भारत में काला जादू का चलन काफी सालों पुराना है। तंत्र-मंत्र द्वारा इंसानी वशीकरण इसके मुख्य श्रेणी में आता है। अकसर इसका प्रयोग दुश्मनों के विरूद्ध किया जाता है। और जो इसे करता है उसे 'तांत्रिक' कहा जाता है। बंगाल-असम ये कुछ ऐसे राज्य हैं जो हमेशा से ही 'ब्लैक मैजिक' का गढ़ माने गए हैं।
लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इनके अलावा भी भारत में कई ऐसे राज्य व बड़े शहर मौजूद हैं जहां गुप्त तरीके से काला जादू किया जाता है। यह एक सोचनीय विषय है कि पाषाणयुग से आधुनिक भारत में कदम रखने के बाद भी हमारा समाज तंत्र-मंत्र के चक्कर में पड़ा हुआ है। आगे जानिए भारत के कुछ बड़े शहरों के बारे में जहां आज भी गुप्त तरीके से किया जाता है 'काला जादू'।
केरल का त्रिशूर गांव
केरल साक्षरता के मामले में भारत के बाकी राज्यों से कहीं ज्यादा आगे है। लेकिन यह जानकर आश्चर्च होता है कि इस राज्य में भी काले जादू जैसी गतिविधियां की जाती हैं। माना जाता है कि केरल स्थित त्रिशूर गांव में तंत्र मंत्र के द्वारा लोगों से ठगी का काम किया जाता हैं।
जिसके चलते यह गांव काला जादू के लिए काफी प्रसिद्ध हो गया है। इस गांव में कुट्टी चट्टान को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है, कहा जाता है कि यहां का तांत्रिक पुजारी गुप्त मंत्रों द्वारा भगवान की पूजा करता है। और लोगों की परेशानी दूर करने का दावा करता है।
हैदराबाद का सुल्तानशशी इलाका
हैदराबाद का सुल्तानशशी इलाका काला जादू का बड़ा अड्डा माना जाता है। यहां कई ऐसे तांत्रिक मौजूद हैं जो शादी की बाद आने वाली तकलीफों को दूर करने के बहाने महिलाओं का शारीरिक शोषण करते हैं।
इसके अलावा इस काम में कुछ महिलाएं भी शामिल हैं जो परेशानी दूर करने के बहाने पुरुषों से संबंध स्थापित करती हैं। सुल्तानशशी में ऐसे कई गुप्त स्थान मौजूद हैं, जहां काला जादू सिखाया जाता है।
वाराणसी के श्मशान घाट
वाराणसी को भारत की धार्मिक नगरी कहा जाता है, जहां दूर-दूर से श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। वाराणसी में ही भारत का सबसे बड़ा श्मशान घाट (मर्णिकर्णिका घाट) भी मौजूद हैं। कहते हैं यहां की राख कभी ठंडी नहीं पड़ती है।
वाराणसी के श्मशान घाटों पर अघोरी (तांत्रिक साधु) तंत्र साधना करते हैं। इनका मानना है कि यह तंत्र साधना देवी-देवताओं को खुश करने के लिए की जाती है। जिससे इन्हें आम इंसान से ज्यादा ताकत मिल सके।
कोलकाता का निमतला घाट
काले जादू के लिए बंगाल हमेशा से ही चर्चा का विषय रहा है। कहा जाता है कोलकाता के निमतला घाट पर बड़े स्तर पर तंत्र साधना की जाती है। यहां रात में गुप्त तरीके से काले जादू का अभ्यास किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यहां के श्मशान घाट पर अघोरी साधु देर रात तक रूकते हैं। इस बीच ये कौन-कौन सी गतिविधियां करते हैं यह सब गुप्त रखा जाता है।
असम का मेयोंग
बंगाल के बाद असम काले जादू का सबसे बड़ा गढ़ माना जाता है। तंत्र-मंत्र साधना के मामले में असम का असम का मायोंग गांव हमेशा चर्चा में रहता है। कहा जाता है इस गांव का कहर आसपास के सभी गांवों में है। जिसका नाम भी लोग जबान पर लेने से डरते हैं।
ऐसा मानना है कि इस गांव के हर घर में काला जादू किया जाता है। यह गांव असम के राजधानी शहर गुवाहाटी से करीब 40 किमी की दूरी पर है।