गौला नदी की तट पर बसा काठगोदाम कुमाऊं पर्वतों का प्रवेशद्वार है। उत्तराखंड के नैनीताल जिले का यह क्षेत्र समुद्र तल से 554 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। काठगोदाम का शाब्दिक अर्थ होता है 'लकड़ियों का गोदाम'। यह अर्थ काफी सही भी मालूम पड़ता है, क्योंकि यह शहर जिले में व्यापार और व्यवसाय का प्रमुख केंद्र है।
इस खूबसूरत से शहर के पास कई खूबसूरत मनमोहक जगहें स्थित है, जहां वीकेंड के दौरान घूमा जा सकता है, जैसे 'कालीचौद' नामक खूबसूरत मंदिर, नैनीताल जैसा खूबसूरत हिल स्टेशन, गौला नदी पर बना बांध आदि। तो, चलिए जाने हैं काठगोदाम में पास स्थित खास स्थानों के बारे में जहां आप अपने वीकेंड और लॉन्ग वीकेंड को बना सकते हैं मजेदार
कालीचौड़ मंदिर
देवभूमि उत्तराखण्ड में कुमाऊं क्षेत्र के अन्तर्गत काठगोदाम के पास बियावान जंगल में स्थित कालीचौड़ मंदिर प्राचीन काल से ऋषि-मुनियों की आराधना और तपस्या का केन्द्र रहा है। हिमालयी भू-भाग में काली के जितने भी प्राचीन शक्तिपीठ व मन्दिर हैं, उन सभी से यह ज्यादा फ़लदायी कहा गया है। कहते हैं कि यहां पर की गयी पूजा कभी भी व्यर्थ नहीं जाती है। यहीं स्थित शीतला देवी के मंदिर का भी विशेष धार्मिक महत्व है। नवरात्र के दौरान यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।
गौला नदी
गौला नदी सात ताल झील से निकलती है और शाही, हल्द्वानी और काठगोदाम से होकर गुजरती है। 500 मीटर लंबी यह नदी उत्तरप्रदेश में रामगंगा नदी में मिल जाती है और आगे चलकर यह पवित्र गंगा में समा जाती है। जंगलों के लगातार घटने से इस क्षेत्र में वर्षा में कमी आई है, जिससे नदी में भी पानी का स्तर काफी नीचे चला गया है। इस नदी पर बना गौला बांध पर्यटकों को पिकनिक मनाने के लिए खूब आकर्षित करता है।
हनुमान गढ़ी
नैनीताल से 3 किमी और काठगोदाम से 21 किमी की दूरी पर स्थित हनुमान गढ़ी राम भक्त हनुमान को समर्पित है। यह मंदिर ‘नीम करोली बाबा' के द्वारा के द्वारा 1950 में बनाया गया था। इसके अलावा ‘शीतला माता मंदिर' और ‘लीला शाह बापू का आश्रम', पहाड़ी के दूसरी ओर स्थित है। इस मंदिर से आप डूबते हुए सूरज के अलौकिक रंगों को निहार सकते हैं।
काठगोदाम से दूरी- 21 किमी
नैनीताल
Pc:dlisbona
झीलों के शहर के नाम से प्रसिद्ध नैनीताल अपने खूबसूरत परिदृश्यों और शांत परिवेश के कारण पर्यटकों के स्वर्ग के रूप में जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि ब्रिटिश व्यापारी, पी. बैरून ने 1839 में, यहाँ की सम्मोहित कर देने वाली खूबसूरती से प्रभावित होकर ब्रिटिश कॉलोनी स्थापित करके नैनीताल को लोकप्रिय बना दिया। फोटोग्राफी के शौकिन लोगों के लिए बहुत खूबसूरत जगह है। सैलानी नैनीताल में बोटिंग, ट्रेकिंग, रोपवे आदि का लुत्फ उठा सकते हैं।
काठगोदाम से दूरी- 33किमी
रानीखेत
Pc:Love2god
हिमालय की ख़ूबसूरत चोटियों का शानदार नज़ारा
अल्मोड़ा
Pc:Rajarshi MITRA
उत्तराखंड में स्थित अल्मोड़ा दूर दूर तक फैले बर्फ के पहाड़, उनपर बिखरी रुई की जैसी सफ़ेद बर्फ, फूलों से भरे हुए खुशबूदार पेड़, नर्म मुलायम घास, कल कल करते चांदी की भांति गिरते झरने और मन को मोह लेने वाले मनोरम दृश्य को देख कर ऐसा महसूस होता है जैसे 'अल्मोड़ा' खूबसूरत विशाल पहाड़ों की गोद में आराम कर रहा हो। पर्यटक यहां जीरो प्वाइंट, नंदा देवी मंदिर, मरतोला, डीयर पार्क, गोविंद बनलभ पैंट म्यूज़ियम आदि घूम सकते हैं।
काठगोदाम से दूरी-82किमी
हिमालय से जुड़ी 12 दिलचस्प बातें, जो अविश्वसनीय लगती हैं!
बिनसर
Pc:Rajborah123
बिनसर एक ऐसा स्थान है जो अनछुए प्राकृतिक वैभव और शांत परिवेश के लिए जाना जाता है।यह जगह प्राकृतिक प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। घने देवदार के जंगलों से निकलते हुए शिखर की ओर रास्ता जाता है, जहां से हिमालय पर्वत श्रृंखला का अकाट्य दृश्य और चारों ओर की घाटी देखी जा सकती है। बिनसर से हिमालय की केदारनाथ, चौखंबा, त्रिशूल, नंदा देवी, नंदाकोट और पंचोली चोटियों की 300 किलोमीटर लंबी शृंखला दिखाई देती है, जो अपने आप मे अद्भुत है और ये बिनसर का सबसे बडा आकर्षण भी हैं।
काठगोदाम से दूरी- 261किमी
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क
Pc:Nandan
पिथौरागढ़
Pc: Abhijit Kar Gupta
उत्तराखंड का छोटा कश्मीर के नाम से प्रसिद्ध पिथौरागढ़ में आपको हर वह चीज मिलेगी जो कश्मीर में मिल सकती है। पिथौरागढ़ के आस पास बहुत सी झीलें, हरी-भरी पहाड़ियाँ और ऊँचे-नीचे घुमावदार रास्ते मन को एक नजर में ही भा जाते हैं।
काठगोदाम से दूरी-196 किमी