पश्चमी भारत में स्थित महाराष्ट्र के ठाणे जिले में स्थित पालघर एक बेहद ही खूबसूरत हॉलिडे डेस्टिनेशन है..यहां ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की भरमार है। यहां आप समुद्र की ऊँची उठती हुई लहरों की अठखेलियों को निहारे सकते हैं..गौरवशाली इतिहास को जान और समझ सकते हैं। साथ ही आप यहां ताजे ताजे चीकू का स्वाद भी ले सकते हैं..इसके साथ ही आप यहां चीकू उत्सव में भी हिस्सा ले सकते हैं।
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इसके अलावा आप यहां केलवा किला भी देख सकते हैं..इस किले का निर्माण सोलहवीं शताब्दी में पुर्तगालियों द्वारा किया गया था। इसे शिवाजी रक्षा संबंधी कार्यों के लिए प्रयोग किया करते थे। इतिहास, कला और वास्तुकला के संदर्भ में ये किला काफी खूबसूरत है।
कैसे पहुंचे और यहां आने का सही समय
शुरुआती बिंदु : मुंबई
गंतव्य : पालघर
आने का सही समय : सालभर में कभी भी पालघर आ सकते हैं।
कैसे पहुंचे पालघर
रेल मार्ग : पालघर में स्थित पलघर रेलवे स्टेशन महाराष्ट्र के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। यहां के लिए नई दिल्ली, बैंगलोर, मैसूर, जामनगर और चेन्न्ई शहरों से भी ट्रेनें चलती हैं।
सड़क मार्ग : पालघर जाने का सबसे सही रास्ता सड़क मार्ग है। इस शहर की सड़क व्यवस्था काफी दुरुस्त है और पालघर के लिए कई प्रमख शहरों से नियमित बसें चलती हैं। मंबई से पालघर की दूरी 115 किमी है।
रूट मैप
मुंबई से पालघर के दो रूट हैं जो इस प्रकार हैं :
पहला रूट : मुंबई - मुलुंड ईस्ट - ठाणे - शिरसाद - मनोर - एनएच 48 के माध्यम से पालघर
दूसरा रूट : मुंबई - कांदिवली पूर्व - बोरिवली पूर्व - काशिमीरा - नाईगांव पूर्व - मनोर - पश्चिमी एक्सप्रेस राजमार्ग और एनएच 48 से पालघर
पहले रूट से पालघर के लिए एनएच 48 लेने पर सफर तय करने में 2 घंटे 13 मिनट का समय लगेगा। इस रूट पर प्रसिद्ध शहर थाणे, मनोर आदि पड़ेंगें।
इस रूट की सड़कें काफी अच्छी हैं इसलिए 115 किमी का सफर आराम से कट जाएगा1
दूसरे रूट से जाने पर 109 किमी की मुंबई से पालघर की दूरी 3 घंटे में पूरी होगी। इसमें वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे और एनएच 48 से जाना होगा।
ठाणे में कहां रूकें
मुंबई से सुबह जल्दी निकलें वरना अगर ट्रैफिक में फंस गए तो सफर तय करने में ज्यादा समय लग जाएगा।
हाईवे पर नाश्ते के लिए कई विकल्प मिल जाएंगें। यहां आप महाराष्ट्र की फेमस डिश वड़ा पाव, मसाला पाव और पोहा आदि खा सकते हैं।
नाश्ते के बाद आप थाणे के आसपास की जगहों पर भी घूम सकते हैं। थाणे को स्थानीय रूप से थाना और सिटी ऑफ लेक्स भी कहा जाता है। इय शहर में तकरीबन 30 प्राचीन झीले हैं।
PC: Kshirsagarrahul
ठाणे में क्या देखें
ठाणे में सबसे खूबसूरत जगह है मसुंदा तलाओ जिसे तलाओ पाली भी कहा जाता है। यहां की झीलों में बोटिंग और वॉटर स्कूटर की सुविधा भी उपलब्ध है। यहां की प्रमुख झीलें हैं उपवन झील, तंसा झील, कचराली तलाओ, मखमली तलाओ, सिद्धेश्वर तलाओ, ब्रमहलो तलाओ, घोसाले तलाओ और रैलादेवी तलाओ आदि।
इसके अलावा गणेशपुरी मंदिर, जवहर पैलेस, मानस मंदिर, शाहपुर, सलसेट्टे आइलैंड आदि भी दर्शनीय हैं।PC: Mandar Dewalkar
गंतव्य : पालघर
इस जगह पर सभी उम्र के लोगों के लिए कुछ न कुछ है। बच्चों से लेकर बूढों तक, सभी को पालघर में खूब मज़ा आता है। इस जगह पर एक बार आने के बाद आपका मन यहां बार-बार आने का करेगा।
केलवा तट यहां का सबसे लोकप्रिय तट है। इस तट का विस्तार 8 किमी है और यही इसकी खास बात भी है। इसे देश के सबसे साफ और शांत तटों में से एक माना जाता है। यहां पर सुरु के वृक्ष अधिक हैं।
केलवा किला
इस तट पर केल्वा किला भी अन्य प्रमुख आकर्षण है। इस किले तक पहुंचने के लिए चढ़ाई करनी पड़ती है। सालों पहले सोलहवीं शताब्दी में केलवा किले को पुर्तगालियों द्वारा बनवाया गया था और इसे शिवाजी रक्षा संबंधी कार्यों के लिए प्रयोग किया करते थे। इतिहास, कला और वास्तुकला के संदर्भ में ये किला काफी खूबसूरत है।
राम मंदिर
यहां का प्रमुख आकर्षण राम मंदिर भी है। किवदंती के अनुसार रावण के भाई अहिरावण और महिरावण - भगवान राम और उनके भाई को कैद कर यहीं लेकर आए थे। इसी जगह से हनुमान जी ने राम जी और लक्ष्मण जी को कैद से मुक्त करवाया था। इसलिए इस स्थान का धार्मिक महत्व अधिक है।
शिरगांव किला
शिरगांव तट से शिरगांव किला बहुत नज़दीक है। माना जाता है कि इस पर मराठा शासक शिवाजी की हुकुमत थी।
अन्य ऐतिहासिक किलों की तरह इस किले को भी शत्रुओं पर नज़र रखने और आक्रमणों से बचने के लिए प्रयोग किया जाता था।PC:Nishadthakur