'रानीखेत' को देखकर ऐसा मालूम होता है जैसे कुदरत ने इसे खुद बड़ी फुरसत से बनाया हो तभी तो इसका मनभावन रूप हज़ारों मीलों की दूरी से भी पर्यटकों को अपनी ओर खींच लेता है। शांत वातावरण, चीड़ व देवदार के घने जंगल, दूर दूर तक फैली मनमोहक घाटियां, फूलों से ढके रास्ते, ठंडी हवाएँ और चिड़ियों की चहचहाहट रानीखेत के सौंदर्य को बा-खूबी से दर्शाती हैं। इसीलिए रानीखेत को 'पहाड़ों की रानी' भी कहा जाता है।
अगर आप भी प्रदुषण रहित वातावरण की तलाश में हैं तो इस वेकेशन निकल पड़िये अपनों के साथ एक खूबसूरत यादगार सैर पर। जहाँ आप चीड़ के घने वृक्षों के बीच पैदल चलकर सुकून महसूस करेंगे। जहाँ रंग-बिरंगे फूल आपकी सारी थकान हर लेंगे। यह पर्वतीय नगर गोल्फ प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन पर्यटन स्थल है।
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चौबटिया
चौबटिया अपने खूबसूरत बाग-बगीचों के लिए पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय है। यहाँ के आकर्षण का केंद्र यहाँ के खूबसूरत झरने हैं जो ऊपर से गिरते हुए संगमरमर की भाँती चमकते हैं जिनका अद्भुत नज़ारा देख पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाता है।
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गोल्फ मैदान
रानीखेत में गोल्फ मैदान भी दर्शनीय स्थलों में से एक है जिन पर्यटकों को गोल्फ में रूचि हो वो यहाँ अवश्य जाएँ। यहाँ का अद्भुत नज़ारा आपको दीवाना बना देगा। दूर तक फैला गोल्फ मैदान और उसके चारों ओर चीड़ के विशाल वृक्ष, बेहद सुन्दर हरी भरी मखमली घास ओढे गोल्फ के मैदान को देख पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।
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चिलियानौला
चिलियानौला में हेड़ाखान बाबा का भव्य कलात्मक मंदिर खासतौर से देखने लायक है। यह मंदिर रानीखेत से तक़रीबन 6 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है। यहाँ देवी देवताओं की कलात्मक मूर्तियां दर्शनीय है। यह पिकनिक मनाने के लिए उत्तम जगह है।
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शीतला खेत
शीतला खेत ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए एक उत्तम जगह है अगर आप भी ट्रेकिंग के शौक़ीन हैं तो यह जगह आपको बेहद पसंद आएगी। यह रानीखेत से लगभग 35 किलोमीटर दूरी पर है। यहाँ ठहरने के लिए उत्तम होटलों की भी व्यवस्था है।
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धोलीखेत
यहाँ से हिमालय पर्वत के खूबसूरत नज़ारे पर्यटकों को दूर से ही लुभाते हैं। अगर आप रानीखेत आने की सोच रहे हैं तो इन खूबसूरत नज़ारों को देखने के लिए यहाँ अवश्य आएं। यह एक पिकनिक स्थल भी है।
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द्वाराहाट
द्वाराहाट हरी भरी रंगीन वादियों से घिरा एक दर्शनीय स्थल है। इसका अलग अपना पुरातत्व महत्त्व है जिससे इसकी महत्ता के बारे में पता चलता है। यहाँ कलात्मक शैली के पुरातात्विक मंदिर हैं जो कि संख्या में 65 हैं। आप यहाँ आकर इन सभी मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं।
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दूनागिरि
दूनागिरि पर्यटन के लिहाज़ से एक उत्तम जगह है जहाँ मनाने का अपना ही मज़ा है। इसकी चोटी पर कलात्मक शैली के मंदिर हैं जो दर्शनीय हैं। हिमालय की खूबसूरती यहाँ से ओर भी मनमोहक दिखती है।
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मजखाली
मजखाली से हिमालय पर्वत के खूबसूरत नज़ारे देखे जाते हैं जो की पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। यहाँ का सौंदर्य देख पर्यटक भूल नहीं पाते हैं।
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खड़ी बाजार
रानीखेत के मुख्य बाज़ारों में खड़ी बाज़ार आता है। प्राचीन में यह कभी मेयो स्ट्रीट के नाम से जाना जाता था। इस बाज़ार में आप कलात्मक शैली के काष्ठकला को खरीद सकते हैं।
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रानीखेत कैसे जाएँ
रानीखेत कैसे जाएँ फ्लाइट, ट्रेन, बस और टैक्सी की अधिक जानकारी के लिए बस एक क्लिक करें-
रेल मार्ग
निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, जो यहाँ से 84 किलोमीटर की दूरी पर है। काठगोदाम से रानीखेत के लिए बस टैक्सियां उपलब्ध रहती हैं।
सड़क मार्ग
दिल्ली सहित उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के प्रमुख शहरों से रानीखेत के लिए सीधी बस सेवाएं उपलब्ध हैं।
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कहाँ ठहरें
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रानीखेत अगर आप जाना चाहते हैं तो आप यहाँ आसानी से रुक सकते हैं।
उत्तम श्रेणी के होटल- हेरीटेज (होम फार्म) आदि और भी हैं।
मध्यम श्रेणी के होटल- अलका (सदर बाज़ार), एवरेस्ट (सदर बाजार), मेघदूत (माल रोड), मून (सदर बाज़ार), नटराज (सदर बाज़ार), पार्वती (सदर बाजार), राजदीप (सदर बाज़ार), त्रिभुवन (सदर बाजार) आदि।
अन्य स्थल- पर्यटक आवास गृह (माल रोड), रानीखेत क्लब (माल रोड) आदि।
धर्मशालाएं- शिव मंदिर (जरूटी बाज़ार) आदि।
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रानीखेत कब जाएँ
अप्रैल से जून व सितंबर से नवंबर के मध्य रानीखेत घूमने जाया जा सकता है। यदि आप रानीखेत घूमने का प्रोग्राम बनायें, तो अपने साथ गर्म कपड़े ले जाना ना भूलें।
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