सकलेशपुर कर्नाटक में स्थित एक छोटा सा शहर। यह भारत के पश्चिमी घाट की ऊंचाई पर स्थित एक हिल स्टेशन है। बता दें यह कॉफी, चाय और मसालों के बागानों से घिरा हुआ है। सकलेशपुर की अर्थव्यवस्था इन्हीं पर चलती है।
सकलेशपुर बंगलौर और मैंगलोर जैसे बड़े शहरों से आसानी से जुड़ा हुआ है। आपको बता दें सकलेशपुर में मानव और प्रकृति द्वारा बनाए गए दृश्य मंत्रमुग्ध कर देते हैं। यहां तारे के रूप में निर्मित सदियों पुराना मंजराबाद फोर्ट है, जो सकलेशपुर के प्रमुख आकर्षण में से एक है। साथ ही 600 साल पुराना सकलेश्वर मंदिर है, जहां परिवेश में उत्कृष्ट शिल्प कौशल का एक नमूना है। यह हेमवती नदी के तट पर विराजमान है। इसके अलावा आप पुष्पगिरी, डोड्डा बेट्टा और कुमारा पर्वत भी जा सकते हैं।
साथ ही आप सकलेशपुर ट्रेकिंग, रेलवे ब्रिज ट्रेकिंग, कुक्के सुब्रमण्य रोड जंक्शन के बीच 52 किमी लंबे रेलवे ट्रैक पर ट्रैक कर सकते हैं, यह आपको कम से कम 25 झरनों के दृश्यों से रूबरू कराता है।
सकलेशपुर मंदिर जाने की बात करें, तो यहां फरवरी के महीने में जाना अच्छा माना जाता है। क्योंकि यह इस महीने रथ यात्रा शुरू होती है। श्री सकलेश्वर स्वामी मंदिर सकलेशपुर के बस स्टैंड से केवल 1.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
समय
सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे के बीच आप भगवान शिव और हेमवती नदी को समर्पित दोनों मंदिर देख सकते हैं।
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