दक्षिण भारत की वादियों में स्थित कुर्ग एक बेहद ही खूबसूरत हिलस्टेशन, जिसे भारत का स्कॉटलैंड भी कहा जाता है। यह स्थान यहां पाई जाने वाली हरियाली के कारण के प्रसिद्ध है, यहां की सुंदर घाटियां, रहस्यमयी पहाडि़यां, बड़े - बड़े कॉफी के बागान, चाय के बागान, संतरे के पेड़, बुलंद चोटियां और तेजी से बहने वाली नदियां, पर्यटकों का मन मोह लेती है। यह दक्षिण भारत के लोगों का प्रसिद्ध वीकेंड गेटवे है, दक्षिण कन्नड़ के लोग यहां विशेष रूप से वीकेंड मनाने आते है।
लेकिन अगर आप कई बार कुर्ग की सैर कर चुके हैं, तो आपको कुर्ग के आसपास के खूबसूरत झरने देखने चाहिए, यकीन मानिये ये झरने आपको बैंगलोर की गर्मी से बेहद राहत पहुँचायेंगे। तो आइये जानते हैं, कुर्ग के आसपास स्थित कुछ बेहद ही बेहतरीन झरनों के बारे में
इरुप्पु झरना
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इरुप्पु झरना केरल के वायनाड जिले के किनारे भारत के कर्नाटक के कोडागु जिले में ब्रह्मगिरी रेंज में स्थित हैं। यह एक ताजा पानी कास्केड है और राजमार्ग से नागहरोल तक 48 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस झरने को लक्ष्मण तीर्थ फॉल्स के रूप में भी जाना जाता है, जो कावेरी की सहायक नदी के नाम से प्राप्त होता है।
इरुपु फॉल्स एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण के साथ-साथ तीर्थ स्थान भी है। एक प्रसिद्ध शिव मंदिर, रामेश्वर मंदिर, लक्ष्मण तीर्थ नदी के तट पर स्थित है। शिवरात्रि के दौरान यहां भक्तों का तांता देखा जा सकता है।
बुरूडे झरना
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बुरूडे झरना का नाम बुरूडे शब्द से पड़ा है जिसका अर्थ होता है स्कूल, यह एक कन्नड़ भाषा का शब्द है। इस झरने की सैर का सबसे अच्छा सर्दियों के दौरान होता है और गर्मियों शुरू होने से पहले भी यहां का नजारा देखने लायक होता है।इस झरने के पास में एक छोटा सा क्रीक भी स्थित है जिसे यहां आने वाले पर्यटक आसानी से देख सकते है। इस झरने पर आकर पर्यटक काफी आनंद उठा सकते है।
मल्लाली फॉल्स
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कूर्ग के सबसे खूबसूरत दो-स्तरीय झरनों में से एक के रूप में सम्मानित, मल्लल्ली फॉल्स पुष्पगिरी पहाड़ी सीमा के तल पर स्थित है। इस झरने को घूमने का सबसे अच्छा समय मानसून है, हालांकि इस दौरान ट्रेकिंग थोड़ी खतरनाक साबित हो सकती है, इस झरने का तेज प्रवाह इस जगह को बेहद खूबसूरत बना देता है।
एब्बे झरना
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एब्बे झरने की सैर, कूर्ग में सबसे अधिक आंनददायी होती है। यहां का शांत माहौल मन को खुश कर देने वाला होता है। पहले इसे जेस्सी झरने के नाम से जाना जाता था, बाद में मादीकेरी के पहले अंग्रेज कप्तान की बेटी एब्बे के नाम पर इस झरने का नाम रख दिया गया। यह झरना, पश्चिमी घाट का एक हिस्सा है, एब्बे झरना, मुख्य रूप से ढ़लानदार चट्टानों से बहने वाला जल स्त्रोत है और यह लुभावना दृश्य प्रदान करता है। यहां से पानी झरझर करता हुआ बहता है जो कूर्ग में सबसे मनोरम लगता है। यहां आकर पर्यटक देख सकते है कि जैसे - जैसे पानी ऊपर से नीचे की ओर बहता है वैसे - वैसे एक क्लाउडी लेयर बनकर तैयार हो जाती है जो पहाड़ों से गुजरती हुई नीचे तक आती है। मानसून के दिनों में यह झरना और भी सुंदर दिखता है।