लगभग एक दूसरे के पर्यायवाची हैं, भरपूर ट्रॉपिकल हरियाली, नारियल के पेड़, तटों पर दूर तक फैले पाम, गदगद कर देने वाली पानी पर तैरती हाउसबोट, कई मंदिर, आयुर्वेद की सुंगध, दुर्बल झीलें या समुद्री झीलें, नहर, द्वीप आदि, केरल के बारे में न इंकार की जा सकने वाली छाप छोड़ते हैं जिसे सिर्फ केरल में ही देखा जा सकता है। जो लोग दुनिया भर की सैर करना चाहते हैं उनके लिए केरल का सफर बेहद यादगार होगा। आज हम आपको आपके इंटरेस्ट और टेस्ट के हिसाब से केरल की सैर कराने वाले हैं तो हो जाइये तैयार और अपने टेस्ट के हिसाब से कीजिये केरल के इन स्थानों कि यात्रा। फल फूलअगरबत्ती नहीं, इस मंदिर में देवता को पसंद है महंगी ब्रांड की चॉकलेट" loading="lazy" width="100" height="56" />केरल और पर्यटन लगभग एक दूसरे के पर्यायवाची हैं, भरपूर ट्रॉपिकल हरियाली, नारियल के पेड़, तटों पर दूर तक फैले पाम, गदगद कर देने वाली पानी पर तैरती हाउसबोट, कई मंदिर, आयुर्वेद की सुंगध, दुर्बल झीलें या समुद्री झीलें, नहर, द्वीप आदि, केरल के बारे में न इंकार की जा सकने वाली छाप छोड़ते हैं जिसे सिर्फ केरल में ही देखा जा सकता है। जो लोग दुनिया भर की सैर करना चाहते हैं उनके लिए केरल का सफर बेहद यादगार होगा। आज हम आपको आपके इंटरेस्ट और टेस्ट के हिसाब से केरल की सैर कराने वाले हैं तो हो जाइये तैयार और अपने टेस्ट के हिसाब से कीजिये केरल के इन स्थानों कि यात्रा। फल फूलअगरबत्ती नहीं, इस मंदिर में देवता को पसंद है महंगी ब्रांड की चॉकलेट
परिवार के लिए
दि आप परिवार के साथ केरल की यात्रा पर निकल रहे हैं तो अलेप्पी में हाउस बोट की यात्रा करिये। यहां 900 किलोमीटर तक फैले बैकवॉटर और यहां का शांत वातावरण जरूर ही आपको मोहित कर लेंगे। लगून, शांति और फुरसत के पल बिताने की जगह के रूप में प्रसिद्ध अलेप्पी को पूरब का वेनिस कहा जाता है।
हनीमून कपल के लिए
यदि आपकी अभी नयी नयी शादी हुई है और आप हनीमून पर जा रहे हैं तो मुन्नार आइये। मुन्नार एक अविश्वसनीय, शानदार और अतिआकर्षक मन को लुभाने वाला हिल स्टेशन है जो इडुक्की जिले में स्थित है। पहाड़ों के घुमावदार इलाकों से घिरा हुआ यह हिल स्टेशन पश्चिमी घाट पर स्थित है।
एडवेंचर के शौकीनों के लिए
यदि आप डर को जीतने का दम रखते हैं और एडवेंचर के शौक़ीन हैं तो अथिराप्पिल्ली आइये। अथिराप्पिल्ली, त्रिशूर जिले के मुकुंदपुरम तालुक में स्थित है। यह अपनी राजसी झरने और करामाती वर्षावन के लिए प्रसिद्ध है। यह जगह जैव विविधता में समृद्ध है।
धर्म में रुचि रखने वालों के लिए
यदि आप बड़े ही धार्मिक हैं और धर्म में रुचि रखते हैं तो गुरूवायूर आइये। गुरूवायूर त्रिशूर जिले में एक भरा हुआ शहर है। इस जगह को भगवान कृष्ण का घर मन जाता है, भगवान विष्णु के देहधारण का घर भी माना जाता है। गुरूवायूर केरल के कई में से एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है।
कुछ नहीं करने वालों के लिए
यदि आप सिर्फ और सिर्फ मौज मस्ती और आराम के शकीन हैं तो आप केरल आकर एक बार प्राचीन आयुर्वेद मसाज लेना न भूलियेगा।
बुजुर्गों के लिए
बच्चों और युवाओं के अलावा केरल बुजुर्गों के लिए भी अपने दामन में बहुत कुछ समेटे हुए है। यहां के घने जंगल, वेस्टर्न घाट, बैकवॉटर, शांत समुंद और दूर तक फैले नारियल के पेड़ किसी भी बुज़ुर्ग की चिंताओं को हर सकते हैं।