प्राकृतिक आकर्षणों में जलप्रपातों की सैर करना भला किसे पसंद नहीं। चट्टानी पहाड़ों और बौछारों के साथ गिरते पानी को देखना और उसका अनुभव करना काफी सुकून का एहसास कराता है। खासकर प्रकृति प्रेमी और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए यह झरने काफी ज्यादा मायने रखते हैं। ये झरने नदियों से विकसित होते हैं, जो पानी को तेज गति प्रदान करते हैं। सिर्फ भारत की बात करें तो यहां छोटे-बड़े असंख्य जलप्रपात मौजूद हैं, कुछ तो इतने विशाल हैं, कि जिनकी आवाज बहुत दूर से ही सुनी जा सकती है।
साल के बाकी महीनों की तुलना में ये जलप्रपात बारिश के महीनों में ज्यादा पानी ग्रहण करते हैं, इसलिए इन्हें देखने का सही समय मॉनसून ही माना जाता है। लेकिन इन सब के बीच इन जलप्रपातों की सैर के दौरान खतरों के आसार भी ज्यादा बढ़ जाते हैं। इस लेख के माध्यम से जानिए वॉटरफॉल की सैर के दौरान कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
ट्रेल्स संबधी सुरक्षा
खासकर मॉनसुन में जलप्रपातों की सैर के दौरान सुरक्षा का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है। आमतौर पर देखा जाता है कि बहुत से ट्रैवलर अधिक रोमांच की खोज में सुरक्षित ट्रेल्स से हटकर गलत रास्तों का चयन कर लेते हैं, जिस कारण स्थित कभी-कभी काफी ज्यादा गंभीर हो जाती है। इसलिए वॉटरफॉल के सफर के दौरान पहले से बने हुए ट्रेल्स का ही चुनाव करें। रास्तों का पूरा जायजा लें, स्थित अनुकूल न दिखने पर वापसी कर लें।
चलते समय पूरा रखे ध्यान
वॉटरफॉल अकसर चट्टानी स्थानों पर ही होते हैं, जहां के रास्ते ज्यादा पथरीले और चुनौतीपूर्ण होते हैं। खासकर मॉनसून के दौरान इन चट्टानी रास्तों पर फिसलन ज्यादा बढ़ जाती है, इसलिए चलते समय पूरा ध्यान रखें। आपकी जरा सी भी चूक आपको गंभीर रूप से चोटिल कर सकती है। अपने पैरों को जमा कर चलें, जिसके की बैलेंस बना रहे। ग्रिप वाले जूतों का इस्तेमाल करें, जिसके की पैरों की पकड़ बनी रहे। खड़ी चढ़ाई से बचें।
फोटोग्राफी करते समय सावधानी
फोटोग्राफी का क्रेज सब में ही होता है, खासकर जलप्रपातों जैसी खूबसूरत जगहों पर हर किसी का मन फोटो क्लिक करवाने का जरूर करता है। बहुत बार लोग पत्थरों पर खड़े होकर, बैठकर या लेट कर फोटो खिचवाते हैं। देखा गया है कि ऐसी जगहों पर ज्यादातर दुर्घटनाएं फोटोग्राफी के दौरान ही होती है।
इसलिए आप ऐसी गलती न करें, सुरक्षित स्थानों पर ही फोटो क्लिक करवाएं। भूल सी भी बड़ी चट्टानों या पत्थरों पर चढ़ने की कोशिश न करें, बारिश के कारण इनकर काई जम जाती है, और फिसलन ज्यादा होती है।
पानी में छलांग
जलप्रपातों के गिरते पानी में स्नान करने हर किसी का मन करता है, लेकिन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बहुत से झरनों में नहाने पर रोक होती है। लेकिन कई बार पर्यटक बिना कुछ सोचे ऐसे असुरक्षित झरनों में नहाने के लिए चले जाते हैं, और खतरा सिर मोड़ लेते हैं। इसलिए ऐसे वॉटरफॉल में नहाने से बचें जहां पहले ले ही स्नान वर्जित है। प्रशासन द्वारा बताई गई सावधानियों जरूर बरतें। और ध्यान रहे हादसे से बचने के लिए पानी में कूदने से बचें।
रहें अपडेट
यात्रा करने से पहले अमुख स्थान की पूरी जानकारी आपको होनी चाहिए। उस स्थान की सैर बिलकुल न करें जहां ज्याद बारिश हो रही है। जैसा की आप केरल के हालात देख सकते हैं, जहां भारी बारिश के कारण लोग बाढ़ से पीड़ित हैं, और कई लोग मौत के भी शिकार हो चुके हैं। इसलिए ऐसे जलप्रपात का बिलकुल भी प्लान बना बनाएं जहां भारी बारिश हो रही हो। अपडेट रहें ताकि आपको स्थान संबंधी पूरी जानकारी मिलती रहे। खबरों पर नजर जरूर बनाएं रखें।
आवश्यक सामग्री
यात्रा करने से पहले आवश्यक सामग्री आप अपने बैग में जरूर रख लें। ताकि सफर के दौरान आप प्रतिकूल स्थितियों का सामना कर सकें। जल्दी खराब न होने वाले पानी, फूड पैकेट्स, दवाईयां, कपड़े और अन्य। हो सके तो उस स्थान का एक मानचित्र अपने पास रखे, जिसके की इसका इस्तेमाल विपरीत परिस्थितियों में किया जा सके। अपने परिवार और करीबी दोस्तों को अपनी यात्रा संबधी सूचना जरूर दें, ताकी उन्हें उस स्थान के बारे में पता हो। ये थी कुछ जरूरी टिप्स, जिसे आप वॉटरफॉल की यात्रा के दौरान जरूर फॉलो करें।