तुंगभद्रा नदी के तट पर बसा कर्नाटक का हंपी शहर प्राचीन समय में विजयनगर राजवंश की राजधानी हुआ करता था। हंपी नाम तुंगभद्रा नदी के पुराने नाम पंपा से पड़ा है जोकि ब्रह्मा जी की पुत्री हैं। इस शहर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया है क्योंकि इस शहर में विजयनगर शासनकाल के अनेक मंदिर और महल मौजूद हैं। बैंगलोर से 350 किमी दूर स्थित इस ऐतिहासिक शहर हंपी को देखने आप वीकएंड पर आ सकते हैं।
सिर्फ 4 हजार में घूमें हम्पी..जानें कैसे
हंपी का नाम आते ही सबसे पहले विजयनगर की शानदार इमारतें याद आ जाती हैं। हालांकि, अब यहां स्थापित सभी इमारतें खंडहर हो चुके हैं। विजयनगर साम्राज्य का शासन हंपी पर हुआ करता था और यहां पर आपको होयसला स्थापत्यकला की शानदार इमारतें देखने को मिलेंगीं।
कई सनसेट प्वाइंट देखें
यहां पर कई व्यूप्वाइंट हैं जहां से सूर्यास्त का बेहद खूबसूरत नज़ारा दिखाई देता है। नीले आकाश के बीच बैठकर इस शहर के सौंदर्य को निहारना वाकई खूबसूरत अनुभव होता है। इसके साथ ही तुंगभद्रा नदी बहती है जिससे कुछ दूरी पर विरुपक्षा मंदिर भी है।
इसके अलावा यहां जैमिंग सेशन भी होते हैं जोकि व्यूप्वाइंट पर दिए जाते हैं।
PC:Abhijit Kar Gupta
इस शहर के इतिहास में खो जाएं
यहां आने वाले हर पर्यटक को इस शहर के इतिहास की कहानियां सुनाई जाती हैं। इस शहर में किताबों की कई दुकानें हैं जहां हंपी पर आधारित कई तरह की किताबें मिल जाएंगीं। इस शहर के हर एक खंडहर बन चुकी सरंचना को देखकर आपको इसके समृद्ध इतिहास का अहसास होगा।
इस जगह के बारे में संक्षेप में जानने पर आपको यहां शासन करने वाले महान शासकों के बारे पता चलेगा। अगर आप किताबों से इस शहर के बारे में नहीं जानना चाहते है तो किसी लोकल गाइड से बात कर सकते हैं।
मंकी मंदिर के दर्शन
मंकी मंदिर के रास्ते में आप बंदरों को कुछ खिला भी सकते हैं। इस मंदिर तक पहुंचना कोई आसान बात नहीं है। यहां पहुंचने के लिए 575 सीढियां चढ़नी पड़ती हैं।
ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर पर पहुंचने के बाद आपको हंपी शहर का खूबसूरत नज़ारा दिखाई देगा। ठंडी हवाएं, पत्थर, हरी घास के बीच इस शहर में पर्यटकों को खूब मज़ा आता है। यहां से कुछ ही दूरी पर विरुपक्षा मंदिर भी है। यहां सूर्यास्त और सूर्योदय के समय आना सबसे अच्दा रहता है।PC:Jonas M. Kress
प्रकृति के बीच सैर का मज़ा
अगर आपको हरी-भरी घार के मैदान में चलने का मन नहीं है तो यहां आपके लिए और भी कई विकल्प हैं। हंपी में ताड़ के पेड़ों, केले के बागानों और धान के खेत से भरे मैदान हैं। यहां मॉनसून के दौरान घूमना बहुत अच्दा लगता है। ऐसे वातावरण के बीच सैर करना न केवल आंखों को ठंडक देता है बल्कि मन को शांति भी मिलती है।PC:pupilinblow
रॉक क्लाइंबिंग सेशन
हंपी में हर जगह पत्थर फैले हैं। इन पत्थरों पर चढ़कर इस शहर के खूबसूरत नज़ारों का आनंद लिया जा सकता है। हंपी में हर जगह और हर दिशा में इस तरह के पत्थर फैले हैं। इन पत्थरों में सबसे ऊंचाई पर पहुंचने के लिए आप रॉक क्लाइंबिंग भी कर सकते हैं। इस शहर में कई जगहों पर रॉक क्लाइंबिंग सेशन भी दिए जाते हैं जोकि दिन में सुबह और शाम के समय होते हैं।
कोरेकल में सैर
तुंगभद्रा नदी के पास आप कोरेकल राइड का मज़ा भी ले सकते हैं। कोरेकल गोलाकार पारंपरिक नाव होती है जिसमें एकसाथ दो लोग बैठकर नदी की सैर कर सकते हैं। नदी के तट पर स्थित संरचनाओं को भी इस दौरान देखा जा सकता है। इस नाव की सैर के लिए आपको बस 30 से 50 रुपए देने होंगें।PC:Dey.sandip