ईटानगर पूर्वात्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश का खूबसूरत राजधानी शहर है। यह शहर नॉर्थ-ईस्ट आने वाले सैलानियों के मध्य काफी लोकप्रिय है। भौगोलिक रूप से यह इतना समृद्ध है कि यहां हर तरह के पर्यटक अपना मनोरंजन कर सकते हैं। यहां की असीमित सुंदरता का कोई जवाब नहीं। अरूणाचक प्रदेश की सांस्कृतिक सौंदर्यता को समाए ये शहर पर्यटन के लिहाज से एक आदर्श गंतव्य है।
हमारे साथ जानिए इस शहर में सैलानियों के लिए क्या-क्या खास इंतजाम हैं। जानिए इस शहर के ऐतिहासिक स्थलों से लेकर प्राकृतिक गंतव्यों के बारे में। अगर आपने अभी तक कोई समर वेकेशन प्लान नहीं बनाया है तो ईटानगर भ्रमण का प्लान बना सकते हैं।
गंगा झील
PC-Mrkrish
गर्मियों के बीच आप शहर की गंगा झील की सैर का प्लान बना सकते हैं। प्रकृति के शानदार खूबसूरती का आनंद लेने के लिए गंगा झील एक आदर्श स्थान है। इस झील को ग्याकर सिनी के नाम से भी जाना जाता है। एक आकर्षक आभामंडल में स्थित यह झील चारों तरफ से वनस्पति हरियाली और राजसी पहाड़ों से घिरी हुई है।
ईटानगर से 6 किमी दूर यह झील अपने ऑर्किड, जंगल और प्राचीन वनस्पति के साथ हर तरह के सैलानियों का स्वागत करती है। झील में नौकायन की भी सुविधा उपलब्ध है। प्रकृति प्रेमी और फोटोग्राफी के शौकीन यहां आने का प्लान बना सकते हैं।
ईटा फोर्ट
PC-आशीष भटनागर
ईटा फोर्ट फोर्ट का मतलब अहोम भाषा में 'ईंटों का किला' होता है। यह एक प्राचीन किला है जिसका निर्माण 14वीं शताब्दी के आसपास किया गया था। वर्तमान में अब यहां सिर्फ खंडहर बचा है देखने के लिए कुछ ईंटों के बलॉक ही बचे हैं। पर इस किले के अवशेषों को देखने से प्राचीन उत्कृष्ट वास्तुकला के काफी सबूत मिलते हैं। यह ऐतिहासिक किला 45 घन मीटर के क्षेत्र में फैला है जिसके निर्माण में करीब 8 मिलियन ईंटों का इस्तेमाल किया गया है।
माना जाता है कि इस किले का निर्माण जितारी राजवंश के राजा मायापुर ने करवाया था। किले के दक्षिण, पूर्व और पश्चिम दिशाओं पर तीन प्रवेश द्वार मौजूद हैं। यह किला एक पहाड़ी के शीर्ष पर बनाया गया है।
रहस्य : इस सरोवर में मौजूद है एक रहस्यमयी चीज, चाहता है हर कोई पाना
ईंटानगर वन्यजीव अभयारण्य
किले के अलावा आप ईटानगर वन्यजीव अभयारण्य की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह खूबसूरत वन्यजीव अभयारण्य140.30 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह स्थान सबसे खास माना जाता है। पहाड़ियों के घिरा यहां का इलाका बेहद शांत है जो सैलानियों को काफी हद तक आनंदित करने का काम करता है।
यह अभयारण्य वनस्पतियों की विभिन्न प्रजातियों से भरा है। यहां आप कई वन्य जीवों का आसानी से देख सकते हैं। जिसमें एंटीलोप्स, लंगूर, पोर्क्यूपिन, हिमालयी ब्लैक बीयर आदि शामिल हैं। इसके अलावा आप यहां पक्षी विहार का भी आनंद ले सकते हैं। यहां पक्षियों की लगभग 400 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं।
नामदाफा राष्ट्रीय उद्यान
PC- Rohit Naniwadekar
ईटानगर वन्यजीव अभयारण्य के अलावा आप नामदाफा राष्ट्रीय उद्यान की सैर का भी आनंद ले सकते हैं। राज्य के चांगलंग जिले में स्थित है यह भारत का चुनिंदा सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यानों में गिना जाता है। 200 से लेकर 4500मीटर की ऊंचाई पर वाला यह उद्यान एक अलग रोमांचक अनुभव प्रदान करता है।
यदि आप रोमांच प्रेमी हैं और चुनौतियों का आनंद लेना चाहते हैं तो यह स्थान आपके लिए ही बना है। विभिन्न पहाड़ी वनस्पतियों के साथ आप यहां जंगली जीवों को भी देख सकते हैं। जंगली जीवों में आप यहां बाघ, हिमालयी काला भालू, हिरण, तेंदुआ देख सकते हैं।
इंदिरा गांधी पार्क
PC- pankhirajcomputer
उपरोक्त स्थानों के अलावा आप शहर के इंदिरा गांधी पार्क की सैर का भी आनंद ले सकते हैं। शहर में मौजूद इंदिरा गांधी पार्क सैलानियों को प्रकृति के करीब जाने का पूरा मौका देता है। इस पार्क का नाम भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के नाम पर रखा गया था। पार्क देखने में काफी खूबसूरत है जहां हरी-भरी वनस्पतियां इस स्थान को स्वर्ग बनाने काम काम करती हैं।
यह पार्क प्रकृति द्वारा दिया गया कोई उपहार समान लगता है। परिवार के साथ एक क्वालिटी टाइम स्पेंड करने के लिए यह एक खा स्थान है।
अगर आप ईंटानगर आएं तो इस पार्क को अपनी यात्रा डायरी में जरूर शामिल करें।