हाल ही मै कोलकाता पहुंची थी,की तभी मेरी एक दोस्त ने मुझे कोलकाता के मिनी चाइना के बारे में जानकारी दी..हालांकि उसे भी कुछ खास इस चाइना टाउन के बारे में जानकारी ना थी।जिसके बाद हमने गूगल भैय्या से मदद ली और पहुंच गये तंगरा।
दिल्ली जाएं तो इन स्ट्रीट फूड को चखना न भूलें
जी हां, अगर आप कोलकाता में रहते हैं और इसके बारे में नहीं पता...ये तो फिर तौहीन है। खैर हम दोनों जैसे तैसे उस रेस्तरां पहुंचे खाना ठीक ही था..लेकिन जैसा सोचा वैसा ना पाया था..कि तभी वहां किसी को बात करते सुना कि,
असली चाइना टाउन तो तेरेत्ति बाजार में है।
इतना सुनते ही हमने उसके पास पहुंचकर उस बाजार का पता लिए और निकल पड़े कोलकाता का मिनी चाइना ढूंढने।
सब मिलेगा यहां
वहां पहुंचकर हमने जाना कि, हर रविवार को चीनी लोगो का बाजार या हाट लगता है । यहाँ पहुँच कर पहले हमने पेट पूजा करने की सोची फिर चीनी मन्दिर जाने की, इस जगह की खास बात यह है कि, यहां आपको शाकाहरी और मांसाहारी दोनों ही चीजे खाने को मिल जाएगी।
कैसे पहुंचे तेरेत्ति बाजार
वहा खड़ी महिला दुकानदार से पता चला की ये हाट करीबन 100 सालो से चल रहा है । पर वर्तमान सरकार अपने चहेते समुदाय के लोगो को यहाँ बसाने के चक्कर में इन अल्पसंख्यक चीनी लोगो को हटाने पे तुली है। शायद कुछ सालो बाद ये हाट और चीनी मन्दिर इतिहास बनकर रह जाये ।
तिरेता बाजार का इतिहास
तिरेता बाजार का इतिहास
तिरेता बाजार का इतिहास काफी पुराना है..बताया जाता है बिर्टिश साम्राज्य के दौरान करीब 20000 चाइनीज काम करने आये थे। हालांकि अब इनकी जनसंख्या काफी कम हो चुकी है लेकिन खत्म नहीं हुई है।
कैसे पहुंचे तिरेता बाजार
तिरेता बाजार का लैंडमार्क है डलहौजी स्क्वायर मील । यहां से पोद्दार न्यायाल और कोलकाता सुधार ट्रस्ट (उन्नयन भवन) से ओर जाने के लिए रास्ता है। इसी रास्ते पर आगे जाकर चाटवाली लेन है, जिसके आप सीधे अंदर जा सकते हैं।
कब जाएँ
यह बाजार सुबह 6:30 बजे से लेकर रात 11 बजे के बाद भी खुली रहती है।
क्या खाएं
चाइनीज खाना...अगर आप कभी चाइना गयें हैं तो आप उस खाने का स्वाद इस खाने में लुत्फ उठा सकते हैं।
बेहद सस्ता
यहां चाइनीज काफी सस्ता है..यहां 200 रूपये में दो लोग अपना पेट अच्छे से भर सकते हैं।
टिप्स
वहां खाने के बादउनके साथ तस्वीरे तभी खींचे जब उनकी अनुमति हो...वह अब अपने है विदेशी नहीं..उनके साथ बेवजह का मजाक करने से भी बचे।