आप इस वीकेंड क्या कर रहे हैं, कुछ नहीं तो क्यों ना इस वीकेंड अहमदाबाद से भावनगर की ट्रिप प्लान की जाये। अगर आपने अभी तक भावनगर की सैर नहीं की है, तो आपको इस सांस्कृतिक शहर की यात्रा जरुर करनी चाहिए, जोकि महल,मंदिर और खूबसूरत बगीचों से भरपूर है। इसके अलावा अगर आपको पढ़ने का शौक है, तो उसे भी आप यहां पूरा सकते हैं।
खंभात की खाड़ी के पश्चिम में स्थित, भावनगर हमेशा से अपने उद्योगों के लिए लोकप्रिय रहा है। 1724 में भावसिंहजी द्वारा स्थापित, यह एक रियासत था, जोकि उस समय गुजरात के प्रमुख राजनीतिक केंद्र में शामिल था। आज, यह गुजरात के सबसे तेजी से विकासशील शहरों में से एक है और साथ ही कई उद्योगों का घर भी है।
कब जाएँ भावनगर
गर्मियों के दौरान भावनगर काफी गर्म रहता है, बेहतर है, इसकी यात्रा अक्टूबर से मार्च के आखिर तक की जाये। इस दौरान यहां का मौसम बेहद ही सुखद होता है, जो आपकी ट्रिप को और भी यादगार बनाता है।
कैसे पहुंचे भावनगर
हवाईजहाज द्वारा- आप अहमदाबाद से भावनगर के लिए सीधी फ्लाइट ले सकते हैं।
ट्रेन द्वारा-अहमदाबाद से भावनगर के लिए सीधी ट्रेने मौजूद हैं। अहमदाबाद स्टेशन से भावनगर स्टेशन की सीधी ट्रेन पकड़ी जा सकती है।
सड़क द्वारा- भावनगर, सड़क द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। यदि यह यात्रा आप अपने यात्रा करते हैं, तो निम्नलिखित मार्ग ले सकते हैं।
मार्ग 1: अहमदाबाद - धोलरा - राजकोट
मार्ग 2: अहमदाबाद - ढोलका-राजकोट
हालांकि, मार्ग 1 बेहतर है क्योंकि आप न्यूनतम समय के भीतर अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं। भावनगर के रास्ते में, आप धोलेरा में एक ब्रेक ले सकते हैं और वहां की प्राचीन खूबसूरती को निहार सकते हैं।
धोलेरा
धोलेरा अहमदाबाद जिले का छोटा सा कस्बा है, जोकि मूल रूप से स्वामी नारायण मंदिर के लिए विख्यात है। खंभात की खाड़ी में बसे, धोलेरा एक प्राचीन बंदरगाह है और यह अहमदाबाद जिले के सबसे तेजी से विकासशील शहरों में से एक है। यदि आप इस छोटे से शहर के आसपास हैं, तो स्वामीनारायण मंदिर की यात्रा करना न भूलें।
भावनगर में घूमने की जगह
3 घंटे की यात्रा के बाद अप भावनगर पहुंच जायेंगे। भावनगर की सीमाओं के भीतर होते हैं, आप निम्नलिखित स्थानों की यात्रा पर जा सकते हैं और भावनगर की सदियों पुरानी परिसरों को देख सकते हैं ।
नीलमबाग पैलेस
नीमबाग पैलेस गुजरात में सबसे पुराने महलों में से एक है और शाही परिवार के सदस्यों का वर्तमान निवास है। यह महल शहर की एक मात्र पांच सितारा ऐतिहासिक संपत्ति है, जिसके मालिक शाही परिवार है। महल 10 एकड़ के एक भूखंड में वर्ष 1859 ई. में बनाया गया था। एक जर्मन वास्तुकार द्वारा डिजाइन किये गये इस महल में समकालीन शैली में भारतीय वास्तुकला के तत्व हैं।
इसके अलावा आप आप भाव विलास पैलेस भी देख सकते हैं, जो अपने वन्यजीव संग्रह और मंगलसिंह महल महल के लिए प्रसिद्ध है।Pc:myriad ways
तख्तेश्वर मंदिर
भावनगर के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक तख्तेश्वर मंदिर है, जिसका निर्माण करीबन 19 सदी के अंत में हुआ था। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर ,एक उच्च मंच के ऊपर स्थित है, यह सुंदर मंदिर सफेद संगमरमर से बना है । शिवरात्रि के त्यौहार के दौरान, यहां हजारों की तादाद में भक्त भोले नाथ का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं। इस मंदिर की बेहतरीन वास्तुकला पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
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स्वामीनारायण मंदिर
भावनगर में एक और पर्यटक आकर्षण है, स्वामीनारायण मंदिर, जो एक नवगठित मंदिर है और पेड़ों और उद्यानों की हरियाली के बीच अपनी शानदार सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह अपनी संरचनात्मक सौंदर्य के लिए पर्यटकों के बीच भी काफी लोकप्रिय है।Pc:Bernard Gagnon
बार्टन लाइब्रेरी
दो मंजिला पुस्तकालय 1895 में बनाया गया था। इसके दो भाग हैं और एक केंद्रीय टावर है और इसका निर्माण चौकोर पत्थर से किया गया है। इसमें गोथिक मेहराब खिड़कियां और मंगलौर टाइल्स की एक ढालू छत है। पुस्तकालय में एक संग्रहालय भी है।
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