महाराष्ट्र में स्थित शिर्डी में साईं बाबा के दर्शन करने हजारों श्रद्धालु रोज देश के कोने कोने से पहुंचते है। इसमें कोई शक नहीं कि, हम सभी के आराध्य देव हमारे लिए सभी संकट हरने वाले व सबसे अच्छे होते हैं। उस आराध्य के दर्शन मात्र से ही मन पवित्र हो जाता है तथा मन नास्तिकता से आस्तिकता की ओर प्रवृत्त हो जाता है। कुछ ऐसा ही पावन स्थान है साँई बाबा का शिर्डी धाम, जहाँ के कण-कण में साँई बसता है। शायद इसलिए कहा गया है कि, मनुष्य को जिन्दगी में एकबार शिर्डी के दर्शन अवश्य करने चाहिए।
भारत के सबसे मशहूर धार्मिक स्थल
मै कई बार पुणे गयी लेकिन वक्त की कमी के चलते कभी शिर्डी दर्शन करने पहुंच सकी..यभी किसी ने मुझे प्रतिशिर्डी श्री साईबाबा मंदिर के बारे में बताया ।
वाकई में इस मंदिर को शिर्डी का प्रतिबिंब कहा जाए तो शायद गलत नहीं होगा..अगर आप भी पुणे में हैं और शिर्डी जाने में असमर्थ है तो बिना देरी किये निकल पड़िए शिरगांव स्थित प्रतिशिर्डी श्री साईबाबा के दर्शन करने।ज्यादा जानकरी के लिए स्लाइड्स पर डालें एक नजर...
प्रतिशिर्दी श्री साईबाबा
शिर्डी संस्थान की तरह यहां भी हर साल लाखों की तादाद में भक्त साईं बाबा के दर्शन करने पहुंचते हैं। मंदिर का प्रमुख द्वारा खुली बाँहों से भक्तो जा स्वागत करता है।इस मंदिर की भी वास्तु कला शिर्डी मंदिर के समान है। इस मंदिर का निर्माण श्री प्रकाश देओल द्वारा वर्ष 2003 में कराया गया था।
भक्तो का लगा रहता है तांता
शिर्डी मंदिर की तरह इस मंदिर में भी हर गुरुवार को भक्तों का तांता लगा रहता है। इस मंदिर का मुख्य आकर्षण द्वारकामाई नामक नीम का पेड़ हैं जहां गुरुतम, चावाड़ी, अन्ना चतुरय (एक जगह जहां भोजन भक्तों को दिया जाता है और एक खूबसूरत उद्यान भी है।
मुख्य प्रागण में हैं मूर्ति
मंदिर के मुख्य प्रागंण में श्री साईं बाबा की मूर्ति शिर्डी में मिलती-जुलती है।
रखा जाता है भक्तों की सुविधा का ध्यान
मंदिर के बायीं और अन्ना चतरलाय स्थित है..जोकि एक बड़ी इमारत है..यहां साईं भक्तों को 12:30 बजे से अपराह्न 3:30 बजे तक और 6:30 बजे से 9: 30 बजे तक सिर्फ 10 रुपये में खाना मुहैय्या कराया जाता है। साथ ही पांच साल से कम उम्र के बच्चो को यहां मुफ्त खाना दिये जाने का प्रावधान है।
पार्किंग की उचित सुविधा
मंदिर के बाहर पार्किंग की सुव्यवस्था है।मंदिर के बाहर एक खुला बाजार है जहां से भक्तगण साईं बाबा के स्मृति चिन्ह, मूर्तियों और पवित्र धागे आदि खरीद सकते हैं, साथ ही पूजा और प्रसाद का सामान भी खरीदा जा सकता है।
कितनी दूर
प्रतिशिर्दी श्री साईबाबा पुणे से 40 और मुंबई से 100 किमी की दूरी पर स्थित है।
कैसे पहुंचे प्रतिशिर्दी श्री साईबाबा
हवाईजहाज द्वारा
प्रतिशिर्दी श्री साईबाबा का नजदीकी एयरपोर्ट पुणे एयरपोर्ट हैं...यहां से श्रद्धालु बस या टैक्सी से प्रतिशिर्दी श्री साईबाबा आसानी से पहुंच सकते हैं।
ट्रेन द्वारा
प्रतिशिर्दी श्री साईबाबा का नजदीकी रेलवे स्टेशन पुणे जंक्शन है...यहां से श्रद्धालु बस या टैक्सी से प्रतिशिर्दी श्री साईबाबा आसानी से पहुंच सकते हैं।
सड़क द्वारा
पुणे सभी राजमार्गो से मुख्य रूप से जुड़ा हुआ है..यहां बस या कार द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
लोनावला
मुंबई से आने वाले श्रद्धालु रास्ते में लोनावला भी घूम सकते हैं। पश्चिमी भारत में लोनावाला को झीलों का जिला कहते हैं जिनमें लोनावला झील, तिगौती झील, मानसून झील और वाल्वन झील प्रमुख हैं।PC: wikimedia.org
खंडाला
लोनावाला के अलावा खंडाला भी पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहां बिखरी कुदरती सुंदरता मन को मोह लेती है। खासकर मानसून के समय तो यहां नजारा बेहद ही खूबसूरत दिखाई देता है।चारों ओर पहाड़ों पर फैली हरियाली और उसके बीच से कल-कल करते झरने, जैसे कुदरत यहां दोनों हाथों से अपनी सुंदरता बिखेर रही है।