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माघ मेला 2018: इन 6 खास दिनों में संगम में स्नान करने पर मिलेगी पापों से मुक्ति

2 जनवरी से शुरू हुआ माघ मेला शिव रात्री यानी 13 फरवरी को समाप्त होगा। मेले को भव्य बनाने के लिए इस बार 15 घाट तैयार किये गये हैं, जिसमे करोड़ो श्रद्धालु संगम में डुबकी लगायेंगें।

By Goldi

उत्तर प्रदेश में इन दिनों सर्दियां अपने चरम पर है, और इसी के साथ संगम इलाहबाद में शुरू हो चुका है माघ मेला। माघ मेला हर साल उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में संगम तट पर लगता है,जिसे कल्पवास भी कहा जाता है।

इस मेले में सिर्फ भारतीय ही नहीं बल्कि भारी तादाद में विदेशी भी नजर आते हैं। 2 जनवरी से शुरू हुआ यह माघ मेला शिव रात्री यानी 13 फरवरी को समाप्त होगा। मेले को भव्य बनाने के लिए इस बार 15 घाट तैयार किये गये हैं, जिसमे करोड़ो श्रद्धालु संगम में डुबकी लगायेंगें। बता दें, वर्ष 2019 में अर्धकुम्भ मेला आयोजित होगा,जिसके चलते इसे रिहर्सल माना जा रहा है।

2 जनवरी से लेकर 13 फरवरी तक चलने वाले इस माघ मेले में 6 प्रमुख पर्व हैं,जिनमे लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाकर अपने पापों से मुक्ति पाएंगे। ये खास पर्व 14 जनवरी को मकर संक्रांति, 16 जनवरी को अमावस्या, 22 जनवरी को बसंत पूर्णिमा और 31 जनवरी को माघ पूर्णिमा और 13 फरवरी को महा-शिवरात्रि...आखिरी स्नान के दिन यहां के भरी तादाद में श्र्दालुयों के आने का अनुमान है।

क्यों होता है माघ मेला?
इस महीने की माघ पूर्णिमा को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन इलाहाबाद के संगम में स्नान करने से दुख-दर्द दूर हो जाते हैं। माघ माह में चलने वाला यह स्नान पौष मास की पूर्णिमा से शुरू होकर माघ पूर्णिमा तक होता है।

एक ट्रैवलर की नजर से देखे इलाहाबाद को

क्या खास है इस मेले में?
इस मेले में नहाने की तारीखें काफी महत्वपूर्ण होती है,इस दिन लाखों की तादाद में देशी-विदेशी श्रद्धालु गंगा नदी में अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए डुबकी लगाते हैं।

भगवान शिव और देवी शक्ति के आदि-अनादि एकल रूप हैं भारत के ये शिवलिंगभगवान शिव और देवी शक्ति के आदि-अनादि एकल रूप हैं भारत के ये शिवलिंग

इस मेले का मुख्य आकर्षण कल्पवासी होते हैं,को पूरे माघ मेले के दौरान मेले मेले में लगे कैम्पों में रहते हैं। बता दें, जब यहां कुम्भ और अर्ध कुम्भ मेले का अयोजन होता है, तो उस दौरान माघ मेला का आयोजन नहीं किया जाता है।

कहां ठहरे ?
हजारों की तादाद में यहां आने वाले श्रद्धालु होटल्स और संगम के तट के किनारे लगे कैम्पस में रह सकते हैं। यहां सरकार द्वारा भी कैम्प और टेंट का आयोजन किया जाता है। तस्वीरों में देखे माघ मेले की तस्वीरें

माघ मेला 2018

माघ मेला 2018

माघ मेला में श्रद्धालु पुल के जरिये संगम तट पर जाते हुए,बता दें..इस साल माघ मेला 2 जनवरी को शुरु हुआ है जोकि 13 फरवरी शिवरात्री तक चलेगा।

माघ मेला 2018

माघ मेला 2018

इस माघ मेले में नागा बाबा, साधुयों को बड़ी तादाद में देखा जा सकता है, जो यहां संगम के तट पर डुबकी लगाने पहुंचते हैं

माघ मेला 2018

माघ मेला 2018

माघ मेला में शाम की भव्य आरती का नजारा जिसमे लाखों की तादाद में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं।

माघ मेला 2018

माघ मेला 2018

sनगम तट पर पूजा में लीन साधू

माघ मेला 2018

माघ मेला 2018

एरियल व्यू के जरिये ली गयी तस्वीर में देखिये संगम के तट पर श्रधालुयों की भीड़...

माघ मेला 2018

माघ मेला 2018

माघ मेला में संगम में डुबकी लगता हुआ एक साधू

माघ मेला 2018

माघ मेला 2018

माघ मेला में ठहरने के लिए सरकार द्वारा टेंट की उचित व्यवस्था की जाती है, ताकि यहां आने वाले श्रधालुयों को किसी तरीके की दिक्कत ना हो।

माघ मेला 2018

माघ मेला 2018

पुल पर आते जाते हुए माघ मेला के श्रद्धालु।

माघ मेला 2018

माघ मेला 2018

माघ मेला 2018 में स्नान को जाते हुए नागा बाबा

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