निजामों का शहर हैदराबाद, भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। अतीत से जुड़ी बहुत सी चीजों को आज भी यहां देखा जा सकता है। चाहें बात गोलकुंडा किले ही हो, या शहर का प्रतिनिधित्व करती चार मीनार की, यहां पर्यटन के लिहाज से आगुंतकों के लिए बहुत कुछ उपलब्ध है। वैसे अगर किसी शहर का इतिहास जानना हो, तो वहां के संग्रहालयों से आदर्श स्थान और कुछ नहीं हो सकता है।
इस लेख में आज हम आपको हैदराबाद के निजाज म्यूजियम के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां कई बेशकीमती वस्तुओं को संभालकर रखा गया है। इस संग्रहालय को देखने के लिए विश्व भर के पर्यटकों का आगमन होता है। अगर आप हैदराबाद यात्रा को थोड़ा ज्ञानवर्धन बनाना चाहते हैं, तो इस म्यूजियम को अपनी यात्रा डायरी में जरूर शामिल करें। जानिए यह आपको किस प्रकार आनंदित कर सकता है।
पुरानी हवेली का निजाम संग्रहालय
PC- Randhirreddy
निजाम संग्रहालय, हैदराबाद शहर की पुरानी हवेली(पैलेस) में स्थित है। पुरानी हवेली यहां के निजाम का आधिकारिक निवास स्थान था, जिसे हवेली खादिम के नाम से जाना जाता है। इस हवेली का निर्माण सिंकदंर जहां (आसफ जहां तृतीय) के लिए उनके पिता अली खान बहादूर (आसफ जहां द्वितीय) ने करवाया था। इस संग्रहाल में हैदराबाद का अंतिम निजाम, ओस्मान अली खान (आसफ जहां पंचम) को उनकी रजत जयंती सालगिरह (सिल्वर जुबली) पर दिए गए बेशकीमती तोहफों को रखा गया है।
देखने लायक चीजें
इस संग्रहालय में अधिकतर स्मृति चिह्न और तोहफे शामिल हैं, जो उन्हें 1936 को उनके सिल्वर जुबली समारोह के दौरान गणमान्य व्यक्तियों ने दिए थे। यहां रखी गईं एंटीक चीजों में पर्यटक गोल्डन वुडन थ्रोन को देख सकते हैं, जो इस म्यूजिमय का मुख्य आकर्षण का केंद्र है। रजत जयंती सालगिरह से दौरान निजाम ओस्मान अली खान इसी सिहांसन पर बैठे थे। यहां आप अन्य बेशकीमती चिजों में हीरों से जड़ा चाकू, हीरे जवाहरत रखने वाला बक्सा, जुलबी हॉल का मॉडल देख सकते हैं।
यहां एक हीरे से जड़ा सोने का बक्सा और चाय का कप भी था, जानकारी के अनुसार वो यहां से चोरी हो चुका है। आप यहां निजाम से जुड़ी दुर्लभ चित्रकारी और पुरानी कारें भे देख सकते हैं। इस संग्रहालय में संग्रहालय में छठे निजाम की अलमारी, 150 पुरानी हाथ से चलने वाली लिफ्ट, और 200 साल पुराना ड्रम, जो कुछ घोषणा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
म्यूजियम की टाइमिंग्स
पुरानी हवेली का यह संग्रहालय शुक्रवार का दिन छोड़कर बाकी सारे दिन खुला रहता है। यह म्यूजियम सुबह 10 बजे खुलता है, और शाम पांच बजे बंद हो जाता है। अंदर दाखिल होने के लिए शुल्क अदा करनी पड़ती है। व्यस्कों के लिए 65 रूपए और बच्चों के लिए 15 रूपए। हैदराबाद यात्रा के दौरान आप यहां आ सकते हैं। हैदराबाद के इतिहास को जानने के लिए यह एक खास जगह है। आगे जानिए परिवहन संबंधी जानकारी के बारे में।
कैसे करें प्रवेश
इस संग्रहालय तक आप परिवहन के तीनों साधनों की सहायता से पहुंच सकते हैं। यहां का निकटवर्ती हवाईअड्डा हैदराबाद का राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, यहां से आपको नियमित हवाई सेवा मिल जाएगी। रेल मार्ग के लिए आप हैदराबाद या सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं, जो देश के बाकी बड़े शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। अगर आप चाहें तो यहां सड़क मार्ग के सहारे भी यहां तक पहुंच सकते हैं, हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्गों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
आसपास के स्थल
निजाम म्यूजियम के अलावा, हैदरबाद के कई प्रमुख पर्यटन स्थलों की सैर का प्लान बना सकते हैं। आप यहां सालार गंज संग्रहालय, बिड़ला सांइस म्यूजियम, गोलकोंडा का किला, चार मीनार, हुसैन सागर, लुंबिनी पार्क, बिड़ला टेंपल, रामोजी फिल्म सिटी, साईं मंदिर, जल विहार, चौमहला पैलेस आदि स्थलों की सैर का प्लान भी बना सकते हैं।