मंत्रमुग्ध कर देने वाली खूबसूरती, नागालैंड के ज़ुकोऊ घाटी की ओर बढ़ते हैं!
नागालैंड उत्तर पूर्वी भारत में रचा बसा एक सुंदर राज्य है, जिसकी सरहद बर्मा देश से मिलती है। नगालैंड मणिपुर के सबसे नज़दीक है। नगालैंड की राजधानी कोहिमा यहाँ का प्रमुख पर्यटक केंद्र है, जिसके पास ही बसा ज़ुकोऊ घाटी जिसे फूलों की घाटी भी कहते हैं, यहाँ का एक आश्चर्यजनक खूबसूरती का नज़ारा है।
चलिए आज हम इसी खूबसूरत केंद्र की सैर पर चलते हैं, जिसकी खूबसूरती और शालीनता देखते ही बनती है।
नगालैंड और मणिपुर की सीमा पर बसा यह घाटी कोहिमा से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह ऐसी जगह है जहाँ जाकर आपके अंदर छुपा एक छोटा सा कवि भी जाग उठेगा, तो अब तो आप समझ ही सकते हैं कि यह छोटा सा स्वर्ग कितना मनोरम होगा।
ज़ुकोऊ घाटी
Image Courtesy: Mongyamba
इस घाटी तक मणिपुर के माउंट इसी से ट्रेकिंग करके पहुँचा जा सकता है जिसे एम.एम.टी.ए (मणिपुर माउंटेनीयरिंग एंड ट्रेकिंग असोसियेशन) द्वारा शुरू किया गया। घाटी की खूबसूरती, मौसमी फूलों की सुंदरता, पेड़ पौधों की विभिन्नता और सुहाने मौसम में निर्मल आसमान की सुंदरता आपके आँखों के लिए एक सुखद एहसास होगा, जिनकी सुंदरता में आप अंदर तक रम जाएँगे।
यहाँ हर मौसम में, अलग-अलग खिलने वाले ढेर सारे फूलों की वजह से इसे फूलों की घाटी भी कहा जाता है। सारे फूलों में सबसे ज़्यादा खूबसूरत और इस जगह को मनोरम बनाने में सबसे ज़्यादा यहाँ खिलने वाले ज़ुकोऊ लिली की सुंदरता होती है।
ज़ुकोऊ घाटी तक पहुँचने के लिए अन्य ट्रेक मार्गों में से एक मार्ग, नागालैंड के वीसवेमा गाँव की पहाड़ियों से है। यह मार्ग लगभग 17 किलोमीटर लंबा है और बाकी मार्गों से कम चुनौती वाला भी। अन्य मार्ग, नागालैंड के जखमा गाँव से होकर जाता है, यह मार्ग थोड़ा चुनौतीपूर्ण मार्ग है पर आप यहाँ से गेस्ट हाउस लगभग 5 घंटे में पहुँच सकते हैं। यहाँ से आप ज़ुकोऊ घाटी की सैर पर जा सकते हैं और वहाँ पहुँचने के लिए लगभग 1 घंटे का समय लगता है।
ज़ुकोऊ घाटी
Image Courtesy: SeethaG
यात्रियों को नागालैंड की यात्रा पर जाने के लिए सबसे पहले इनर लाइन परमिट बनाने की ज़रूरत पड़ती है। यह परमिट आपको नगालैंड हाउस द्वारा प्राप्त होगा जिनका ऑफीस दीमापुर, कोलकाता और गुवाहाटी में है। विदेशी यात्रियों के लिए यहाँ की यात्रा के अलग नियम हैं। उन्हें खुद ही दीमापुर या कोहिमा जाकर लोकल गवर्नमेंट ऑफीस में रेजिस्टर करना होगा।
ज़ुकोऊ घाटी की यात्रा का उचित समय
हालाँकि आप इस जगह की यात्रा किसी भी मौसम में कर सकते हैं, पर सबसे सुहाना मौसम यहाँ होता है, जून से सितंबर के महीने। इस समय घाटी पूरे तरीके से खिला हुआ और अपने लुभावने रंग में होगा, कई सारे फूलों से भरा हुआ ख़ासकर की लिली और जंगली बुरुंश के फूलों से।
ज़ुकोऊ घाटी
Image Courtesy: GuruBidya
यहाँ ठहरने के लिए कोहिमा में कई सारे होटलों की सुविधा उपलब्ध है। होटल जाप्फू, राज़्हु प्रु, अराडूरा इन और होटल कैपिटल इनमें से एक हैं।
ज़ुकोऊ घाटी पहुँचें कैसे?
रेलयात्रा द्वारा: दीमापुर स्टेशन यहाँ का नज़दीकी रेलवे स्टेशन है, जहाँ से आपके लिए बस सुविधा या टैक्सी सुविधा उपलब्ध होगी।
हवाई यात्रा द्वारा: दीमापुर हवाई अड्डा यहाँ का नज़दीकी हवाई अड्डा है।
अपने महत्वपूर्ण सुझाव व अनुभव नीचे व्यक्त करें।
Read in English: Astonishing Beauty of Dzukou Valley in Nagaland
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