ऐतिहासिक स्थलों के भ्रमण के लिए भारत का महाराष्ट्र राज्य के आदर्श विकल्प है, जहां आप प्राचीन काल से जुड़े कई किले, महलों और स्मारकों को देख सकते हैं। पश्चिमी घाट की उपस्थिति इस राज्य को खास बनाने का काम करती है। पश्चिमी घाट की पहाड़ियों पर कई प्राचीन भव्य किलों का निर्माण करवाया गया था, जो खास रणनीति का ही एक अहम हिस्सा थे। ये पहाड़ी किले न सिर्फ शाही परिवार के निवास स्थान थे बल्कि युद्ध के समय एक मजबूत सुरक्षा कवच का भी काम करते हैं। मराठा काल में ऐसे कई पहाड़ी किलों को निर्माण करवाया गया था, जिन्हें आज भी देखा जा सकता है। हालांकि ये आज खंडहर रूप में मौजूद हैं लेकिन इनकी मजबूत दीवारों ने आज भी इनके अस्तित्व को बचाए रखा है। आज इस लेख में हम आपको महाराष्ट्र के पुरंदर किले के बारे में बताने जा रहे हैं, जानिए यह किला आपकी यात्रा को किस प्रकार खास बना सकता है।
महाराष्ट्र का पुरंदर फोर्ट
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पुणे से 40 कि.मी की दूरी पर स्थित पुरंदर फोर्ट महाराष्ट्र के प्राचीन किलों में गिना जाता है, जो पश्चिमी घाट की खूबसूरत पहाड़ियों के मध्य स्थित है। माना जाता है कि इस किले में छत्रपति शिवाजी के पुत्र संभाजी राव का जन्म हुआ था। महान संभाजी राव मराठा साम्राज्य के दूसरे शासक थे। यह किला इतिहास में दिलचस्पी रखने वालो के मध्य काफी लोकप्रिय है। जानकारी के अनुसार इस किले के निर्माण यादव राजवंश के दौरान किया गया था। जिसके बाद यहां कई ताकतवार राजवंशों ने राज किया। यह स्थल मराठो के बाद अंग्रेजों के प्रभाव क्षेत्र में भी रहा । इस पहाड़ी को लेकर एक पौराणिक तथ्य भी जुड़ा है, माना जाता है कि इस पहाड़ी को भगवान हनुमान हिमालय से लेकर आए थे। चूंकि यह किला पहाड़ी पर बना है कि इसलिए यहां एडवेंचर के शौकीन पर्यटकों को आगमन होता है। आप यहां ट्रेकिंग और हाइकिंग का आनंद भी ले सकते हैं।
आने का सही समय
पुरंदर का किला पहाड़ी पर स्थित है, इसलिए यहां का मौसम साल भर अनुकूल बना रहता है, आप यहां साल के किसी भी महीने में आस सकते हैं। वैसे अगर आप महाराष्ट्र की गर्मी को नजरअंदाज करना चाहते हैं तो यहां अक्टूबर से लेकर फरवरी के मध्य का प्लान बना सकते हैं, इस दौरान यहां का मौसम काफी खुशनुमा बना रहता है और आप किले के साथ-साथ आसपास की प्राकृतिक सौंदर्यता का आनंद भी ले सकते हैं।
क्यों आएं पुरंदर फोर्ट ?
पुरंदर फोर्ट की सैर आपके लिए कई मायनों में खास हो सकती है। यह किला इतिहास में दिलचस्पी रखने वालों के साथ-साथ प्रकृति प्रेमियों और एडवेंचर के शौकीनों को भी काफी ज्यादा आकर्षित करता है। आप यहां ट्रेकिंग और हाइकिंग जैसी रोमांचक गतिविधियों का अनुभव ले सकते हैं। आप यहां मौजूद पुरंदेश्वर मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं, जो यहीं पहाड़ी पर बना हुआ है। इतिहास प्रेमी इस प्राचीन किले का भ्रमण कर सकते हैं। अगर आप फोटोग्राफी का शौक रखते हैं तो यहां के अद्भुत दृश्यों को अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं। यह एक शानदर स्थल है जहां का प्लान आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ बना सकते हैं।
कैसे करें प्रवेश
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पुरंदर फोर्ट आप परिवहन के तीनों साधनों की मदद से पहुंच सकते हैं, यहां का निकटतम हवाईअड्डा पुणे एयरपोर्ट है, जो यहां से 45 कि.मी की दूरी पर स्थित है। एयरपोर्ट से आप कैब या टैक्सी की मदद से किले के आधार तक पहुंच सकते हैं। रेल सेवा के लिए आप पुणे रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं। अगर आप चाहें तो यहां सड़क मार्गों से भी पहुंच सकते हैं। किले के आधार तक आप सड़क मार्गों के जरिए पहुंच सकते हैं।