विवधतायों से पूर्ण भारत देश में हर धर्म के त्यौहार बड़े ही हर्सोल्लास के साथ मनाया जाते हैं। इन्ही त्योहारों में से एक है गुड फ्राइडे जोकि इसायो समुदाय द्वारा मनाया जाता है। माना जाता है कि, इसी दिन ईसाइयों के आराध्य प्रभु यीशु ने मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान कर दिया था।
क्या मनाया जाता है गुडफ्राइडे?
माना जाता है कि आज के दिन ईसा मसीह को दोपहर बाद करीब 3 बजे ही क्रॉस नुमा खंभे पर लटकाया गया था। गुड फ्राइडे मनाने की परंपरा 100 ईसा से है। इस दिन गिरजाघरों में पादरी और अन्य अनुयाई लोगों को प्रभु ईसा मसीह की तरह ही इंसान से प्रेम करने व उनके अपराधों को क्षमा करने का संदेश देते हैं।
आइये गुड फ्राइडे के मौके पर जानते हैं भारत के कुछ बेहतरीन गिरिजाघरों के बारे में, जहां आप घूम सकते हैं-
से कैथेड्रल चर्च, गोवा
भारत की सबसे बड़ी रचनाओं में से एक, से कैथेड्रल चर्च अलेक्सांद्रिया की कैथरीन को समर्पित है। इस रचना का निर्माण पुर्तगालियों द्वारा मुग़लों पर जीत पाने की ख़ुशी में बनवाया गया था। सन् 1562 में चर्च का निर्माण शुरू किया गया जो सन् 1619 में बन कर पूरा हुआ। चर्च का मुख्य आकर्षण है, यहाँ लटकी सुनहरे रंग की घंटी(बेल्ल) जो दुनिया के सबसे खूबसूरत घंटियों में से एक है।Pc:Flickar
क्राइस्ट चर्च
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में स्थित क्राइस्ट चर्च का निर्माण सन 1857 में नियो-गोथिक स्टाइल में हुआ था। सितंबर 1899 में स्थापित इस चर्च ‘पाइप-ऑर्गन' भारतीय उपमहाद्वीप में सबसे बड़ी है। पत्थरों पर उत्कृष्ट नक्काशी और रंगीन ग्लासों से सजी सुन्दर खिड़कियाँ इस इमारत को शानदार टच देती हैं।Pc:Suyashgangwar
सेंट फिलोमेना'स चर्च, मैसूर
कर्नाटक के मैसूर शहर में स्थित सेंट फिलोमेना'स चर्च, जिसे सेंट जोसफ'स चर्च के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे बड़े चर्चों में से एक है। सेंट फिलोमेना'स चर्च का निर्माण मैसूर में सन् 1936 में किया गया था।Pc: flicker
बासिलिका ऑफ़ सेक्रेड हार्ट ऑफ़ जीसस, पांडिचेरी
बासिलिका ऑफ़ सेक्रेड हार्ट ऑफ़ जीसस का निर्माण गोथिक शैली में स्थानीय मिश्रण के साथ किया गया था। यह पांडिचेरी के सबसे प्रसिद्द गिरिजाघरों में से एक है।Pc:M.Mutta
सेंट थॉमस कैथेड्रल, मुम्बई
सेंट पॉल'स कैथेड्रल, कोलकाता
सेंट पॉल'स कैथेड्रल कोलकाता के प्रमुख लैंडमार्क में से एक है। इस ब्रिटिश वास्तुकला का निर्माण इंडो-गोथिक शैली में किया गया। आज यह कोलकाता के सबसे प्रसिद्द पर्यटन आकर्षणों में से एक है।Pc:Ankitesh Jha