भारत तिब्बत सीमा के पास एक ऐसी बेपनाह खूबसूरत घाटी है जिसके बारे में लोग लगभग न के बराबर जानते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं स्पीति की। हिमचल प्रदेश के अंतर्गत आने वाला ये दूरस्थ स्थान जहां एक तरफ अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है तो वहीं दूसरी ओर इस स्थान का शुमार हिमालयी डेजर्ट घाटी के रूप में भी होता है। इस स्थान की सुंदरता कुछ ऐसी है कि ये किसी को भी मन्त्र मुग्ध कर सकती है।
कहां है स्पीती
स्पीति हिमाचल प्रदेश के उत्तर-पूर्वी भाग में एक दूरस्थ हिमालय की घाटी है। स्थानीय लोगों के अनुसार स्पीती शब्द का शाब्दिक अर्थ है "बीच की जगह" ज्ञात हो कि भारत और तिब्बत के बीच में स्थित होने के कारण इस स्थान का नाम स्पीती पड़ा है।यह जगह बहुत ही उच्च ऊंचाई पर स्थित है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए लोकप्रिय है। स्पीति क्षेत्र अपनी बौद्ध संस्कृति और मठों के लिए प्रसिद्ध है।
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फोटो कर्टसी - जॉन हिल
कैसे जाएं स्पीती
स्पीति की यात्रा करने वाले यात्री राष्ट्रीय राजमार्ग 21 के माध्यम से भी इस खूबसूरत घाटी की यात्रा कर सकते हैं। इस स्थान पर मनाली से रोहतांग पास के माध्यम से आसानी से पहुँचा जा सकता है। इस स्थान पर जाने का सबसे अच्छा रास्ता शिमला वाया किन्नौर से है, जो 412 किमी लंबा है। यात्री स्पीति तक पहुँचने के लिए बसों और टैक्सियों का लाभ आसानी से ले सकते हैं। इसेक अलावा आप रेल और फ्लाइट के माध्यम से भी यहाँ आ सकते हैं। शिमला यहाँ का निकटतम हवाई अड्डा है।
मनाली - काज़ा - शिमला रूट
ये एक ऊबड़ खाबड़ रूट है जिसकी शुरुआत मनाली से होती है| रोहतांग से 60 -70 किलोमीटर की यात्रा करने पर आपको ग्राम्फू के पास एक डाइवर्जन मिलेगा। ये रोड सीधी आपको लेह ले जाएगी मगर यहीं आप यू टर्न लें आप स्पीति घाटी पहुंच जाएंगे। आपको बताते चलें कि मनाली से काजा की कुल दूरी 200 किलोमीटर है और यदि आप सुबह जल्दी निकलें तो आप आसानी से यहां पहुंच सकते हैं।
जैसे ही आप यहां से गुजरेंगे आपको स्पीति नदी दिखेगी जिसकी सुंदरता की कल्पना शब्दों में नहीं की जा सकती। जैसे जैसे आप घाटी के अंदर घुसते जाएंगे वैसे वैसे हरियाली की जगह हिमालयी डेजर्ट ले लेंगे जहां आपको दूर-दूर तक केवल पहाड़ और नीला आकाश ही दिखाई देगा।
गौरतलब है कि छत्तरू तक पहुँचने तक आप ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करेंगे और जैसे ही छत्तरू क्रॉस होगा रोड़ों के ऊबड़ खाबड़ होने के कारन आप परेशानी का सामना कर सकते हैं। यही रूट आपको काज़ा से टाबो और टाबो से सुम्बो होते हुए किन्नौर ले जाएगा।
आपको बता दें कि ये रूट शिमला पर ख़त्म होता है। यदि आपके पास प्रचुर समय हो तो आप अपनी यात्रा की शुरुआत मनाली से करें और स्पीति को निहारने के बाद किन्नौर होते हुए अपनी यात्रा को शिमला में ख़त्म करें। यदि आपके पास समय काम हो तो आप केवल मनाली होते हुए स्पीति जाएं।
स्पीति में क्या क्या देख सकते हैं आप
हालांकि स्पीति एक हिमालयी डेजर्ट घाटी मगर इसके बावजूद आप ऐसा बहुत कुछ जिसकी कल्पना आपने केवल अपने सपनों में की होगी। तो आइये जानें क्या क्या देख सकते हैं आप स्पीति में।
कुंजुम दर्रा
इसे कुंजुम ला के नाम से भी जाना जाता है, जो तिब्बत से होकर गुजरता है। यह 4590 मीटर की ऊंचाई पर मनाली से 122 किमी दूर स्थित है। यह दर्रा कुल्लू घाटी और लाहौल स्पीति घाटी को जोड़ता है। यहां एक मंदिर भी स्थित है जो देवी दुर्गा को समर्पित है।
फोटो कर्टसी - अजीत यू
क्ये मठ
यह कि, के, और की, मठ के रूप में भी जाना जाता है। क्ये मठ समुद्र स्तर से 4116 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और काजा, जो स्पीति उपखंड का मुख्यालय है, से लगभग 20 किमी दूर है। गोम्पा में कम ऊंचाई के कमरे और संकीर्ण गलियारों के साथ एक अनियमित आकार वाला है।
धंकर मठ
मठ समुद्र स्तर से 3870 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। 17 वीं सदी में, धंकर स्पीति घाटी राज्य की राजधानी थी। एक पहाड़ी पर मठ के रणनीतिक स्थान के कारण एक सुविधाजनक बिंदु के रूप में अपने दुश्मनों पर जासूसी कर सकता था क्योंकि स्पीति क्षेत्र पर अपने पड़ोसी राज्यों द्वारा हमलों का खतरा था।
पिन घाटी राष्ट्रीय उद्यान
पिन घाटी राष्ट्रीय उद्यान स्पीति की घाटी में स्थित हिमाचल प्रदेश राज्य का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है, जो एक ठंडे रेगिस्तान क्षेत्र में स्थित है। 675 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला है, यह पार्क 1987 में स्थापित किया गया था।पार्क जानवरों और पक्षियों की लगभग 20 प्रजातियों का घर है और लुप्तप्राय हिम तेंदुए के संरक्षण के लिए जाना जाता है।
ताबो
ताबो हिमाचल प्रदेश के स्पीति घाटी में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है। समुद्र स्तर से 3050 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, शहर पर्यटकों के लिए सुरम्य दृश्य प्रस्तुत करता है। लाहौल एवं स्पीति जिले में स्थित, ताबो स्पीति नदी के तट पर स्थित है और भूरे रंग पहाड़ियों से घिरा हुआ है।
ग्युतो मठ
ग्युतो मठ धर्मशाला से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो पर्यटन का लोकप्रिय आकर्षण है। यह मंदिर तिब्बती बौद्ध धर्म के एक प्रमुख स्कूल कर्मा काग्यू के प्रमुख करमापा के लिए घर है।
क्या प्रवेश के लिए परमिट चाहिए
यदि आप भारतीय है तो यहाँ आने के लिए कोई परमिट नहीं लगेगा मगर यदि आप फ़ौरन नेशनल हैं तो आपको सरकार से परमिट लेना पड़ेगा ।
यात्रा और रहने के साधन
यहाँ आपको यात्रा करने के कई साधन उपलब्ध होंगे, आपको यहाँ हिमाचल प्रदेश राज्य परिवहन निगम की बसें मिल जाएंगी जिनसे आप एक स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा कर सकते हैं। ऊँचाई और दुर्गम स्थानों की यात्रा के लिए आप टाटा सूमो और किराये पर मिलने वाली मोटर साइकिलों के अलावा याक भी ले सकते हैं। अत्याधिक ऊंचाई पर स्थित होने के कारण स्पीति में होटल नहीं हैं लेकिन फिर भी आपको यहां थोड़े बहुत होम स्टे मिल जाएंगे जहां रहकर आप यहाँ के कल्चर और लोगों को समझ सकते हैं।
स्पीति की औसत ऊँचाई
समुंद्र तल से स्पीति की औसत ऊँचाई 3800 मीटर है। यहां आने से पहले इस बात का पूरा ख्याल रखें कि आपको ऊंचाई की आदत हो और आपने ऊँचाई पर रहने और चलने का अध्यास किया है। ज्ञात हो कि यहां हवा का दबाव काम रहता है जिस कारण आपको सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
क्या होगा स्पीति का तापमान ?
लद्दाख की ही तरह यहां दिन में गर्मी और शाम को काफी ठंड होती है। आपको बताते चलें कि यहां की रातें बेहद ठंडी होती हैं।
स्पीति की यात्रा का सबसे अच्छा समय
जून से सितम्बर स्पीति की यात्रा का सबसे अच्छा समय है। जबकि स्थानीय लोगों के अनुसार जून से अगस्त का समय यहां आने का सबसे अच्छा समय है।
क्या क्या देख सकते हैं स्पीति में आप
यदि आप बौद्ध मठों,चंद्र परिदृश्य, नए कल्चर और वन्य जीवन के अलावा नेचर के सर्वोत्तम रूप के शौक़ीन हैं तो आपको यहां अवश्य आना चाहिए।
स्पीति की झीलें
चन्द्रताल और धनकर झील यहां की प्रमुख झीलें हैं जिनकी यात्रा आपको अवश्य करनी चाहिए।
यात्रा के लिए कितने दिन चाहिए
स्पीति घाटी की सुंदरता यूं तो दिनों की मोहताज नहीं है लेकिन फिर भी हमारा ये कहना है कि पूरे स्पीति और आसपास की यात्रा पर आपको 5 - 7 दिन का समय लगेगा।