दूधसागर वॉटरफॉल, गोवा कर्नाटक की सीमा पर स्थित देश का सबसे खूबसूरत फॉल्स में से एक है। यह झरना पणजी से 60 किमी. दूर भगवान महावीर अभ्यारण्य के अंदर स्थित है। इस झरने की ऊंचाई 320 मी. है, जो दूर से देखने पर लगता है जैसे झरने से पानी नहीं बल्कि दूध गिर रहा हो। इसीलिए इसका नाम दूधसागर फॉल्स पड़ा।
मानसून के दिनों में इसकी खूबसूरती और भी बढ़ जाती है और यहां आसपास फैली हरियाली पर्यटकों को खासा आकर्षित करती है। दूधसागर फॉल्स, भारत के पांच सबसे ऊंचे झरनों में शुमार है। मांडोवी नदी पर बना यह दूध जैसा झरना जब पहाड़ी से नीचे गिरता है तो मानिए जैसे प्रकृति ने अपनी पूरी कायनात यही बसा दी हो। यह देखने में इतना आकर्षक है कि आप एक बार देखने के बाद इसे कभी भूल नहीं पाएंगे।
दूधसागर फॉल्स जाने के लिए सही समय
मानसून के दौरान या मानसून के बाद यहां जाना बेहद अच्छा है। क्योंकि, बारिश के दिनों में इसकी खूबसूरती देखने लायक बनती है। बारिश के पानी के कारण यह झरना अपने चरम पर होता है, जिससे ये बेहद सुंदर दिखता है। लेकिन इस दौरान ट्रेकिंग करना खतरे से खाली नहीं है। वहीं, ये झरना सप्ताह के सातों दिन सुबह 9 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक खुला रहता है।
फॉल्स जाने से पहले अपनाएं ये जरूरी टिप्स
पर्यटकों को यहां घूमने के लिए कम से कम एक दिन समय निकालना चाहिए, ताकि दूधसागर फॉल्स की खूबसूरती को अच्छे से निहार सकें। अगर आप यहां रुकने का प्लान बना रहे हैं तो आपको मच्छर भगाने वाली दवा साथ ले जानी चाहिए, क्योंकि शाम के बाद यहां पर काफी मच्छर लगता है। यह एक संरक्षित वन क्षेत्र है, इसलिए आसपास गंदगी ना फैलाएं।
दूधसागर फॉल्स का प्रवेश शुल्क
कोलेम से यहां तक पहुंचने के लिए आप जीप सफारी का आनंद ले सकते हैं। इस दौरान आप रास्ते में आसपास की छोटी नदियों को भी देख सकेंगे। इसके लिए करीब 3000 रुपये चार्ज किए जाते हैं। इसमें एक साथ सात लोग बैठ सकते हैं। गोवा वन विभाग के गेट पर यात्रियों को एक रसीद कटानी होती हैं, जिसका शुल्क 50 रुपये प्रति व्यक्ति होता हैं। लाइफ जैकेट के बगैर फॉल्स में उतरना सेफ नहीं है, इसके लिए आपको 30 रुपये प्रति व्यक्ति चार्ज किया जाता है।
दूधसागर फॉल्स की ट्रेकिंग
सबसे रोमांचक ट्रेक्स में से एक दूधसागर फॉल्स की ट्रेकिंग का पहला रास्ता कुवेशी गांव से शुरू होती है। लेकिन मानसून के महीनों में यहां ट्रेकिंग से बचना चाहिए, इस दौरान यहां काफी फिसलन रहती है और खतरा भी बना रहता है। वहीं, ट्रेकिंग का दूसरा रास्ता कुलहेम/कोल्लम रेलवे स्टेशन से शुरू होता है, जो 11 किमी. तक का आसाना ट्रेक है। वहीं, पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाला रास्ता कैसल रॉक स्टेशन से होकर जाता है, जो करीब 14 किमी. है।
दूधसागर फॉल्स के नजदीकी पर्यटन स्थल
यहां के आसपास भी काफी खूबसूरत जगहें है। इनमें फार्म स्टे गोवा, नेत्रावली जलप्रपात, भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य, मोल्लेम राष्ट्रीय उद्यान, अगुआड़ा किला, तांबडी सुरला मन्दिर और वॉटरफॉल, सह्याद्री स्पाइस फार्म गोआ, दूधसागर वृक्षारोपण, कलंगुट बीच, बेसीलिका ऑफ बोम जीसस, गोवा क्रूज,अंजुना बीच और बागा बीच प्रमुख स्थल है। इसके अलावा यहां पास में ही समुद्र तट पर आप स्कूबा डाइविंग और वॉटर स्पोर्ट्स का भी आनंद भी ले सकते हैं।
दूधसागर फॉल्स कैसे पहुंचें
दूधसागर फॉल्स पहुंचने के लिए यहां का नजदीकी हवाई अड्डा गोवा एयरपोर्ट है, जो यहां से करीब 52 किमी. की दूरी पर है। इसकी नजदीकी रेलवे स्टेशन कोल्लम स्टेशन है, जो यहां से करीब 15 किमी. दूर है। इसके अलावा यहां सड़क मार्ग से भी पहुंचा जा सकता है।