आजकल के बच्चे या पीढ़ी बस मोबाइल फोन या इंटरनेट में ही उलझे रहते हैं। अगर आप इन चीज़ों से दूर रहकर अपने आसपास नज़र डालें तो आप पाएंगे कि हमारे देश में ही ऐसी कई खूबसूरत जगहें हैं जो आपके मन और दिमाग को सुकून पहुंचा सकती हैं।
एडवेंचरस, पहाड़ों या समुद्रतटों, भारत में आपको ये सब मिल जाएंगे। दक्षिण भारत के तमिलनाडु में ऐसे कई वन्यजीव स्थल हैं जो आपके दिल को खुश कर सकते हैं। अगर आपको वन्यजीवों से प्यार है तो एक बार इन जगहों पर आपको जरूर आना चाहिए।
यहां पर शुष्क और गीले दोनों तरह के जंगलों का संगम मिल जाएगा। हरे सदाबहार वन और वन्यजीव जैसे कि टाइगर, बिसोन, बंदर और हाथी एवं वनस्पतियां यहां देखने को मिलेंगी। इन जगहों पर स्वदेशी और प्रवासी दोनों तरह के पक्षी देखने को मिल सकते हैं। कुछ पक्षी कोरमोरेंट्स, स्टोर्क्स, हेरोन, पेलिकन, ग्रेब्स, डार्टर्स और पक्षियों की कई अन्य तरह की प्रजातियां देखने को मिलेंगी। इस जगह पर ही मगरमच्छ और मछली की उतपित्त हुई थी और छोटी गिलहरी भी यहीं देखने को मिलती है।
तो चलिए जानते हैं तमिलनाडु के वन्यजीव अभ्यारण्यों के बारे में।
अन्नामलई वन्यजीव अभ्यारण्य
इंदिरा गांधी वन्यजीव अभ्यारण्य को ही अन्नामलई वन्यजीव अभ्यारण्य के नाम से जाना जाता है। यहां पर पक्षियों की 250 प्रजातियां और 315 तरह की रंग-बिरंगी तितलियां देख सकते हैं। तितलियों को देखते हुए पहाड़ों और पेड़ों के बीच से होकर गुज़रना वाकई में अद्भुत अनुभव देता है।
वाइल्ड डॉग, पोरक्यूपिन, फ्लाइंग स्क्वारल, जैकाल, पैंथर, स्लोथ बीयर, हिरएण, जंगली भालू, पैंगोलिअन और सिवेट कैट भी यहां देख सकते हैं। ये जगह कोयंबटूर से 93 किमी दूर है। यहां पर पौधों की 2000 से भी ज्यादा प्रजातियां मौजूद हैं जिनमें औषधीय गुण भी मौजूद हैं। यहां खूबसूरत झरने, बांध, तालाब, घास के पर्वत और एलीफेंट ट्रेनिंग सेंटर देखने को मिलेंगे। ये सब चीज़ें आपकी ट्रिप को और भी ज्यादा दिलचस्प बना देंगी। दिसंबर के मध्य लेकर फरवरी तक यहां आ सकते हैं।
मुदुमलई वन्यजीव अभ्यारण्य
बर्ड वॉचिंग के शौकीन लोगों के लिए ये जगह बहुत खास मानी जाती है। यहां पर दक्षिण भारत के हाथी अधिक संख्या में देखने को मिलेंगे। इसके अलावा बाज़, बुलबुल, हैरियर, बाज़, गिद्ध, छोटे हरे बेरबेट, हरे कबूतर, चित्तीदार बब्बलर, मोर, ग्रे जंगल फाउल, मालाबार व्हिस्लिंग थ्रश, शमा, मैगपाई-रॉबिन, बड़ी पूंछ वाले ड्रोंगो और शिकारी बाज देख सकते हैं। फोटोग्राफर्स के लिए इस जगह पर बहुत कुछ खास मौजूद है।
थेप्पाकडु से आप इस अभ्यारण्य में प्रवेश कर सकते हैं। थेप्पाकडु से अभ्यारण्य तक हाथी की सवारी का मज़ा भी ले सकते हैं। हाथी पर बैठकर अभ्यारण्य आना आपको किसी शाही सवारी जैसा लगेगा।
यहां पर निजी वाहन या पैदल आने पर पाबंदी है इसलिए आपको मिनी बस सफारी से आना पड़ेगा। मोयर वॉचटॉवर को भी यहां कैसे भूल सकते हैं। मोयर जॉर्ज और झरनों का मज़ा तो यहीं ले सकते हैं। दिसंबर से जून तक आप इस जगह को देखने आ सकते हैं।
प्वॉइंट कैलिमेर वन्यजीव अभ्यारण्य
इस अभ्यारण्य को कोडिकरई वन्यजीव अभ्यारण्य के नाम से भी जाना जाता है और ये जगह थंजावुर से 115 किमी दूर पड़ती है। धूप में चमकते कछुए और चमकीले पानी में तैरती डॉल्फिन मछलियों को देखना आंखों को जैसे खुशी देता हो। बच्चों को इस जगह पर खूब ूज़ा आता है। टील्स, गुल्स, प्लोवर्स, टर्न्स, सैंडपाइपर्स, शैंक्स और हेरोंस जैसे पक्षियों को पेड़ पर घर बनाते हुए देख सकते हैं।
इस अभ्यारण्य में सबसे ज्यादा फ्लेमिंगा देखने को मिलते हैं। वसंत ऋतु में यहां कोयल, मैना जैसे पक्षियों की मधुर आवाज़ गूंजने लगती है। नवंबर से जनवरी तक किसी भी समय आप इस अभ्यारण्य को देखने आ सकते हैं।
अन्ना जू-लॉजिकल पार्क
चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन से 38 किमीद दूर 602 हेक्टेयर में फैला है अन्ना जू-लॉजिकल पार्क। इस हरे-भरे अभ्यारण्य में 138 वनस्पतियों की प्रजातियां और 46 दुर्लभ वन्यजीवों की प्रजातियां मौजूद हैं। एशियाटिक शेर, बंगाल टाइगर, चीता, नीलगिरी लंगूर, कैप्ड लंगूर, होग डियर, बार्किंग डिअर, संगाई और मार्श मगरमच्छ देख सकते हैं। इसके अलावा एंफीबियन, सांप, स्तनपाई और वॉटर-मॉनिटर छिपकली पाई जाती है।
परिवार या दोस्तों के साथ यहां पिकनिक मनाने आ सकते हैं। इस जगह का सबसे खास हिस्सा इसकी लाइब्रेरी है जहां आपको अभ्यारण्य से जुड़ी हर तरह की जानकारी मिल जाएगी। एशियाटिक लॉयन एंक्लोज़र की ओर 15 मिनट की लॉयन सफारी का मज़ा भी ले सकते हैं। यहां रेप्टाइल हाउस, प्री-हिस्टोरिक एनीमल पार्क, जू-स्कूल और ओटेरी झील भी देख सकते हैं।
वेदांथंगल पक्षी अभ्यारण्य
चेन्नई से 75 किमी दूर इस अभ्यारण्य में एक लाख से भी ज्यादा पक्षी चहचहाते हैं। यहां पर ग्रे हेरोन, इग्रेट्स, डार्टर्स, स्पूनबिल्स, पेंटिड स्टोर्क, ओपन बिल्ड स्टोर्क, कॉमन टील्स, स्नेक बर्ड्स, कोरमोरेंट्स, व्हाइट आइबिस, नाइट हेरोंस और ग्रे पेलिकंस देखने को मिलेंगे।
खुले आसमान में पक्षियों को उड़ते देख आपका मन भी इनके साथ उड़ने का करेगा। इस जगह पर दो वॉचटॉवर भी मौजूद हैं जहां से आपको इस जगह का बेहद ही खूबसूरत नज़ारा देखने को मिलेगा। नवंबर से फरवरी के बीच आप यहां आ सकते हैं।
तमिलनाडु के इन खूबसूरत अभ्यारण्यों में फोटोग्राफर्स और पक्षी प्रेमियों को काफी कुछ मिलेगा। इस बार छुट्टियों का मज़ा आप इन जगहों पर भी ले सकते हैं।