सहयाद्रि की पहाड़ियों की तलहटी में बसा 'खंडाला' का मौसम बेहद सुहावना रहता है, और अगर आप शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर कहीं छुट्टियां बिताना चाहते हैं, तो खंडाला आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प है। प्राकृतिक सौंदर्य, हरे-भरे वातावरण, खूबसूरत झीलों और झरनों से सजा खंडाला किसी को भी मदहोश कर सकता है।
आकर्षण घाटियों में बसा खंडाला और लोनावला
मानसून के मौसम में तो इस जगह की खूबसूरती और भी ज्यादा बढ़ जाती है, और इस दौरान यहां पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ती है। नासिक से खंडाला की दूरी महज़ 5 घंटे की है। सड़क मार्ग द्वारा सफर करने पर आपको इसके आसपास के कई शहर देखने को मिलेंगे। इसलिए नासिक से खंडाला का रूट सबसे बेहतरीन माना जाता है।
खंडाला आने का सही समय
खंडाला आने का सबसे सही समय मानसून रहता है। अक्टूबर से मार्च के बीच पर्यटकों के लिए यहां सुहावना मौसम रहता है। कुल मिलाकर खंडाला सालभर के लिए पर्यटकों के लिए खुला रहता है। इस हिल स्टेशन की ठंडी हवाओं से बचने के लिए अपने साथ गर्म कपड़े जरूर लेकर आएं।Pc:ruben alexander
कैसे पहुंचे खंडाला
खंडाला परिवहन के तीन साधनों से पहुंचा जा सकता है।
वायु मार्ग : खंडाला से पुणे निकटतम हवाई अड्डा है। एयरपोर्ट से खंडाला की दूरी 48 किमी है, ये दूरी कैब या बस से तय की जा सकती है।
रेल मार्ग द्वारा : नासिक से खंडाला के बीच रोज़ कई ट्रेनें चलती हैं। ट्रेन के ज़रिए नासिक से खंडाला पहुंचने में 3 घंटे का समय लगता है।
सड़क मार्ग द्वारा : नासिक से खंडाला के बीच लगातार बसें चलती हैं। आप चाहें तो सइस रूट पर कैब या टैक्सी बुक कर के भी पहुंच सकते हैं। बता दें कि खंडाला एक छोटा सा शहर है, जहां आप बड़ी आसानी से कैब या पैदल घूम सकते हैं।Pc:Alewis2388
खंडाला पहुंचने के अलग-अलग रूट
रूट 1 : नासिक - इगतपुरी - थाणे - खंडाला
रूट 2 : नासिक - सांगमेर - चिंबाली
नासिक से खंडाला के लिए पहला रूट छोटा और आसान है। इसलिए आपको पहला रूट लेना चाहिए।
नासिक
इस खूबसूरत सफर की शुरुआत नासिक से होती है जिसमें 235 किमी की यात्रा में 5 घंटे का समय लगेगा। सड़क मार्ग द्वारा नासिक से खंडाला के बीच थाणे और इगतपुरी भी पड़ेगा।Pc: Santoshiwtn
इगतपुरी
पहले 46 किमी का रास्ता 1 घंटे में ही तय हो जाएगा और इसके बाद मुंबई-आगरा नेशनल हाईवे पर पड़ेगा पश्चिमी घाट पर स्थित छोटा सा हिल स्टेशन इगतपुरी। ये जगह प्रकृति और एडवेंचर प्रेमियों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। सहयाद्रि की सबसे ऊंची चोटि इसी क्षेत्र में पड़ती है। इगतपुरी रेलवे स्टेशन महाराष्ट्र के कई शहरों से जुड़ा हुआ है। इगतपुरी में आप भट्सा रिवर घाटी, कैमल वैली, कल्सुबाई चोटि, त्रिंगलवाड़ी किला, विपास्सना केंद्र और घंटादेवी मंदिर आदि देख सकते हैं।Pc: Jsdevgan
थाणे
अगला स्टॉप इगतपुरी से 100 किमी दूर थाणे है। थाणे पहुंचने में 2 घंटे का समय लग सकता है। इसे सिटी ऑफ लेक्स के नाम से भी जाना जाता है। महाराष्ट्र के इस छोटे से शहर में कई खूबसूरत नज़ारे नज़र आते हैं। पश्चिम में सहयाद्रि की पहाडियां और दक्षिण में उल्हास रिवर घाटी है।
पांरपरिक महाराष्ट्र संस्कृति और देश की अनेक संस्कृतियों का मेल आपको थाणे में देखने को मिल सकता है। पर्यटकों को थाणे का मौसम, खाना और त्योहार बहुत पसंद आते हैं। थाणे के दर्शनीय स्थलों में बसिन किला, केलवा बीच, टिकूजी नी वाड़ी, उपचन झील आदि हैं।
Pc:Dinesh Valke
अंतिम गंतव्य : खंडाला
आखिरी 89 किमी का रास्ता 2 घंटे में तय हो जाएगा। खंडाला में कई खूबसूरत दृश्य पर्यटकों और आगंतुकों को बेहद पसंद आता है।
खंडाला में और इसके आसपास के दर्शनीय स्थल
खूबसूरत मैदानों, इमारतों, मौसम और आकर्षक झरनों से सजा खंडाला समृद्ध संस्कृति और पंरपरा का बेजोड़ मेल है।
Pc: Arun Muralidhar
राजमाची किला
खंडाला से लोनावला के रास्ते में 9 किमी दूर है राजमाची किला। इस किले से घाटी और मैदान का खूबसूरत नज़ारा दिखाई देता है।Pc: Slonari2
विसापुर किला
विस्तारित पठार के बीच खंडाला से 13 किमी दूर है पहाडियों और हरियाली के बीच बसा है विसापुर किला। मॉनसून के दौरान इस किले पर पर्यटकों की भारी भीड़ रहती है।Pc: Sumedh.dorwat
लोहागढ़ किला
मलावली पर्वत की चोटी पर स्थित प्राचीन किला लोहागढ़ खंडाला से 12 किमी की दूरी पर स्थित है। ट्रैकर्स और हाइकर्स के बीच ये किला बहुत लोकप्रिय है। प्रकृति की गोद में यहां समय बिताने के लिए लोग पूरे दिन के लिए आते हैं।Pc: Deepak kaushik
बेदसा गुफाएं
खंडाला से 19 किमी दूर है बेदसा की गुफाएं। ये महाराष्ट्र की ऐतिहासिक गुफाएं भी हैं जोकि 60 ईस्वी की मानी जाती हैं। ये एक पहाड़ी पर स्थित हैं और इन गुफाओं में शानदार नक्काशी, पत्थरों पर चित्रकारी की गई है साथ ही इनमें 25 फीट ऊंचे स्तंभ भी हैं।
Pc:KulkarniParimal
कुने झरना
प्रकृति की गोद में बसा कुने घ्रना भारत के शीर्ष 15 सबसे ऊंचे झरनों में आता है। तीन धाराओं में बहने वाला ये झरना 200 मीटर की ऊंचाई से नीचे गिरता है। हरियाली के कारण ये झरना लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट बन चुका है। डाइविंग और तैराकी के लिए भी ये जगह परफेक्ट है।?
Pc: Bluefini
टाइगर लीप
खंडाला से महज़ 2 किमी की दूरी पर स्थित है पर्यटकों के बीच लोकप्रिय टाइगर लीप। झरने के शानदार नज़ारे को देखने के लिए लोग पर्यटक यहां आते हैं। मानसून के दौरान इस जगह पर पर्यटकों की भीड़ काफी बढ़ जाती है।
एडवेंचर एक्टिविटी
ड्यूक नोज़ और करिआ हिल्स रॉक क्लाइंबिंग के लिए परफैक्ट मानी जाती हैं। एक्सरसाइज़ और ट्रैकिंग करने के लिए खंडाला एक खूबसूरत जगह है।Pc: Manu Jha