हिमालय क्षेत्र में रहने की सोचना हमें डराने के साथ साथ अपनी ओर आकर्षित भी करता है। आधुनिक ज़माने में सारे शहर गगनचुंबी इमारतों के साथ विकसित हो रहे हैं। ऐसी कोई जगह नही बची जहाँ आधुनिकीकरण का असर ना हुआ हो। पर किसी ना किसी तरह प्रकृति इन मानव रणनीतियों से अपनी रक्षा कर रही है, इसलिए अभी भी कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जो आधुनिकीकरण से अभी अछूते हैं। ऐसे चमत्कारों में, जम्मू कश्मीर का लद्दाख क्षेत्र है जो अब तक आज के ज़माने में भी पहले जैसा ही सुंदर और रहस्यमय है।
चलिए हम यहाँ की कुछ दिलचस्प चीज़ों के बारे में पता लगते हैं।
लद्दाख में सड़क यात्रा
Image Courtesy: Fulvio Spada
प्राचीन व्यापार मार्ग:
लद्दाख एक स्ट्रैटजिक लोकेशन होने की वजह से प्रसिद्ध था जो चीन, तिब्बत और सेंट्रल एशिया से जुड़ता था। यह 1960 तक एक बहुत ही प्रसिद्ध व्यापारिक मार्ग हुआ करता था जो चीन का तिब्बत और सेंट्रल एशिया के साथ संधि तोड़ देने के बाद बंद हो गया। इसके बाद लद्दाख की प्रसिद्धि थोड़ी कम हो गयी और यह बस एक टूरिस्ट स्थान बन कर रह गया।
पांगोन्ग त्सो के पास की पर्वत चोटी
Image Courtesy: Fulvio Spada
ग्रीक साहित्य में उल्लेखित बातें:
अभिलेखों के अनुसार कहा जाता है की, लद्दाख क्षेत्र नवपाषाण युग से ही बसा हुआ है। यह कुछ ग्रीक हीरोडोटस, मेगस्थनीज़ आदि के कार्यों में भी उल्लेखित है।
इंडो-आर्यन मूल:
इंडो आर्यन लोग और तिब्बत के लोग यहाँ ज़्यादा पाए जाते हैं। इंडो आर्यन, इंडो युरोपियन के एथनोलिंग्युस्टिक ग्रूप से संबंधित होते हैं। तिब्बत का चीन से विवाद होने के बाद, कई तिब्बत वासियों ने इस क्षेत्र को ही अपना घर बना लिया।
लद्दाख के निवासी
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मैग्नेटिक हिल्स, एक चमत्कार:
लद्दाख की यात्रा मैग्नेटिक हिल्स की यात्रा किए बिना अधूरी है। इसे ग्रैविटी हिल्स के नाम से भी जाना जाता है जो एक अलग ही अद्भुत नज़ारा है।
मैग्नेटिक हिल्स
Image Courtesy: Fulvio Spada
अधिक उँचाई में बसे झीलों का स्थान:
कल्पना कीजिए, बिल्कुल ही सूखे पहाड़ों में जल निकायों के होने का। हैरत की बात है की, लद्दाख ऐसे ही कुछ सुंदर, उँचाई में बसे झीलों का क्षेत्र है। पांगोन्ग त्सो, कियागार त्सो, मीरापाल त्सो, त्सो मॉरीरी झील लद्दाख में ऐसे ही प्रसिद्ध झील हैं।
पांगोन्ग त्सो
Image Courtesy: Fulvio Spada
कम जनसंख्या:
भारत की और जगहों की तरह लद्दाख में बिल्कुल भी भीड़ नहीं है। हालाँकि यह मुख्य कारण है की लद्दाख अभी भी अपनी मूल जड़ों से जुड़ा हुआ है। यहाँ पर आपको कुछ ही समुदाय के लोग और यात्री देखने को मिलेंगे।
दो कूबड़ वाले ऊँट
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क्या आपने कभी दो कूबड़ वाले ऊँट के बारे में सुना है?
कई लोग केवल एक ही बड़े से कूबड़ वाले ऊँट के बारे में जानते होंगे जो राजस्थान के मरुस्थल क्षेत्र में पाया जाता है। जबकि लद्दाख कुछ खास जाति के ऊँटों का घर है, जो दो कूबड़ वाले ऊँट होते हैं जिन्हें बैक्ट्रियान कहा जाता है। ये बहुत ही कम पाए जाते हैं और बाकी के आम ऊँटों से साइज़ में छोटे होते हैं।
मैत्रेय बुद्धा
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बौद्ध मठों की भूमि:
तिब्बत के बौद्ध धर्म के लोग लद्दाख के प्रमुख निवासियों में से एक हैं। इसलिए यह क्षेत्र कई बौद्धिक मठों या गोम्पासों से भरा पड़ा है।
हमें पता है की ये कुछ दिलचस्प तथ्य आपको लद्दाख की यात्रा करने के लिए उत्तेजित कर रहें होंगे। तो फिर देर किस बात की, बैग पैक करिए और निकल पड़िए लद्दाख की हमेशा याद रहने वाली रोमांचक यात्रा पर।
लद्दाख की दिलचस्प बातें- भाग 2 को पढ़ने के लिए बनें रहिए हमारे साथ।