चेन्नई भारत के चुनिंदा सबसे खूबसूरत शहरों में गिना जाता है, जिसका मुख्य आकर्षण यहां के समुद्री तट, प्राकृतिक आबोहवा और धार्मिक-सास्कृतिक पहलू हैं। गर्मियों की छुट्टियां बिताने के लिए यह शहर चुनिंदा खास तटीय स्थानों में आता है, जहां की अपार कुदरती संपदा आत्मिक और मानसिक शांति के लिए किसी औषधी से कम नहीं। यहां के समुद्री तट हर आयु वर्ग का स्वागत करते हैं, जहां आप सैर-सपाटे के साथ-साथ नेचर एडवेंचर का भरपूर आनंद उठा सकते हैं।
इस खास लेख में उन चुनिंदा खास स्थानों का विवरण दिया जा रहा है जहां का प्लान आप इन गर्मियों के दौरान बना सकते हैं। आइए जानते हैं उन खास स्थानों के बारे में।
अरिगनर अन्ना जूलॉजिकल पार्क
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अरिगनर अन्ना जूलॉजिकल पार्क चेन्नई के वंडालुर स्थित एक खूबसूरत जूलॉजिकल पार्क है, जिसे वंडालुर चिड़ियाघर भी कहा जाता है। वंडालुर तमिलनाडु, चेन्नई के दक्षिण-पश्चिम भाग का एक उपनगर है, जो मुख्य शहर के केंद्र से 31 किमी और चेन्नई हवाईअड्डे से 15 किमी की दूरी पर स्थित है।
इस पार्क का पिछला स्थान सन् 1855 में स्थापित किया गया था, जो भारत का पहला सावर्जिनक चिड़ियाघर बना। इस जूलॉजिकल पार्क का संबद्ध केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से है। यह पार्क लगभग 602 हेक्टेयर में फैला हुआ है।
यह पार्क लगभग 2,553 जीव-वनस्पतियों का घर है। 2010 के आंकड़ों के अनुसार यहां 47 स्तनधारी प्रजातियां, 63 पक्षी प्रजातियां, 31 प्रजाति रेंगने वाले जीवों की, 5 प्रजाजियां उभयचर जीवों की, 28 प्रजातियां मछलियों की और 10 कीड़ों की प्रजातियां हैं। इन गर्मियों आप इस पार्क के घूमने का प्लान बना सकते हैं।
चेन्नई का बोटेनिकल गार्डन
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चेन्नई का एक खूबसूरत बोटेनिकल गार्डन सेममोज़ी पुंगा नाम से है। इस पार्क की स्थापना तमिलनाडु सरकार के बागवानी विभाग द्वारी की गई है। जिसे 24 नवंबर 2010 को आम जन के लिए खोला गया था। यह गार्डन कैथेड्रल रोड-अन्ना सलाई जंक्शन में स्थित है। इस खूबसूरत गार्डन में लगभग 500 से ज्यादा वनस्पतियों को उगाया है। हरा-भरा यह स्थान पर्यटकों के मध्य काफी लोकप्रिय है।
यहां 80 ऐसे भी पेड़ हैं जो पार्क की स्थापना के पहले से ही यहां मौजूद थे। जिसमें कुछ लगभग 100 साल पुराने हैं। इस बगीचे में आपको बाहरी वनस्पतियों के अलावा देशी दुर्लभ पौधे, औषधीय और सुगंधित जड़ी-बूटियां देखने को मिलेंगी हैं। यहां उन प्रजातियों को भी जगह दी गई है जो चीन-थाईलैण्ड से आयात की गई हैं।
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मरीना बीच
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चेन्नई स्थित मरीना बीच एक खूबसूरत प्राकृतिक शहरी समुद्री तट है। जिसका कुछ हिस्सा बंगाल की खाड़ी से भी मिलता है। यह समुद्री तट उत्तर में फोर्ट सेंट जॉर्ज से शुरू होकर दक्षिण में फॉरेसहोर एस्टेट में खत्म होता है, जिसकी लंबाई लगभग 6 किमी की है। इस समुद्र तट की गिनती विश्व के चुनिंदा सबसे लंबे प्राकृतिक तटों में होती है।
यहां का समुद्री तट मुख्य तौर पर बलूआ है जो मुंबई के जुहू समुद्री तट को बनाने वाली छोटी, चट्टानी संरचनाओं के विपरीत है। इस बीच की चौड़ाई लगभग 300 मीटर की है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस समुद्री तट पर नहाना और तैरना पूर्ण रूप से वर्जित है।
लेकिन आप इस बड़े समुद्री तट की आबोहवा के बीच सैर-सपाटे का भरपूर आनंद ले सकते हैं। फोटोग्राफी के लिए यह जगह बेहद खास है। आप यहां अपने परिवार या दोस्तों के साथ आ सकते हैं।
पुलिकट झील
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तमिलनाडु स्थित पुलिकट झील दक्षिण भारत की चुनिंदा झीलों में शामिल है। जो अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जानी जाती है। इस झील की लंबाई लगभग 60 किमी और चौड़ाई 15 किमी की है। इस झील की गहराई 18 मीटर की है।
पुलिकट झील बोटिंग और पक्षी विहार के लिए एक आदर्श विकल्प मानी जाती है। आप यहां फ्लेमिंगो, किंगफिशर और इबिस जैसी पक्षी प्रजातियों को देख सकते हैं। आप यहां परिवार-दोस्तों के साथ एक अच्छा समय बिताने के लिए आ सकते हैं।
कपालीश्वर मंदिर, चेन्नई
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कपालीश्वर मंदिर चेन्नई के मैलापुर में स्थित एक खूबसूत मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर में माता पार्वती के पूजा कर्पगम्बल रूप में की जाती है। जिसे तमिल भाषा में इच्छा-पालन वृक्ष की देवी कहा गया है। यह एक प्राचीन मंदिर है जिसका निर्माण 7वीं शताब्दी में किया गया था। हिन्दुओं की आस्था से जुड़े इस मंदिर का निर्माण द्रवीड़ शैली में करवाया गया था।
पुराणों के अनुसार, शक्ति ने यहां एक मोर के रूप में शिव की पूजा की थी। इस प्राचीन मंदिर में शिव की पूजा कपालीश्वर रूप में कि जाती है। यहां भगवान शिव के प्रतीक के रूप में शिवलिंग मौजूद है। उपरोक्त स्थान के बाद अगर आप चाहें तो आप इस खास मंदिर के दर्शन कर अपनी यात्रा को विराम दे सकते हैं।