
भारत अपने इतिहास और संस्कृति के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। जिसके चलते यहां हर साल लाखों की तादाद में देशी समेत विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं।
मध्यप्रदेश की इन खूबसूरत जगहों के आगे खजुराहो,ओरछा सब भूल जायेंगे आप..
भारत के ऐतिहासिक किले, हिल स्टेशन आदि पर्यटकों को खूब अपनी ओर लुभाते हैं। आपको यह जान कर आश्चर्य होगा कि हमारे आस-पास ही ऐसी कई जगहें हैं जिनकी अपनी एक विशेषता और इतिहास है।ऐसी तमाम जगहें हैं, जो रहस्यों से भरी हैं।
आखिर क्यों एक मंदिर को अढ़ाई दिन में बना दिया था मस्जिद?
भारत में ऐसी कई अनछुई जगहें हैं जो अपनी सुंदरता से पर्यटकों को अपनी ओर लुभाती हैं। जहां अभी भी इंसान का हस्तक्षेप न के बराबर है और प्राकृतिक सुंदरता मीलों तक फैली है। इसी क्रम में आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहें हैं जिनके बारे में जानकर आप रोमांच से भर जाएंगे।साथ ही आपको जीवन में एकबार भारत की इन खूबसूरत जगहों की यात्रा जीवन में एक बार जरुर करनी चाहिए..

फुगताल मठ
कश्मीर तो अपने कई बार घूमा होगा लेकिन इस बार फुगताल मठ तक का दौरा जरुर करें, जो आपकी यात्रा को और भी यादगार बना देगा।फुगताल मठ लद्दाख में स्थित है।फुक्ताल पहले एक अज्ञात स्थान हुआ करता था जहाँ शांति और आध्यात्मिक शक्ति की प्राप्ति होती थी।
PC: wikimedia.org

चित्रकोट वाटरफॉल
आपने नाइजीरिया के नियाग्रा फॉल के बारे में तो जरुर सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा ही नियाग्रा फाल भारत में भी मौजूद है। यह नियाग्रा फॉल छत्तीसगढ के चित्रकूट में स्थित है, जोकि देश के सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है। PC: Ksh85

बेताल गांव
हिमाचल प्रदेश में स्थित स्पीती घाटी में बसे बेताल गांव जिसकी खूबसूरती यकीनन आपका दिल चुरा लेगी।प्राकृतिक खूबसूरती से सजे इस गांव में आप भेंड़ चराने का आनन्द भी ले सकते हैं। PC:Ashish Yadav

गजनेर अभयारण्य ,बीकानेर
क्या आपने कभी जंगल घूमा है या फिर जंगल घूमने के शौक़ीन है तो आपको एक बार राजस्थान का गजनेर अभयारण्य जरुर घूमना चाहिएहै। बीकानेर से सिर्फ 32 किलोमीटर दूर बसे इस अभयारण्य में घूमते हुए आप चिंकारा, कृष्णमृग, नील गाय, रेगिस्तानी लोमड़ियों, और जंगली सुअरों को बड़ी संख्या देख सकते हैं। साथ ही यहां शाही गीत गुनगुनानेवाला पक्षी और जलपक्षी जैसे पक्षी बड़ी संख्या में पाए जाते हैं। PC:Daniel Villafruela.

चोपता,उत्तराखंड
उत्तराखंड स्थित चोपता जिसे हम भारत में मिनी स्विटजरलैंड के नाम से भी जाना जाता है। चोपता ऐसी अनछुई और अनजान हिल स्टेशन है जिसकी प्राकृतिक खूबसूरती और हरियाली आपको अंदर तक आनंदित कर देगी। ययहाँ के पर्वतों में अलग ही जादू है। यहाँ हर दम चलती ठंडी-ठंडी हवाएं, मिटटी की वह मनमोहक खुशबु,घने जंगल हमें दूसरी ही दुनिया में ले जायेंगे। चोपता उत्तराखंड के आकर्षक हिल स्टेशनों में से एक है। यह उत्तराखंड में उकीमठ के रास्ते पर गढ़वाल क्षेत्र में बसा हुआ है। PC: Gaurav Kapatia

सिक्किम
पूर्वोत्तर भारत में सतही सिक्किम के पश्चिमी भाग में स्थित वार्से रोडोडेन्ड्रम अभयारण्य में जरूर जाना चाहिए। रोडोडेन्ड्रम एक विशेष तरह का फूल होता है जो इस जंगल में अप्रैल से मई महीने के बीच मिलता है।इसकी 500 से अधिक प्रजातियां यहां पाई जाती हैं। साथ ही यह बेहद ही खूबसूरत गांव है, जिसकी प्रकृतिक खूबसूरती देख आपका वहीं बस जाने का दिल करेगा।

संदाकफू, दार्जिलिंग
दार्जिलिंग में स्थित संदाकफू भारत के ईस्ट में फैला है। दार्जिलिंग समुद्र तल से 3,636 मीटर की ऊंचाई पर बसा एक खूबसूरत शहर है तथा संदाकफू ईस्ट में दार्जिलिंग जिले में है। संदाकफू का मतलब जहरीले पेड़-पौधों से है। संदाकफू की पहाड़ों की चोटियों पर जहरीले एकोनाइट पेड़ पाए जाते हैं। दार्जिलिंग में संदाकफू का सिंगालीला रेंज ट्रैकिंग के लिए फेमस है। इसलिए इसे पैराडाइज ऑफ ट्रैकर्स के नाम से भी जाना जाता है। यहां अनेक खूबसूरत चोटियां हैं जैसे एवरेस्ट, कंचनजंघा, मकालू और ल्ओत्से जो आपको रोमांच से भर देंगी। PC:Rajat63ghosh

रंगनाथिट्टू पक्षी अभयारण्य
अगर आपको बर्ड वाचिंग करना बेहद पसंद है तो आपको कर्नाटक के रंगनाथिट्टू पक्षी अभयारण्य जरूर जाना चाहिए। कावेरी नदी पर बने इस प्राकृतिक अभयारण्य में देशी-विदेशी कई तरह के पक्षियों की प्रजातियां देखने को मिलती हैं। यहां आने का सबसे बेस्ट समय जून से नवंबर है, इस दौरान आप यहां कई विदेशी पक्षियों की प्रजातियों को भी देख सकते हैं। Prof. Mohamed Shareef

असकोट, उत्तराखंड
असकोट एक छोटा सा शहर है जो पिथौरागढ़ डिस्ट्रिक्ट के उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यह शहर हिमालय की पहाड़ियों के बिल्कुल समीप बसा हुआ है। यह इलाका अपने कस्तूरी मृगों के लिए प्रसिद्ध है। इस वजह से ही इन हिरणों की सुरक्षा के लिए यहां असकोट कस्तूरी मृग अभ्यारण का निर्माण किया गया है। देखने पर असकोट पूरी तरह से प्रकृति की गोद से घिरा नज़र आता है। PC:A. J. T. Johnsingh

वेलनेश्वर,महाराष्ट्र
रत्नागिरी से करीब 180 किलोमीटर की दूरी पर स्थित वेलनेश्वर समुंद्र तट अपनी स्वछता और ख़ूबसूरती के कारण प्रसिद्ध है। यह समुन्द्र तट नारियल के पेड़ों से घिरा है। इस तट के पास भगवान शिव का एक पुराना मंदिर भी है। वेलनेश्वर आने वाले पर्यटक शिव के इस मंदिर को देखने अवश्य आते हैं। वेलनेश्वर स्थित शिव का यह मंदिर शैव धर्म के रहस्यवाद से संबंधित है। वेलनेश्वर के समुद्र तट पर तैराकी और मोटर नौका का मजा पूरे परिवार के साथ लिया जा सकता है। PC:Udaykumar PR

चेरापूंजी ,मेघालय
मेघालय स्थित चेरापूंजी दुनिया में सबसे ज्यादा बारिश के कारण जाना जाता है।लहरदार पहाड़, कई झरने, बांग्लादेश के मैदानों का पूरा दृश्य और स्थानीय जनजातीय जीवनशैली की एक झलक चेरापूँजी की आपकी यात्रा को यादगार बनाते हैं।साथ ही आप यहां यहां पुल मानव-निर्मित नहीं होते, बल्कि प्रकृति-निर्मित होते हैं। PC:PP Yoonus
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