे ऐसे ट्रिप की योजना बनाते हैं जो उनके बजट के अनुसार हों और सुरक्षित भी हों। इसलिए योजनाबद्ध यात्रा सबसे ज़्यादा पसंद की जाने वाली यात्रा है। योजनाबद्ध यात्री समय सीमा की भीतर ही महत्वपूर्ण जगहों की यात्रा करते हैं और उसका ही भरपूर आनंद उठाते हैं।
यात्रा करना एक सबसे अच्छी और आपको अंदर से ताज़ा कर देने वाली क्रिया है जो आपके परिवार और दोस्तों के बीच खुशी का एक नया एहसास लेकर आती है। आज इस व्यस्त ज़िंदगी में अपने काम में संतुलन बनाए रखना और फिर अपने काम के बाद बाकी चीज़ों के लिए समय निकालना एक बहुत ही मुश्किल काम है। इसलिए योजनाबद्ध यात्रा करने के लिए दो या तीन दिनों की छुट्टी लेना, अपने आपको आराम दिलाने के लिए सबसे सही होगा।
हालाँकि इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि आप एक बैकपैकर यात्रा कर रहे हैं या योजना बना कर यात्रा कर रहे हैं। वास्तव में अगर आप कर सकते हैं, तो दोनों यात्राओं के मज़े ले सकते हैं। अगर आपको एक विस्तृत अन्वेषण में दिलचस्पी है या अपने जीवन में कुछ रोमांच चाहते हैं तो बैकपैक कर निकल पड़िए अपने इस नये अनुभव में।
और नहीं तो पहले से छुट्टी ले कुछ तैयारी कर मज़े लीजिए अपनी यात्रा के। इस तरह आप मज़े भी कर सकेंगे और आपको अनुभव भी मिल जाएगा एक बैकपैकर का और एक योजनाबद्ध यात्रा का।
अपने महत्वपूर्ण सुझाव व अनुभव नीचे व्यक्त करें।
Read in English: Meet the Two Kinds of Travellers!
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