छुट्टियों का नाम सुनते ही हम कैसे चहक उठते हैं, वही छोटे बच्चों जैसी मुस्कराहट हमारे चेहरे पर तैरने लगती है। तो अगर आप लंबे अरसे से ऑफिस से छुट्टी लेने की सोच रहे थे, लेकिन बॉस ने छुट्टी देने से मना कर दिया है तो डोंट वरी क्योंकि अब आपको छुट्टी मांगने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आ गया है एक और लॉन्ग वीकेंड।
ह्म्म्म लॉन्ग वीकेंड, जिसकी शुरुआत होगी, 29 मार्च से (गुरुवार) से और खत्म होंगी 1 अप्रैल को। हम आपको अप्रैल फूल नहीं बना रहे बल्कि सच बोल रहे हैं। दरअसल, 29 (गुरुवार)को महावीर जयंती, जिसके बाद गुड फ्राइडे और फिर शनिवार और रविवार तो हो गया ना लॉन्ग वीकेंड।
वैसे भी उत्तर भारत की गर्मी ने सबका जीना मुहाल कर रखा है, तो क्यों ना इस लॉन्ग वीकेंड किसी हिलस्टेशन की सैर हो जाये। खास बात यह है कि, इस लॉन्ग वीकेंड में आराम से अपनी छुट्टियों को एन्जॉय कर सकते हैं, साथ ही खुद को रिफ्रेश भी महसूस करेंगे। तो ज्यादा देर ना लगाते हुए, हम आपको बताते हैं, कुछ बेहद ही खूबसूरत जगहों के बारे में जहां आपको इस चिलचिलाती गर्मी से राहत मिलेगी
गुलाबा, मनाली
इन्द्रासन पीक
इन्द्रासन पीक, समुद्र तल से 6223 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो एक लोकप्रिय ट्रैकिंग स्थल है, जोकि लाहौल और स्पीति जिले में स्थित है। ये पीक पार्वती और व्यास नदी के बिलकुल बीचों बीच में स्थित है। यहाँ आने वाले पर्यटक बर्फ से ढकी चोटियों को देखकर उसकी सुन्दरता पर मन्त्र मुग्ध हो जाएंगे।
रोहतांग घाटी
मनाली से 51 किमी की दूरी पर स्थित यह यह दर्रा, दुनिया की सबसे ऊंची चलने वाली रोड है जहां हर साल लाखों पर्यटक इस लॉफी पहाड़ पर भ्रमण करने आते हैं। यह दर्रा समुद्र स्तर से 4111 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जहां से मनाली का शानदार दृश्य दिखाई पड़ता है। यहां से पहाडों, सुंदर दृश्यों वाली भूमि और ग्लेशियर का शानदार दृश्य देखा जा सकता है। इन सभी के अलावा इस पर्यटन स्थल में आकर पर्यटक ट्रैकिंग, माउंटेन बाइकिंग, पैरालाइडिंग और स्किंईंग भी कर सकते हैं। यहां की यात्रा के लिए पर्यटकों को आर्मी से परमिशन लेनी पड़ती हैं।Pc: flicker
मोरी
के उत्तरकाशी जिले में स्थित छोटा सा मोरी अपनी प्राकृतिक सुन्दरता के लिए पर्यटकों के बीच जाना जाता है। यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल समुद्र तल से 3700 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह स्थान जौनसर बावर क्षेत्र में टोंस नदी के किनारे स्थित है। टोंस नदी तमस नदी के नाम से भी जानी जाती है एवं इस जगह को टोंस घाटी का प्रवेश द्वार भी कहते हैं। अगर आपको एडवेंचर स्पोर्ट्स" loading="lazy" width="100" height="56" />उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित छोटा सा मोरी अपनी प्राकृतिक सुन्दरता के लिए पर्यटकों के बीच जाना जाता है। यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल समुद्र तल से 3700 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह स्थान जौनसर बावर क्षेत्र में टोंस नदी के किनारे स्थित है। टोंस नदी तमस नदी के नाम से भी जानी जाती है एवं इस जगह को टोंस घाटी का प्रवेश द्वार भी कहते हैं। अगर आपको एडवेंचर स्पोर्ट्स
चौकोरी
चौकोरी उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में समुद्रतल से 2010 मी. ऊपर एक सुंदर हिल स्टेशन है। यहां शहर की भीड़ भाड़ से दूर अपने प्रियजनों के साथ सुकून के पल बिताने का मौका देता है। चौकोरी कई खूबसूरत जगहों के साथ कई प्राचीन मन्दिरों का घर हैं, जिनमे शिव मंदिर के अलावा महाकाली मंदिर भी शामिल है, यह मंदिर भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है।Pc: Abhijit Kar Gupta
कुनिहार घाटी
अरकी में स्थित कुनिहार घाटी सोलन के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। हटकोट और छोटी विलायत के नाम से भी प्रसिद्द इस स्थान का नाम कुनिहार भारत के पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गाँधी ने रखा था क्योंकि इसका आकार एक माला के सामान है।Pc:Bhanu Sharma Solan
अरकी
किब्बर
किब्बर, लाहौल में एक छोटा सा गांव है, जो 4270 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह गांव चूना पत्थर की चट्टानों से बनी एक संकीर्ण घाटी है। यहां स्थित मठ सेरकांग रिमपोचे ने बनवाया था। यहां एक वन्यजीव अभयारण्य भी स्थित है जहां कई जानवर और पशु रहते हैं।यह गांव काजा से 16 किमी. की दूरी पर है, काजा से गर्मियों में बस सेवा शुरू की जाती है ताकि पर्यटक भ्रमण के लिए आ सकें।Pc:Ksuryawanshi
खिर्सू
पौड़ी से 19 किमी. की दूरी पर स्थित खिर्सू एक सुंदर स्थान है । खिर्सू से मध्य हिमालयीन पर्वत श्रेणियों का सांस रोकने वाला दृश्य देखा जा सकता है। यहाँ के शांत वातावरण में पक्षियों की चहचहाहट गूंजती है और यह स्थान ओक और देवदार के वृक्षों से ढंका हुआ है। हरे सेब के बाग इस स्थान की सुंदरता बढ़ाते हैं। यहाँ पास में घंडियाल देवता को समर्पित एक प्राचीन मंदिर भी है।Pc:Goldi.negi