यदि आप प्रकृति प्रेमी हैं और प्राकृतिक परिवेश के बीच अपनी छुट्टियां बिताना चाहते हैं, तो तेलंगाना का आदिलाबाद आपके लिए एक आदर्श विकल्प रहेगा। आश्चर्यजनक प्राकृतिक परिदृश्य से भरा यह स्थान अपने शांत वातावरण के लिए जाना जाना है, इसलिए यहां सैलानी ज्यादा आना पसंद करते हैं। हैदराबाद से 305 किमी दूर आदिलाबाद अपने कुदरती खजानों के साथ राज्य का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
अगर आप प्रकृति को करीब से समझना चाहते हैं तो यहां शानदार छुट्टियां बिताई जा सकती है। इसके अलावा यह स्थान एडवेंचर गतिविधियों के लिए भी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। यहां आप बेहतरीन ट्रेकिंग ट्रेल्स का जी भरकर आनंद ले सकते हैं। इस खास लेख में जानिए आप आदिलाबाद में किस तरह अपने रोमांच को दुगना कर सकते हैं।
कुंटाला फॉल्स
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आदिलाबाद शहर के भ्रमण की शुरूआत आप यहां से सबसे ऊंचे जलप्रपात से कर सकते हैं। कुंटाला फॉल्स राज्य का सबसे खूबसूरत और ऊंचा झरना है, जो सह्याद्री पर्वत श्रृंखला के मध्य स्थित हैं। इस झरने से एक पौराणिक किवंदती भी जुड़ी है माना जाता है कि इस झरने पर राजा दुष्यंत की पत्नी शकुंतला स्नान करने के लिए आया करती थी।
और यह वही स्थान है जहां दोनों के बीच प्रेम हुआ था। इसलिए इस झरने का नाम शुकंतला के नाम से प्रभावित है। यह झरना 42 मीटर ऊंचा है जो अपना जल घने जंगलों में बहती कदम नदी से प्राप्त करता है।
कावल वन्यजीव अभयारण्य
PC- Sandeeppingili
जल प्रपात के बाद आप यहां के वन्यजीव अभयारण्य की सैर का प्लान बना सकते हैं। घने जंगल के बीच स्थित कावल वन्यजीव अभयारण्य अपनी अद्भुत जैव विविधता के लिए जाना जाता है। यहां आप विभिन्न पौद्यों के साथ जीव-जन्तुओं को भी देख सकते हैं। वर्ष 1964 में स्थापित यह अभयारण्य राज्य के चुनिंदा सबसे खास आरक्षित जंगलों में से एक है। जंगली जीवों में आप यहां बाघ, तेंदुआ, बाइसन, भालू, मगरमच्छ, कोबरा, अजगर आदि को देख सकते हैं।
इसके अलावा आप यहां विभिन्न पक्षी प्रजातियों के साथ प्रवासी पक्षियों को भी देख सकते हैं। इस अभयारण्य को 2012 में एक टाइगर रिजर्व भी बना दिया गया है। एक रोमांचक सफर के लिए आप यहां की यात्रा कर सकते हैं।
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पोचेरा झरना
कुंटाला फॉल्स के अलावा आप यहां पोचेरा फॉल्स की सैर का भी प्लान बना सकते हैं। घने जंगलों के बीच स्थित यह झरना अपने खूबसूरत परिदश्य के साथ राज्य के चुनिंदा खास झरनों में गिना जाता है। इस झरने के साथ गोदावरी नदी का पानी मिलकर 20 मीटर की ऊंचाई से गिरता है।
हालांकि यह ज्यादा ऊंचा झरना नहीं है पर अपनी खूबसूरती के बल पर सैलानियों को आनंदित करने का काम करता है। झरने के आसपास का माहौल काफी शांतिपूर्ण है। जंगलों के मध्य होने के कारण यह जलप्रपात विभिन्न हरी-भरी वनस्पतियों से घिरा हुआ है।
प्राणहिता वन्यजीव अभयारण्य
कावल वन्यजीव अभयारण्य के अलावा आदिलाबाद में और भी कई खूबसूरत वन्यजीव अभयारण्य मौजूद हैं जो अपने प्राकृतिक खजाने के लिए जाने जाते हैं। प्राणाहिता वन्यजीव अभयारण्य आदिलाबाद के सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक है। यह वन्यक्षेत्र तेलंगाना में सबसे पुराने संरक्षित क्षेत्रों में गिना जाता है। 136 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला यह अभयारण्य वर्ष 1980 में स्थापित किया गया था।
यह अभयारण्य विभिन्न वनस्पति प्रजातियों के साथ जीव असंख्य जीव-जन्तुओं को सुरक्षित आश्रय देने का काम करता है। आप यहां जानवरों में तेंदुआ, बाघ, भालू, लकड़बग्गा आदि जीवो को देख सकते हैं इसके अलावा आप यहां कई पक्षी प्रजातियों को भी देख सकते हैं।
शिवराम वन्यजीव अभयारण्य
आदिलाबाद शहर में आप एक ओर वन्यजीव अभयारण्य की सैर का आनंद उठा सकते हैं। शिवराम वन्यजीव अभयारण्य भी राज्य के चुनिंदा लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। 36.2 9 वर्ग किमी में फैला यह अभयारण्य 1987 में स्थापित किया गया था।
जंगली जीवों के साथ आप यहां विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधों को भी देख सकते हैं। गोदावरी नदी के किनारे बसा यह अभयारण्य में वनस्पतियों और जीवों की समृद्ध विविधता को पेश करता है। यहां आप बाघ, तेंदुआ, जंगली सूअर, भालू, और अजगर जैसे जंगली जीवों को देख सकते हैं।