हज इस्लाम धर्म का सबसे बड़ा इबादत है, जिसे पूरा करने के लिए हर एक मुसलमान काबा की यात्रा करना चाहता है। इसे ही हज यात्रा कहा जाता है। माना जाता है कि काबा 'अल्लाह का घर' है, जो सऊदी अरब के मक्का शहर में स्थित है। हज यात्रा, इस्लामिक कैलेंडर के 12वें महीने के 8वें दिन से लेकर 13वें दिन तक की जाती है, जो इस बार 7 जुलाई से लेकर 12 जुलाई तक पड़ रहा है।
हज यात्रियों के लिए जारी गाइडलाइंस
सऊदी अरब सरकार की ओर से हज यात्रियों के लिए गाइडलाइंस भी जारी की गई है। इसके अंतर्गत 65 साल से कम उम्र का व्यक्ति ही हज कर सकता है। वहीं, बिना किसी पुरुष रिश्तेदार के साथ कोई भी महिला हज यात्रा नहीं कर सकती। या तो उसकी उम्र 45 साल से अधिक हो और उसके साथ कम से कम 4 अन्य महिलाएं हो, जिनकी उम्र 45 साल से अधिक हो। इसके अलावा, कोरोना की दोनों डोज लगी होनी चाहिए और सऊदी अरब में प्रवेश करने से करीब 72 घंटे पहले का आरटीपीसीआर रिपोर्ट भी दिखाना अनिवार्य है।
हज यात्रियों को इन चीजों को मिली है छुट
इस बार हज यात्री अपने साथ चादर, तकिया, तौलिया, छतरी और सीलबंद खाद्य सामग्री ले जा सकते हैं। जबकि इससे (साल 2022) पहले यह सामान भी सऊदी अरब में ही खरीदना पड़ता था। सीलबंद खाद्य सामग्री का यह फैसला इसलिए लिया गया ताकि हज यात्रियों को फूड पॉइजनिंग से बचाया जा सकें। हज पर जाने वाले सभी यात्री वापसी में आब-ए-जमजम लाते हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यह जिम्मा एयरलाइंस को दिया गया है और एयरलाइंस ही हर यात्री को वापसी के वक्त आब-ए-जमजम उपलब्ध कराती है।
हज पर जाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
- हज पर जाने से पहले हर यात्री को अपना मेडिकल चेकअप जरूर करा लेना चाहिए।
- अगर कोई ब्लड प्रेशर का मरीज है तो उन्हें अपनी दवा साथ रखनी चाहिए।
- अगर उम्र ज्यादा या आप ज्यादा बीमार रहते हैं तो कोशिश करें कि हज यात्रा ना करें।
- हज यात्रा के दौरान खुराक कम से कम लें, ताकि किसी दूसरे देश में आपको डॉक्टर की जरूरत ना पड़े।
- यात्रा के दौरान जितना हो सकें, उतना कम से कम सामान ले जाए ताकि आपको सफर के दौरान समस्या ना हो और आपको थकान ना हो।
- अगर आपके साथ कोई बीमार व्यक्ति सफर कर रहा है तो उसका खास ख्याल रखें, ताकि आगे चलकर आपको ज्यादा दिक्कत ना उठानी पड़े।