बैंगलोर एक बेहद खूबसूरत शहर है। सिर्फ बैंगलोर ही नहीं बल्कि बैंगलोर के आसपास भी कई ऐसी जगह हैं जिन्हें आप आराम से घूम सकते हैं। बीते हफ्ते मैंने और मेरे दोस्त ने बैंगलोर के पास कोलर जाने का फैसला किया।
कोलार जाने के लिए दूसरे दिन हम सुबह जल्दी उठे और नहा धोकर बाइक से निकल पड़े कोलार। बैंगलोर से कोलार जाने के रास्ते में आपको ढेर सारे पहाड़ नजर आयेंगे। अपनी मंजिल की और ओर बढ़ते हुए हमने अवनी बेट्टा पर अपनी बाइक्स को रोक दिया। यह जगह बैंगलोर से करीबन 95 किमी और कोलार से 30 किमी दूर स्थित है।
अवनी बेट्टा में बड़े बड़े पहाड़ है।बता दें, इस जगह पर धार्मिक मान्यता भी है।बताया जाता है अवनी बेट्टा वही जगह है जहां मां सीता ने लव कुश को जनम दिया था। यहां वाल्मीकि की कुटिया के भी प्रमाण मिलते है। इतना ही नहीं यहां वह कुटिया है जहां मां सीता ने राम के बच्चो यानी लव कुश को जनम दिया था।
बाइक रोकने के बाद हमने थोड़ी देर नीचे आराम किया उसके बाद वहां स्थित पहाड़ पर हमने ट्रेकिंग करने का मन बनाया। इस ओअहद पर ऊपर चड़ने के बाद के हमे एक तालाब दिखाई दिया। बताया जाता है यह वही सरोवर है जिसमे मां सीता कपड़े धोया करती थी।ट्रेकिंग करने के बाद हम सभी बेहद थक चुके थे, इसलिए हमने इस सरोवर में पानी पिया और आगे बढ़े।हम व मौजूद उस कुटिया में भी गये,उन कुटियों का तापमान काफी ठंडा था, हम सबने वहां कुछ देर आराम किया फिर आगे बढ़े।
यहां एक शिवलिंग भी है, कहा जाता है कि इस शिवलिंग कि स्थापना पांडवों ने की थी। पहाड़ के सबसे ऊपर जाकर देवी पार्वती का एक मंदिर भी है। इस मंदिर में कुछ श्रद्धालु पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं। कुछ देर ऊपर ही आराम करने और तस्वीरे क्लिक करने के बाद हम सभी नीचे आ गये।
इस पहाड़ पर चड़ने में ज्यादा समय नहीं लगता है। नीचे आने के बाद हम सभी फिर वापस बैंगलोर के लिए रवाना हो गये।अगर आपको अपने इतिहास से लगाव है तो ये जगह आपको यकीनन काफी पसंद आएगी।