भारत में आज भी कई ऐसे पौराणिक स्थल मौजूद हैं, जिनका संबंध देवी-देवताओं और ऋषि-मुनियों से बताया जाता है। ये स्थान आज हिन्दू धर्म से जुड़े लोगों के लिए पवित्र तीर्थस्थान माने जाते हैं। इस कड़ी आज हमारे साथ जानिए भारत स्थित 'पंच सरोवरों' के बारे में, जिनका संबंध पौराणिक काल से है। साथ ही इनका उल्लेख हिन्दू पुराणों में भी मिलता है।
भारत की पांच विभिन्न जगहों में स्थित ये सरोवर मोक्ष प्राप्ति का द्वार समझे जाते हैं, जिनमें स्नान करने से मनुष्य पाप-मुक्त हो जाता है। ये सरोवर प्राचीन ऋषि-मुनियों की तपोभूमि भी कहलाए जाते हैं। हमारे साथ जानिए धार्मिक पर्यटन से लिहाज से ये सरोवर आपके लिए कितना महत्व रखते हैं।
नारायण सरोवर, गुजरात
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गुजरात स्थित 'नारायण सरोवर' हिन्दू धर्म से जुड़े लोगों के लिए पवित्र तीर्थस्थान माना जाता है। जो प्राचीन कोटेश्वर मंदिर से लगभग 4 किमी की दूरी पर स्थित है। बता दें कि 'नारायण सरोवर' श्रीमद्भागवत में वर्णित पांच दिव्य सरोवरों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि यहां स्नान करने से इंसान पाप मुक्त हो जाता है।
यहां कार्तिक पूर्णिमा का दिन बेहद खास होता है, इस दिन यहां भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमें विभिन्न राज्यों से साधु-सन्तों के साथ भक्त हिस्सा लेते हैं। इस स्थान पर अद्वैत वेदांत के प्रणेता प्रसिद्ध शैव आचार्य आदि शंकराचार्य भी आए थे।
पाम्पा सरोवर, कर्नाटक
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कर्नाटक के कोपल जिले में स्थित पाम्पा सरोवर एक प्रसिद्ध झील है। जो हिन्दुओं के पवित्र तीर्थस्थान में शामिल है। बता दें कि नारायण सरोवर की ही तरह पाम्पा झील का उल्लेख भी श्रीमद्भागवत में मिलता है।
यह पवित्र झील तुंगभद्रा नदी के अंतर्गत आती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इसी स्थल पर भगवान शिव ने तपस्या की थी, जिसका वर्णन हिन्दू महाकाव्य में मिलता है।
साथ यह वो स्थान भी था जहां राम की भक्तिन शबरी अपने प्रभु राम का इंतजार किया था। कहा जाता है कि इस दिव्य झील में स्नान करने से इंसान को मानसिक व आत्मिक सुख की प्राप्ति होती है।
पुष्कर सरोवर, राजस्थान
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भारत के पांच पवित्र सरोवरों में राजस्थान के अजमेर स्थित पुष्कर झील भी शामिल है। जिसका निर्माण भगवान ब्रह्मा जी ने करवाया था। इसलिए इस पवित्र सरोवर के पास ब्रह्मा जी को समर्पित एक मंदिर भी स्थापित है। यह झील हिन्दुओं के पवित्र तीर्थस्थान में से एक है।
माना जाता है कि यहां स्नान करने से त्वचा संबंधी सभी बीमारियां दूर हो जाती हैं। यह झील अजमेर से लगभग 11 किमी की दूरी पर स्थित है। बता दें कि इस दिव्य झील के 52 स्नान घाट हैं, जिनमें से ब्रह्म व गव घाट महत्पूर्ण माने जाते हैं। पुष्कर झील अरावली पहाड़ी श्रृंखला के अंतर्गत आती है।
बिंदु सरोवर, अहमदाबाद
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गुजरात के अहमदाबाद स्थित बिंदु झील, हिन्दुओं के पवित्र पंच सरोवरों में से एक है। जो शहर से लगभग 130 किमी की दूरी पर स्थित है। धार्मिक मान्यता है कि इस सरोवर के किनारे बैठकर ऋषि कर्दम ने हजार वर्षों तक तपस्या की थी। जिसका वर्णन हिन्दू ग्रंथों व पुराणों में मिलता है।
किवदंतियों के अनुसार भगवान परशुराम ने अपनी मां का श्राद्ध इसी जगह पर किया था। धार्मिक मान्यताओं से जुड़े होने के कारण यह झील हिन्दू धर्म के लोगों के लिए एक तीर्थ स्थान मानी जाती है। जहां प्रतिवर्ष हजारों सैलानी पवित्र स्नान के लिए आते हैं।
कैलाश मानसरोवर
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कैलाश पर्वत के पास स्थित मानसरोवर, उपरोक्त सरोवरों में सबसे सर्वश्रेष्ठ है। जिसकी उत्पत्ति ब्रह्माजी के मन से हुई थी। मानसरोवर एक संस्कृत भाषा का शब्द है जो मानस और सरोवर में मिलकर बना है। जिसका अर्थ होता है- मन का सरोवर। हर साल हजारों श्रद्धालु दुर्गम सफर तय कर कैलाश मानसरोवर पहुंचते हैं। दिव्य मानसरोवर के पास स्थित कैलाश पर्वत भगवान शिव का निवास स्थान है।
जिस कारण यह सरोवर सबसे ज्यादा पवित्र माना जाता है। कहा जाता है कि यहां माता पार्वती स्नान किया करती थीं। बता दें कि यह जगह हिन्दू धर्म के साथ-साथ बौद्ध-जैन धर्म के अनुयायियों के लिए भी एक पवित्र स्थान मानी जाती है।