उत्तर भारत से अलग दक्षिण भारत भी अपनी ऐतिहासिक विरासतों के लिए पूरे विश्व भर में जाना जाता है। दक्षिण हिन्दू राजाओं के अलावा यहां मुगलों ने भी काफी समय तक राज किया, जिनकी निशानी के तौर पर यहां कई प्राचीन संरचनाओं को देखा जा सकता है। कर्नाटक की बात करें तो उस दौरान यहां मैसूर के अलावा राज्य के कई बड़े हिस्सों में मुगल शासन क्षेत्र फैला हुआ था। जिसमें बीदर का भी नाम शामिल है।
बीदर उस समय एक महत्वपूर्ण गढ़ हुआ करता था। सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, वास्तुकला महत्व के लिए यहां की यात्रा कि जा सकती है। यह शहर एक पठारी क्षेत्र पर बसा है, जहां आज भी कई प्राचीन संरचनाएं मौजूद हैं। इस खास लेख में जानिए पर्यटन के लिहाज यह ऐतिहासिक शहर आपके लिए कितना खास है, जानिए यहां के सबसे शानदार स्थलों के बार में।
बीदर का किला
PC- Bidar - Fort
बीदर शहर कई ऐतिहासिक विरासतों के लिए जाना जाता है, अगर आप इतिहास प्रेमी हैं, और प्राचीन वास्तुकला को देखना चाहते हैं, तो बीदर फोर्ट आपके लिए एक आदर्श विकल्प है। यह किला दक्षिण के बहमनी साम्राज्य के गर्व का प्रतीक माना जाता है, जिसका निर्माण बहमनी साम्राज्य के शक्तिशाली शासकसुल्तान अलाउद्दीन बहमन के करवाया था।
यह किला फारसी वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह विशाल संरचना बीदर के मुख्य आकर्षणों में गिनी जाती है। इसके अलावा भी आप यहां अन्य ऐतिहासिक संरचनाओं को देख सकते हैं।
बहमनी के मकबरे
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बीदर के ऐतिहासिक आकर्षणों में आप बहमनी के 12 मकबरों के समूह को भी देख सकते हैं। कला-वास्तुकला के प्रेमियों के लिए यह स्थल काफी ज्यादा मायने रखता है। बहमनी के मकबरे बहमनी साम्राज्य के कई शासकों से संबंध रखते हैं, जो कभी यहां शासन किया करते थे। इन मकबरों में अहमद शाह अलवाली बहमन का मकबरा देखने लायक है। शाह अलवाली बीदर के नवे शासक थे।
इस मकबरे के आंतरिक भाग को चटक रंगों और कलाकृतियों से सजाया गया है। शाह अलवाली की पत्नी और बेटों के मकबरे भी यहां मौजूद हैं। यहां आकर आप इतिहास के कई अहम पहलुओं को समझ सकते हैं, और अपने ज्ञान का विस्तार कर सकते हैं।
नरसिम्हा झीरा गुफा मंदिर
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बीदर के शानदार स्थलों में आप प्रसिद्ध नरसिम्हा झीरा गुफा मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं। गुफा के अंदर मौजूद यह मंदिर बीदर के अलावा पूरे कर्नाटक के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में गिना जाता है। माना जाता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई मुराद जरूरू पूरी होती है, इसलिए यहां श्रद्धालुओं का अच्छा खासा जमावड़ा लगता है।
यह अद्भुत गुफा मंदिर भगवान विष्णु के नरसिम्हा अवतार को समर्पित है, जो आधे शेर और आधे इंसान के रूप में जाने जाते हैं। यह गुफा मंदिर भी अपनी उत्कृष्ट वास्तुकला के लिए जाना जाता है। यह गुफा मंदिर मुख्य शहर बीदर से 1 किमी की दूरी पर स्थित है।
महमूद ज्ञान मद्रास
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बिदर स्थित अन्य आकर्षणों में प्राचीन महमूद गवन मदरसा भी शामिल हैं। यह मदरसा इस्लामी शिक्षा का एक बड़ा केंद्र माना जाता था जिसका निर्माण 15 शताब्दी में बहमनी शासकों ने करवाया था। यह एक आवासीय शिक्षण केंद्र था जहां इस्लाम से जुड़ी परंपराओं और संस्कृति के बारे में पढ़ाया जाता है।
लेकिन बाद में यह मदरसा मुगल शासक औरंगजेब द्वारा हमले के तहत ध्वस्त कर दिया गया था। आज यह स्थल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अंतर्गत है। यह अपनी उल्लेखनीय वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है।
गुरुद्वारा नानक झीरा साहिब
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उपरोक्त स्थानों के अलावा आप यहां सिखों के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल गुरु नानक झीरा साहिब का दौरा भी कर सकते हैं। यह गुरुद्वारा बीदर में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले स्थानों में गिना जाता है। यहां रोजाना कई श्रद्धालु और पर्यटक इस पवित्र स्थल के दर्शन के लिए आते हैं।
यह गुरुद्वारा सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी को समर्पित जिसे 1948 में बनाया गया था। आत्मिक और मानसिक शांति के लिए आप इस स्थल को बीदर यात्रा में शामिल कर सकते हैं।