भारतीय उपमहाद्वीप, ऐतिहासिक व प्राकृतिक खूबसूरती का शुरू से ही गढ़ रहा है। प्राचीन मंदिरों से लेकर पहाड़ी खूबसूरती के मनोरम दृश्यों का आनंद लेने के लिए, दूर -दराज से आए सैलानियों का तांता लगा रहता है। यहां एडवेंचर के शौकिनों से लेकर प्रकृति प्रेमी, सब के लिए आनंदमयी खुराक उपलब्ध है।
वैसे देखा जाए तो ज्यादातर प्रर्यटक या ट्रैवलर्स उन्हीं जगहों को यात्रा में शामिल करते हैं, जिनके विषय में वो पहले से या किसी के माध्यम से जानकारी पाते हैं। शायद इसी वजह से कई आकर्षक जगहें नजरों के सामने नहीं आ पाती हैं। नेटिव प्लानेट की इस ट्रेवल सफारी में हमारे साथ जानिए भारत के उन छिपे हुए कोनों के बारे में जहां बिखरा है प्राकृतिक खूबसूरती का अनोखा रंग।
1- मार्बल रॉक्स, मध्यप्रदेश
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भारत का दिल कहा जाने वाला मध्यप्रदेश, शुरू से ही अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता रहा है। यहां पर्यटन के लिहाज से कई ऐसे दार्शनिक स्थल हैं, जो दूर दराज से आने वाले सैलानियों के मध्य काफी लोकप्रिय हैं। खजुराहो, पन्ना नेशनल पार्क, सांची, भीमबेटका , कान्हा नेशनल पार्क, ये कुछ ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जो दुनिया भर में जाने जाते हैं। पर शायद बहुत कम लोगों को पता है, कि मध्यप्रदेश में घूमने के लिहाज से और भी कई शानदार जगहे हैं, जिनकी खूबसूरती का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है।
संगमरमर चट्टानी क्षेत्र
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आपने जबलपुर का नाम तो सुना ही होगा, यहां से तकरीबन 25 किमी की दूरी पर भेड़ाघाट स्थित संगमरमर की चट्टानों से बना एक खूबसूरत क्षेत्र है, जिसके बारे में कम ही पर्यटक जानते हैं। नर्मदा नदी के तट पर सौ फुट तक की ऊंचाई वाला यह संगमरमर चट्टानी क्षेत्र यहां का मुख्य आकर्षण है। यह चमचमाता खूबसूरत चट्टानी क्षेत्र, 8 किमी तक फैला हुआ है। सूर्य की रोशनी में यहां का नजारा देखने लायक होता है, मानों इन संगमरमर की चट्टानों में जान आ गई हो। अगर आप मध्यप्रदेश आएं तो यहां आना न भूलें।
2- लिविंग ट्री रूट ब्रिज, मेघालय
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बादलों का घर कहा जाने वाला भारत का पूर्वोत्तर राज्य मेघालय, अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए विश्व भर में जाना जाता है। पहाड़ी राज्य होने के चलते यहां की पहाड़ी मेघों से घिरी रहती है। इस राज्य की राजधानी शिलांग, अपने पर्वतीय संरचनाओं के चलते पूर्व का स्कॉटलैंड कही जाती है। यहां प्रर्यटक ज्यादा इन्हीं पहाड़ी खूबसूरती का आनंद लेने के लिए आते हैं। यहां घूमने के लिहाज से कई पर्यटक स्थल है, जिनमें चेरापूंजी, एलीफेंटा फॉल, मासिनराम ,उनियाम , वार्ड्स लेक के अलावा कई प्रसिद्ध पर्यटक स्थल शामिल हैं। इन्हीं सब के बीच प्रकृति की अनमोल खूबसूरती से भरा एक एसा भी कोना है, जो अबतक सब की नजर से छिपा हुआ था, इस आकर्षक स्थल का नाम है, लिविंग ट्री रूट ब्रिज है।
पेड़ की खासियत
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यह रूट ब्रिज इस वक्त चर्चा का विषय बना हुआ। इस ब्रिज के रोमांचक नजारों को देखने के लिए आपको मेघालय स्थित चेरापूंजी आना होगा। जिस पेड़ की जड़ों से यह पुल बना है, उसका नाम फिकस इलास्टिक ट्री है। जो अपनी रूट से अन्य दूसरी सीरीज पैदा करते है। बता दें कि जब यहां के स्थानीय लोगों ने इस पेड़ की ये लचकदार खासियत देखी, तो इसे पुल बनाने के काम में लगा दिया। साथ ही इसकी जड़ों को बांधने जैसे अन्य कामों में भी इस्तेमाल करने लगे।
3- नीडल होल प्वाइंट, महाराष्ट्र
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महाराष्ट्र का महाबलेश्वर एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है, जो अपनी पहाड़ी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। महाराष्ट्र प्रांत का यह नगर हिन्दुओं का प्रमुख तीर्थस्थल भी माना जाता है। यहां घूमने के लिहाज के कई ऐसे पहाड़ी स्पॉट हैं, जिनके बारे में कम ही ट्रैवलर्स जानते हैं। महाबलेश्वर के पास ही एक खूबसूरत 'नीडल होल प्वाइंट' है। कहा जाता है, पहाड़ की ऊंचाई वाले इस प्लाइंट से नीचे का नजारा देखने लायक होता है।
प्रकृति की अनमोल खूबसूरती
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यहां से आप प्रकृति की अनमोल खूबसूरती का आसानी से आनंद उठा सकते हैं। सैलानियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यहां सुरक्षा का इंतजाम भी किया हुआ है, क्योंकि कई बार यहां खतरे की स्थिति पैदा हो जाती है। इसलिए अच्छा होगा आप सुरक्षा के घेरे में रहकर यहां के नजारों का लुफ्त उठाएं।
4- लोकटक झील, मणिपुर
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भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर स्थित लोकटल लेक साफ पानी की खूबसूरत झील मानी जाती है। यह झील अपने तैरते हुए द्वीपों, वनस्पतियों के लिए जानी जाती है। झील में तैरते हुए मिट्टी से बने द्वीपों को यहां स्थानीय भाषा में कुंदी कहा जाता है। अगर आप चाहें तो इस झील के मनोरम दुश्यों का आनंद उठा सकते हैं। बता दें यह झील विलुप्त होने की कगार पर खड़ी संगई हिरण की अंतिम प्रजाती का घर भी है।
तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान
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प्राकृतिक खूबसूरती के लिहाज से इस झील को भारतीय सरकार ने एक संरक्षित क्षेत्र का दर्जा दे दिया है। और अब यह विश्व का एकमात्र तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान बन गया है। बता दें कि प्रर्यटन के अलावा इस झील का इस्तेमाल आर्थिक कामों के लिए भी किया जाता है। जैसे बिजली उत्पादन, पीने व सिंचाई के प्रयोग के लिए। अपने साफ पानी के चलते यह झील जलीय जीवों का घर भी है, जहां आप मछलियों को भी देख सकते हैं। बता दें कि इंफाल से इस झील तक पहुंचने के लिए लगभग 53 किमी का सफर तय करना पड़ता है।
5- बेलम केव, आंध्र प्रदेश
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अगर आप भारत की सबसे लंबी गुफा देखना चाहते हैं, तो आंध्र प्रदेश जरूर आएं। वैसे यहां बहुत सी गुफाएं हैं, लेकिन यहां स्थित बेलम केव सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। इसकी लंबाई 3229 मीटर है, जिसे सुनते ही प्रर्यटक रोमांचित हो उठते हैं। ये गुफाएं अब यहां स्थित अराकू वैली का प्रमुख पर्यटन स्थन बन गई है।
चट्टानों की विभिन्न आकृतियां
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अगर आप इस गुफा के अद्भुत नजारों को देखना चाहते हैं तो इस गुफा के अंदर की सैर करें। इसकी अंदर की दुनिया सबसे अलग है, यहां आपको चट्टानों की विभिन्न आकृतियां देखने को मिलेगी। अपने से बनी ये कलाकृतियां किसी भी शिल्पकार को एक पल के लिए दंग कर सकती हैं। साथ ही इस गुफा के कुछ हिस्से ऐसे भी हैं, जहां किसी को जाने की इजाजत नहीं।