उत्तराखंड की वादियों में स्थित नैनीताल उत्तर भारत वासियों के बीच खासा लोकप्रिय हिलस्टेशन है। कुमाऊँ की पहाड़ियों के मध्य में स्थित है और इसे खूबसूरत झीलों का आशीर्वाद प्राप्त है। नैनीताल अपने खूबसूरत परिदृश्यों और शांत परिवेश के कारण पर्यटकों के स्वर्ग के रूप में जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि ब्रिटिश व्यापारी, पी. बैरून ने 1839 में, यहाँ की सम्मोहित कर देने वाली खूबसूरती से प्रभावित होकर ब्रिटिश कॉलोनी स्थापित करके नैनीताल को लोकप्रिय बना दिया।
यात्रा में दो चीजें बेहद जरूरी होती हैं, एक तो खरीददारी और दूसरा वहां के खान-पान को एन्जॉय करना। कुमाऊँ में स्थित होने के कारण यहां का खाना थोड़ा सा अलग है, जो आपको नैनीताल की ट्रिप पर जरुर ट्राय करना चाहिए। तो अगर आप इन गर्मियों की छुट्टियों में नैनीताल घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो वहां के खास मोमोज,गुलगुले आदि खाना ना भूलें..आइये स्लाइड्स में जानते हैं,नैनीताल के प्रसिद्ध फ़ूड के बारे में, जो आपकी नैनीताल ट्रिप को बना देगी और भी मजेदार
आलू के गुटके
अगर आप नैनीताल घूमते हुए कुछ चटपटा खाना चाहते हैं, आलू के गुटके ट्राय करते हैं। आलू के गुटके एक कुमाऊंनी रेसिपी है। यह आलू से बनने वाली एक स्वादिष्ट डिश है। इसे चखने के बाद आपको पहाड़ी जायका मिलेगा। यह डिश खाने में चटपटी होती है।
गुलगुला
गुलगुला एक मीठी डिश है, जोकि आते और गुड़ से तैयार कर बनाई जाती है।
बाल मिठाई
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बाल मिठाई उत्तराखंड की प्रसिद्ध मिठाई है, बाल मिठाई को भुने हुए खोये से बनाया जाता है, खोये को गुड या चीनी के साथ पकाया जाता है| ठंडा हो जाने के बाद मिठाई को काट कर चीनी से बनी छोटी छोटी गेंदों से गार्निश किया जाता है।
अरसा
अरसा गढ़वाल के कलेवा की संस्क्रति में सबसे महत्वापूर्ण पकवान/मिठाई है। जिसे मुख्य रूप से पारिवारिक सभाओं, शादियों और त्योहारों जैसे विशेष अवसरों पर तैयार है। इसे शादियों में बनाना शुभ माना जाता है। शादी के या किसी शुभ अवसर पर दूर-दूर तक नाते-रिश्तेदारी में अरसे का "बीड़ा" यानी यादगारी का गिफ्ट पैक जरूर भेजा जाता है।
भांग की चटनी या तिल की चटनी
उत्तराखंड के कुमायूं गढ़ में भांग की चटनी दाल-चावल, रोटी,पूरी आदि के साथ खायी जाती है। चटनी बनाने से पहले भांग या फिर तिल को अच्छे से भूना जाता है, फिर मिक्सी में जीरा पावडर, धनिया, नमक और मिर्च स्वादानुसार डालकर अच्छे से पीसा जाता है। और हां बता दें, कि यह चटनी नशीली नहीं होती है।
मडूए की रोटी
कुमाऊंनी रायता
अगर लंच में खाने के साथ रायता जो तो खाना खाने का मजा दुगना हो जाता है, लेकिन क्या अप जानते है कि नैनीताल का रायता अन्य जगहों के एकदम अलग तरीके से बनाया जाता है। जी हां, नैनीताल और कुमायूं गढ़ में रायता ककड़ी (खीरा), सरसों के दाने, हरी मिर्च, हल्दी पाउडर और धनिए से बनाया जाता है। यह रायता सिर्फ छाछ से नहीं बनता, बल्कि छाछ की क्रीम से बनता है। इस रायते में दही की जगह इसी क्रीम का इस्तेमाल कुमाऊंगी रायता बनाने में होता है, जिससे यह काफी गाढ़ा होता है।