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कर्नाटक के चावल के कटोरे शिमोगा में क्या है एक ट्रैवलर के लिए जो उसे जरूर देखना चाहिए

By Belal Jafri

जैसा कि हम आपको अपने पिछले कई लेखों में बता चुके हैं कर्णाटक का शुमार भारत के सबसे खूबसूरत राज्यों में है। यहां ऐसा बहुत कुछ है जो किसी भी पर्यटक को अपनी खूबसूरती और प्राकृतिक सुंदरता के प्रति आकर्षित कर सकता है। इसी क्रम में आज हम आपको अवगत कराने जा रहे हैं कर्नाटक के एक बेहद शहर शिमोगा से, साथ ही हम आपको ये भी बताएंगे की इस सुन्दर शहर की यात्रा पर आपको वहां क्या क्या अवश्य करना चाहिए।

शिमोगा बैंगलोर से 275 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक खूबसूरत शहर है। इस जगह के नाम के विषय में शिमोगा के लोगों को मत है कि शिमोगा का मतलब "शिव का मुख" होता है। आपको बताते चलें कि, शिमोगा "कर्नाटक की रोटी की टोकरी" एवं "कर्नाटक की चावल का कटोरा" नाम से भी प्रसिद्ध है। स्थानीय लोग शिमोगा को "प्रथ्वी का स्वर्ग" मानते हैं, क्योंकि यह हर किसी को कुछ न कुछ देता है। यहां मंदिर, पहाड़ियां, प्राकृतिक सुन्दरता तथा भारत का सबसे ऊंचा एवं प्रसिद्ध जोग प्रपात भी है।

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बात यदि पर्यटन की हो तो यहां ऐसा बहुत कुछ है जो आने वाले किसी भी पर्यटक का मन मोह सकता है। पर्यटक यहां आकर झरने, व्यू पॉइंट, सनसेट प्वाइंट, श्रंगेरी शारदा मठ,शेर सफारी और तुंगा नदी पर बने बांध की यात्रा करना न भूलें। आइये इस आर्टिकल के जरिये जानें कि शिमोगा आने पर क्या क्या अवश्य देखना चाहिए आपको।

जोग फॉल्स

जोग फॉल्स

कर्नाटक के सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में शुमार जोग फॉल वो स्थान है जो हर साल अपनी सुंदरता से हज़ारों पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। साथ ही ये वॉटर फॉल देश का दूसरा सबसे ऊंचाई पर स्थित वॉटर फॉल है। राजसी प्रकृति में सर्वश्रेष्ठ जोग फॉल्स शायद प्रकृति की महिमा का सबसे शानदार उदाहरण है।वह शरावती नदी से उत्पन्न होता है और चार अलग धाराओं को मिलाकर बनता है और इन्हें राजा,रानी,रोवर और रॉकेट कहते हैं। आप अपनी शिमोगा यात्रा पर इस वॉटर फॉल को देखना न भूलें।
फोटो कर्टसी - Shuba

साकरेबायलु हाथी कैम्प

साकरेबायलु हाथी कैम्प

शिमोगा टाउन से 14 किमी की दूरी पर स्थित, साकरेबायलु हाथी प्रशिक्षण कैम्प प्रति वर्ष बहुत सारे यात्रियों को अपनी ओर खींचता है। हाथी कैम्प के नजदीक स्थित गजानूर बांध स्थल एक लोकप्रिय स्थल है। हाथियों के झुंड से छूट गये या अलग हो गये हाथी के बच्चों को यहां रखा जाता है।यहां हाथियों को अनुभवी महावतों द्वारा नियंत्रित कर प्रशिक्षित किया जाता है। साकरेबायलु हाथी कैम्प, बच्चों के साथ घूमने के लिए एक आदर्श स्थल है। हर कोई यहां तुंगा नदी में शानदार हाथियों के नहाते हुए देखने का लुत्फ उठाना पसन्द करेगा। आगन्तुकों को इन शानदार और विशालकाय हाथियों के साथ खेलने की अनुमति प्राप्त है। घूमने का समय सुबह 8:30 से 11 बजे तक है।
फोटो कर्टसी - Arun Prabhu

गजनूर बांध

गजनूर बांध

साकरेबायलु हाथी कैम्प से कुछ दूरी पर स्थित गजनूर बांध भी एक बेहद खूबसूरत घूमने लायक जगह है। मुख्य शहर शिमोगा से 12 किलोमीटर दूर इस बाँध को तुंगा नदी पर बनाया गया है। ये स्थान बहुत सुन्दर है अपनी शिमोगा यात्रा पर आपको यहां अवश्य जाना चाहिए।
फोटो कर्टसी - Hari Prasad Nadig

त्यवारेकोप्पा शेर तथा चीता सफारी

त्यवारेकोप्पा शेर तथा चीता सफारी

यवारेकोप्पा शेर एवं चीता सफारी शिमोगा नगर में एक लोकप्रिय गंतव्य है। यह सफारी पार्क 1988 में स्थापित किया गया। यह पार्क प्राकृतिक खूबसूरती तथा पक्षी एवं वन्य जीवों समेत कई दुर्लभ व प्रवासी पक्षियों, तेंदुआ, शेर, चीता, हिरन एवं भालुओं के लिए प्रसिद्ध है। प्रकृति प्रेमियों को यह स्थान निश्चित तौर पर पसंद आयेगा। प्रति वर्ष हजारों लोग 200 हेक्टेअर क्षेत्र में फैले इस सफारी पार्क में घूमने आते हैं। मानसून के बाद सितम्बर से जनवरी के मध्य का समय इस स्थान की यात्रा के लिए सर्वश्रेष्ठ समय है। शिमोगा में त्यावरेकोप्पा के निकट कई वन्यजीव अभ्यारण्य हैं।
फोटो कर्टसी - Eirik Refsdal

केलादी

केलादी

केलादी शिमोगा जिले में सागर शहर से निकटता में स्थित एक मंदिरों का शहर है। जगह अपने संग्रहालय और एक प्राचीन शिव मंदिर के लिए दर्शकों के बीच प्रसिद्ध है। यह उत्तरी कर्नाटक की यात्रा करने वाले लोगों के लिए जरूर देखने वाली जगह है, क्योंकि यह उन्हें प्राकृतिक सौंदर्य का पता लगाने और यहां स्थित धार्मिक स्थलों पर प्रार्थना करने का एकदम सही मौका प्रदान करती है।
फोटो कर्टसी - Wiki

शरवती नदी

शरवती नदी

यदि आप शिमोगा में हैं तो शरवती नदी की यात्रा अवश्य करें। आपको बताते चलें कि शिमोगा का मुख्य पर्यटक आकर्षण जोग फॉल भी इसी नदी से है। यहाँ की जैव विविधता अपने आप में बेमिसाल है साथ ही यहाँ का वन्य जीवन भी अपने में अतुलनीय है। ये नदी आज कई दुर्लभ जीवों को आश्रय प्रदान करती है। यदि आप शिमोगा में हों तो इस नदी की यात्रा को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें।
फोटो कर्टसी - Abhishek

मंडागडे पक्षी अभ्यारण्य

मंडागडे पक्षी अभ्यारण्य

शिमोगा जिले में स्थित मंडागडे पक्षी अभ्यारण्य खास तौर पर पक्षी प्रेमियों के लिए अवश्य घूमने वाली जगह है। तुंगा नदी के मध्य बसा यह द्वीप विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों को भोजन व शरण उपलब्ध कराता है। मंडागडे के मार्ग पर यात्री सेक्रीबाइल एलिफैन्ट ट्रेनिंग कैम्प तथा गजानूर बांध स्थल भी देख सकते हैं। 1.14 एकड़ में फैला यह पक्षी अभ्यारण्य एक आदर्श पिकनिक व कैम्पिंग स्थल भी है। अभ्यारण्य के अंदर एक वाचटावर है जहां से आप विभिन्न प्रजाति के पक्षियों को आसानी से देख सकते हैं।
फोटो कर्टसी - Karunakar Rayker

शिवप्पा नाइक पैलेस

शिवप्पा नाइक पैलेस

कर्नाटक का शिमोगा जिला केवल प्राकृतिक खूबसूरती, जलप्रपातों व वन्य जीव अभ्यारण्यों के लिए ही नहीं, बल्कि ऐतिहासिक महत्व के स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध है। ऐसा ही एक आकृषण स्थल शिवप्पा नाइक पैलेस है। इस महल का इतिहास 16वीं शताब्दी का है। महल को पूरी तरह केलाडी शासक शिवप्पा नायक द्वारा रोज वुड से बनवाया गया था। यह महल अब कर्नाटक के पुरातत्व विभाग की देख रेख में है। इस भवन में एक म्यूजियम भी है, जो केलाडी के सम्पन्न इतिहास व विरासत को दर्शाता है।
फोटो कर्टसी - Wiki

भोजन और शॉपिंग

भोजन और शॉपिंग

यहां आपको ऐसा बहुत कुछ मिलेगा जो आपने पहले न खाया होगा। आपको बता दें कि चावल की अधिकता के चलते यहां आपको चावल और उससे बने आइटम अधिक मिलेंगे। यहां आने के बाद आप यहां के एक विशेष व्यंजन अवलक्की का स्वाद लेना न भूलें। इसके अलावा यहां आपको अचार और पापड़ के भी अलग अलग प्रकार देखने को मिलेंगे। यदि बात शॉपिंग की हो तो यहां से आप हस्तशिल्प अपने घर ले जाना हरगिज़ न भूलें। ये स्थान अपने हस्तशिल्प के चलते कलाप्रेमियों के बीच खासा लोकप्रिय है। हमारा सुझाव है कि आप यहां आकर सरकारी एम्पोरियम से ही सामान लें।
फोटो कर्टसी - ideowl

कैसे जाएं शिमोगा

कैसे जाएं शिमोगा

सड़क मार्ग द्वारा - सड़क मार्ग द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग-206 पर तुमकुर, अर्सिकेर, बनवारा, कादुर, बिरूर, तारीकेर, तथा भद्रावती होते हुए शिमोगा पहुंचा जा सकता है। शिमोग बंगलौर से 247 किमी की दूरी पर स्थित है तथा कर्नाटक राज्य परिवहन निगम वाल्वो बसों द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा है।

रेल द्वारा - शिमोगा बंगलौर व मैसूर से शिमोगा स्टेशन के माध्यम से जुड़ा है। उत्तरी दिशा की ओर सम्पर्क के लिए, बिरूर जंक्शन शिमोगा के लिए सबसे नजदीकी स्टेशन है।

फ्लाइट द्वारा - शिमोगा के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा मंगलौर है, जो यहां से 180 किमी दूर है।

फोटो कर्टसी - Sankara Subramanian

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