हाल ही में लद्दाख में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन यानि बीआरओ द्वारा दुनिया का सबसे ऊंचा मोटरेबल रोड बनाया गया है, जोकि 19,300 फीट ऊंचाई पर स्थित है। हिमांक प्रोजेक्ट के अंतर्गत 86 किलोमीटर लंबी ये सड़क उमिंग्ला टॉप से होकर गुज़़रती है और दो गांच चिसुम्ले और डेमछोक से जाकर जुड़ती है जोकि लेह से 230 किमी दूर है।
ये है लेह लद्दाख का गहना..इन्हें घूमना बिल्कुल भी ना भूले
कई मुश्किलों के बाद बीआरओ ने खरदुंग ला पास - 17,900 फीट, छांग्ला पास - 17,695 फीट लंबी सड़क की परियोजनना के तहत ही इस सड़क का भी निर्माण किया है। हर बाइकर का सपना होता है कि वो एक न एक बार लद्दाख जरूर जाए और इस सड़क के बन जाने से बाइकर्स को सबसे ज्यादा फायदा होगा। इस सफर में आपको खूब मज़ाआएगा। अगर आप लद्दाख के लिए रोड ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो आपको इस गाइड की जरूरत पड़ सकती है।
लद्दाख के लिए बाइक राइड पर जाने का सही समय
लद्दाख के लिए बाइक राइड पर जाने का सही समय जून से सितंबर तक का समय लद्दाख की बाइक ट्रिप के लिए सबसे बेहतर होता है क्योंकि इस दौरान लद्दाख में सालभर की तुलना में कम ठंड होती है। हालांकि, अपने साथ गर्म कपड़े, जैकेट और बढ़िया क्वालिटी के जूते जरूर लेकर जाएं और हिमालय की ठंड के लिए खुद को तैयार रखें।
PC:Jochen Westermann
लद्दाख के लिए बाइक ट्रिप शुरु करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें।
सामान्य जानकारी
इस ट्रिप पर आपको कई जगहें देखने को मिलेंगीं। सफर की शुरुआत से ही खूबसूरत नज़ारों को देख सकते हैं। सामान्य तौर पर इस ट्रिप पर 15 दिनों का समय लगता है। आप यहां दो रूटों से जा सकते हैं - श्रीनगर से लेह और मनाली से लेह। इन दोनों ही रूटों पर एक समान ही समय लगता है।
लद्दाख के लिए बाइक ट्रिप शुरु करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें।
सही बाइक चुनें
लद्दाख का रास्ता काफी मुश्किल है और इसके लिए आपकी बाइक को बढिया परफॉर्मेंस देनी पड़ेगी। इसलिए अपने लिए सही बाइक चुनें। रॉयन एनफील्ड, रायॅल एनफील्ड, हिमालय, केटीएम ड्यूक और इसी तरह की कोई बाइक चुन सकते हैं। अगर आप किसी से बाइक उधार लेते हैं तो उसके मालिक से एनओसी जरूर लें। लेह में प्रवेश करते समयआपको इसकी जरूरत पड़ सकती है।
किराए पर लें बाइक
मनाली तक फ्लाइट से जाकर वहां से बाइक किराए पर ले सकते हैं। मनाली में किराए पर बाइक लेने पर प्रतिदिन 1200 से 1800 रुपए देने पड़ेंगे और 12,000 से 18,000 का डिपॉजिट लिया जाएगा जोकि वापस आने पर लौटा दिया जाएगा।
अपने साथ अपनी आईडी और ड्राइवर लाइसेंस जरूर लेकर जाएं और बाइक के सभी कागज़ जैसे प्रदूषण प्रमाण पत्र, इंश्योरेंस पेपर्स आदि लेकर जाएं। ये सब दस्तावेज आपको रेंटल द्वारा दिए जाएंगें। इसके अलावा बाइक लेने से पहले चैक कर लें कि कहीं उस पर कोई स्क्रैच, खराब चेन या टायर तो नहीं लगा हुआ है। आप चाहें तो प्रतिदिन दिहाड़ी पर किसी मैकेनिक को भी रख सकते हैं।
ऊंचाई पर बीमार होना
लद्दाख पहाड़ी रेगिस्तान है जोकि काफी ऊंचाई पर स्थित है। ऐसी ऊंचाई आपने पहले कभी नहीं देखी होगी। इसलिए ऊंचाई पर बीमार होने वाले लक्षण जैसे सिरदर्द, मितली, उल्टी, दिल की धड़कन का बढ़ना या थकान आदि सामने आते हैं।PC:Sistak
इनर लाइन परमिट की जरूरत
जम्मू-कश्मीर काफी संवेदनशील क्षेत्र है इसलिए यहां के लिए आपको सरकार द्वारा जारी किए गए इनर लाइन परमिट की जरूरत पड़ेगी। ये पैंगोंग त्यो और नुब्रा घाटी पर भी काम आता लेकिन अब इसकी जरूरत नहीं है।आईएलपी की सामान्य कीमत 200 रुपए प्रति व्यक्ति है और इस पर वन्यजीवों की सुरक्षा और दान के लिए 30 रुपए की अतिरिक्त राशि ली जाती है।