हज यात्रा को मुस्लिम समुदाय में पांचवा स्तम्भ कहा गया है। इस धर्म के लोगों का ऐसा मानना है कि जो मुसलमान अपनी जिंदगी में अगर एक बार भी हज कर लेता है, तो खुदा उसे जन्नत में जगह देतें हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि हज हराम के पैसों से नहीं करनी चाहिए, नहीं तो उसका फल नहीं मिलता है। हज की यात्रा काफी पवित्र मानी जाती है, जिसे मेहनत के पैसों से ही पूरा करना चाहिए।
कब से कब तक होगी हज यात्रा
इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से, साल के 12वें महीने के 8वें दिन से लेकर 13वें दिन तक हज यात्रा की जाती है, जो इस बार 7 जुलाई से लेकर 12 जुलाई तक पड़ रहा है। कोरोना काल के चलते दो साल हज यात्रा पर ब्रेक लग गई थी, लेकिन इस बार यात्रा चालू हो जाने के चलते हज यात्रियों के चेहरे पर मुस्कान देखी जा रही है।
हज यात्रा के रजिस्ट्रेशन या पंजीकरण
दरअसल, मुस्लिम समुदाय काबा को 'अल्लाह का घर' मानते हैं और काबा, सऊदी अरब के मक्का शहर में है, जहां पर हज यात्रा की जाती है। हज यात्रा पर जाने से पहले हज यात्रियों को अपना पंजीकरण करवाना पड़ता है। यात्रा करने के लिए पंजीकरण करने का समय 1 नवंबर 2021 से लेकर 15 फरवरी 2022 तक था, जो अब बीत चुका है।
हज यात्रा के लिए जारी गाइडलाइन
इस बार के हज यात्रा के लिए सऊदी अरब सरकार की ओर से एक गाइडलाइन जारी की गई है, जिसके मुताबिक इ्स साल वहीं व्यक्ति मक्का की यात्रा कर सकते हैं, जिनकी उम्र 65 साल से कम हो। यात्री को कोरोना की दोनों डोज लगी होनी चाहिए और सऊदी अरब में प्रवेश से 72 घंटे पहले का आरटीपीसीआर रिपोर्ट भी दिखाना अनिवार्य है। इतना ही नहीं, अगर कोई महिला बिना किसी पुरुष रिश्तेदार के हज करना चाहती है तो उसकी उम्र 45 साल से अधिक होनी चाहिए और उसके साथ कम से कम चार महिलाएं और होनी चाहिए, जिनकी भी उम्र 45 साल से अधिक हो। इसके साथ ही सभी यात्रा के पास फेस मास्क होना बेहद जरूरी है।
इन दस्तावेज को रखना ना भूलें
हज यात्रा के दौरान आपके पास पासपोर्ट साइज फोटो (सफेद बैकग्राउंड के साथ रंगीन फोटो), पासपोर्ट की फोटो कॉपी ( पहली और अंतिम कॉपी), पते से संबंधित जरूरी दस्तावेज और बैंक का पे-इन-स्लिप होना चाहिए। इन सभी दस्तावेजों की जरूरत कभी भी आपको पड़ सकती है।