हिमाचल प्रदेश उत्तर भारत का एक लोकप्रिय राज्य है, जो अपने खूबसूरत परिदृश्यों के लिए जाना जाता है, यह खूबसूरत राज्य अपनी गोद में कई खूबसूरत जगहों को समेटे हुए हैं, जिन्हें जीवन में एकबार आपको अवश्य घूमना चाहिए।
इसी क्रम में आज हम आपको बताने जा रहे हैं, हिमाचल प्रदेश के बेहद खूबसूरत हिल-स्टेशन केलोंग के बारे में। समुद्री स्तर से 3350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, हिमालय का यह ख़ूबसूरत शहर केलांग "मठों की भूमि" के नाम से प्रसिद्ध है। केलांग की प्रशंसा में जाने माने लेखक रुडयाड किप्लिंग ने यह कहा कि "यहाँ भगवन वास करते है, इंसानों के लिए यहाँ कोई स्थान नहीं"। ऊँची ऊँची पहाड़ियां और वादियों पर छाई हरियाली मन को आनंदित करती हैं।
मनाली-लेह राजमार्ग पर स्थित, केलांग एडवेंचर लवर्स के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है, यहां आने वाले पर्यटक इस खूबसूरत सी जगह पर ट्रेकिंग, बाइकिंग और अन्य साहसिक गतिविधियों का मजा ले सकते हैं।
यह शहर एक ओएसिस है क्योंकि यह सफेद हिमपात वाले पहाड़ों और भूरे रंग के पहाड़ी पहाड़ों के बीच स्थित है। यह खूबसूरत जगह नदियों, पहाड़, और सुंदर परिदृश्य प्रस्तुत करती है। आइये जानते हैं केलोंग में घूमने की जगहों के बारे में
कर्दंग मठ
केलांग से केवल 5 कि.मी दूर कर्दंग मठ काफी प्राचीन गोम्पा है। यह प्राचीन गोम्पा भगा नदी के किनारे, 3500 मीटर की ऊंचाई पर है। यह लग भग 900 साल पुराना है और यह मठ बुद्धियों के द्रुप कग्युद्ध स्कूल के अंतर्गत है। 12 वी सदी में बने इस मठ का ग्रंथालय भारत का सबसे बड़ा बौद्ध ग्रंथालय है। इस ग्रंथालय में भोटिया और शर्पा भाषाओं में लिखे कंग्युग और तंग्युग धर्म ग्रन्थ मौजूद है।
शासुर मठ
केलोंग के उत्तर की ओर 3 कि.मी. की दूरी पर स्थित यह मठ एक पहाड़ी पर बना हुआ है। जून जुलाई के महीने में यहां हजारों की तादाद में हज़ारों की संख्या में दर्शक दैत्य नृत्य देखने के लिए आते हैं। 17वीं शताब्दी में स्थापित शासुर मठ में 84 बौद्धों का इतिहास दर्शाया गया है।
त्युल गोम्पा
केलोंग से 6 कि.मी. स्थित तयुल गोम्पा घाटी की सब से पुरानी मठों से एक है। यह स्थान यहाँ स्थित गुरु पद्मसंभव की लगभग 5 मी. ऊँची मूर्ति तथा क्युंगर पुस्तकालय के लिए प्रसिद्ध है।
अब शिमला,मनाली नहीं बल्कि घूमें हिमाचल की ख़ास खूबसूरत जगहों को
सूरज ताल
ये हैं भारत की खूबसूरत झीले..जिन्हें देख आप हो जायेंगे मदमस्त
पिन वैली नेशनल पार्क
Pc:4ocima
यात्रियों को पिन वैली पार्क के निदेशक की अनुमति प्राप्त करने के उपरान्त ही इस पार्क में प्रवेश मिलता है ।
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दारचा
Pc: Sean McAree
केलोंग से करीबन 24 किमी की दूरी पर स्थित दारचा समुद्री स्तर से 3360 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जोकि ट्रैकिंग के दौरान कैम्पिंग के लिए प्रसिद्ध है।
एडवेंचर एक्टिविटीज
Pc: Ashwin Iyer
सकते हैं । यह स्थान भी रॉक क्लाइम्बिंग" loading="lazy" width="100" height="56" />प्रवासी पक्षियों को निहार सकते हैं । यह स्थान भी रॉक क्लाइम्बिंग
कैसे आयें केलांग?
Pc:Kiran Kulkarni
यात्री यहाँ रोड मार्ग, रेल मार्ग या हवाई मार्ग द्वारा आ सकते हैं। भुंटूर हवाई अड्डा केलांग के लिए सब से नज़दीकी हवाई अड्डा है जो केवल165 कि.मी की दूरी पर है। यहाँ से भारत के कई प्रमुख शहर जैसे दिल्ली, मुंबई के लिए उड़ानों की सेवा उपलब्ध है। जोगिन्दर रेलवे स्टेशन यहाँ का सब से नजदीकी रेलवे स्टेशन है जो केवल 280 कि.मी दूर है। यात्री किसी सरकारी या निजी बस द्वारा मनाली होते केलांग पहुँच सकते हैं।