सफेद बर्फ से लिपटी रहती हैं। यहां पहुंचने पर आपको अहसास होगा जैसे कि आप आसमान में बादलों के बीच तैर रहे हैं। हिमालय अपनी ऊंची चोटियों जैसे माउंट एवरेस्ट, कंचनजंगा और नंदा देवी आदि के लिए भी मशहूर है। हिमालय में लोग एडवेंचरस ट्रैकिंग" loading="lazy" width="100" height="56" />हिमालय की वादियां सफेद बर्फ से लिपटी रहती हैं। यहां पहुंचने पर आपको अहसास होगा जैसे कि आप आसमान में बादलों के बीच तैर रहे हैं। हिमालय अपनी ऊंची चोटियों जैसे माउंट एवरेस्ट, कंचनजंगा और नंदा देवी आदि के लिए भी मशहूर है। हिमालय में लोग एडवेंचरस ट्रैकिंग
हिमालय के असंख्य पर्वत बहुत विशाल हैं और इसके कई हिस्सों में विशेषज्ञों को आने की इज़ाजत है। हिमालय की तरफ आपको मुश्किल से आसान से लेकर हर तरह के ट्रैक का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा।
हिमालय की 10 बेमिसाल झीलें जहाँ की खूबसूरती है लाजवाब
अगर आप ट्रैकिंग की शुरुआत कर रहे हैं और इस मामले में नौसिखिया हैं तो हिमालय की पहाडियों में आपको बहुत कुछ मिल सकता है। हिमालय की पर्वत श्रृंख्लाओं में कई ऐसे खूबसूरत कहानियां छिपी हैं जो आपको मंत्रमुग्ध कर सकती हैं। हिमालय की पहाडियों की चोटियां बर्फ से ढकी हुईं हैं और यहां पर आपको हरे-भरे पेड़ों के साथ-साथ खूबसूरत ग्लेशियर देखने को मिलते हैं।
जादू सा कर देती हैं गंगोत्री की बे-मिसाल खूबसूरत वादियां
अगर आपको ट्रैंकिंग करना पसंद है तो आपको हिमालय की इन पर्वत श्रृंख्लाओं पर जरूर जाना चाहिए। नौसिखियों के लिए ये पर्वत श्रृंख्लाओं महत्वपूर्ण हैं।
कारेरी झील ट्रेक
इसे कुमारवाह झील के नाम से भी जाना जाता है। हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पानी के जलाशयों में से ये भी एक है। इस जगह से धौलाधर श्रृंखला और कांगड़ा घाटी का खूबसूरत नज़ारा दिखाई देता है।
इसके अलावा इस झील की एक और खास बात ये है कि ये दिसंबर के महीने में जम जाती है और मार्च से अप्रैल तक जमी ही रहती है। ये दुनियाभर के असंख्य ट्रैकर्स को आकर्षित करती है।
सर पास ट्रेक
कसोल ऐसी जगह है जो ट्रैकिंग के लिए लोगों की पहली पसंद बनी हुई है। यहां से आपको हिमालय की पीर पंजाल की पहाड़ियों के साथ साथ और खूबसूरत धौलाधर का रास्ता मिल जाएगा। इस ट्रैक की चोटियों से आपको हरा-भरा वातावरण और कलकल करती नदियां और बर्फ से ढकी चोटियां हैं।
ब्यास कुंड
मनाली के प्रसिद्ध ट्रैक में से एक है ब्यास कुंड। हिंदू धर्म में इस कुंड का बेहद महत्व है। ट्रैकर्स को यहां बहुत रोमांच और मजा आता है। इस ट्रैक की शुरुआत माउंट हनुमान टिब्बा से होती है। यहां हर उम्र के ट्रैकर्स ट्रैकिंग का लुत्फ उठाने आते हैं। सभी लोगों के लिए ये जगह बढिया रहती है।
केदार कंठ
शुरुआती ट्रैकर्स के लिए ये जगह सबसे बेहतर है। यहां ऊंची चोटियों से लेकर छोटी पहाडियां भी स्थित हैं। यहां हज़ारों नदियां और गोविंद नेशनल पार्क देखने को मिलेगा। इस ट्रैक से आपको कई खूबसूरत मन मोह लेने वाले नज़ारे देखने को मिलेंगें। सर्दी के मौसम में ये जगह बर्फ से ढकी रहती है।
कुआरी पास
गढ़वाल हिमालय में कुआरी पास भी मुख्य ट्रैक है। यहां पर आपको प्राकृतिक खूबसूरती और अद्भुत नज़ारे देखने को मिलेंगें। भारत के इस ट्रैकिंग स्थल की खोज ब्रिटिश राज के लॉर्ड कर्जन ने की थी। ट्रैकर्स को यहां पर कई खूबसूरत ऊंची चोटियां जैसे कि कामेत, त्रिशूल, चौखबा और चमत्कारिक नंदा देवी का मंदिर है।
पराशर झील
हिमालय की पहाडियों में कई ऊंची पर्वत श्रृंखलाएं हैं एवं कुल्लू घाटी में पराशर झील भी एक दर्शनीय स्थान है। इस जगह पर आपको सपनों की दुनिया जैसा लगेगा। इस झील से आपको धौलाधर पहाडी का नज़ारा भी दिखता है। इस ट्रैक से गुज़रते हुए आपको घने जंगल, स्थानीय गांव, कलकल करती नदियां देखने को मिलेंगीं।
ह्म्ता पास
अगर आप हिमालय पर पहली बार ट्रैकिंग करने जा रहें हैं तो हंपटा पास सबसे बेहतर जगह है। इस ट्रैक से आपको लहौल और कुल्लू का खूबसूरत नज़ारा देखने को मिलेगा। इस ट्रैक पर ग्लेश्यिर, अल्पाइन के जंगल और मनोरम हिमालय पर्वत श्रृंखलाएं हैं। नौसिखियों के लिए ये ट्रैक सबसे बेहतर जगह है।
चोप्ता चंद्रशिला
गढ़वाल हिमालय में आपको ट्रैकिंग के दौरान बहुत मज़ा आएगा। इस ट्रैक की शुरुआत चोप्ता ये होती है जिसे भारत का स्विट्जरलैंड कहा जाता है। इस ट्रैक के अंतिम छोर पर आपको मंत्रमुग्ध नज़ारा देखने को मिलेगा। यहां पर घने जंगलों के साथ-साथ नदियां और ऊंची-ऊंची पहाडियों का खूबसूरत नज़ारा देखने को मिलेगा।
चोप्ता तुंगनाथ
इस पर्वत श्रृंख्ला पर दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर तुंगनाथ मंदिर स्थित है। ये ट्रैक पंचाचुली, केदारनाथ और नंदा देवी की पहाडियों के लिए काफी मशहूर है। वसंत ऋतु के दौरान रोडोडेनड्रॉन जंगलों में बेहद खूबसूरत नज़ारे देखने को मिलेंगें। यहां आकर आपको लगेगा जैसे कि आप स्वर्ग में आ गए हैं।
दयारा बुग्याल
उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी ट्रैक की शुरुआत होकर दयारा बुग्याल पहुंचते हैं। इस बीच आपको ऊंचे-नीचे पहाड़ों पर ट्रैकिंग करने का मज़ा आएगा। सामान्य तौर पर इस ट्रैकिंग की शुरुआत बरसु और फिर आगे चलकर ओक के जंगल, बर्फ से ढकी चोटियां, फूलों से भरे मैदान और घास के मैदान हैं।