गुंटूर आंध्र प्रदेश का एक प्राचीन शहर है, जो बंगाल की खाड़ी से लगभग 64 किमी की दूरी पर स्थित है। यह शहर प्राकृतिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से काफी ज्याद लोकप्रिय है। गुटूंर की गिनती राज्य के उन चुनिंदा पर्यटन स्थलों में होती है, जहां सालभर पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है, यहां देखने और घूमने-फिरने के लिए कई शानदार स्थल मौजूद है। यह प्राचीन स्थल सांप्रदायिक सद्गभावन को भी भली भांति प्रदर्शित करता है, आपको यहां हिन्दू, बौद्ध और इस्लाम का अनुसरन करने वाले अनुयायी मिल जाएंगे। यह राज्य के अन्य बड़े शहरों से अच्छी तरह जुड़ा है, और आप यहां सुगम परिवहन साधनों की मदद से आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां के दर्शनीय स्थलों में आप अमरावती, नागार्जून सागर डैम, अमरेश्वर मंदिर, कोंडविडु मंदिर आदि स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं। लेकिन आज हम आपको इस लेख में माध्यम से गुंटूर के निकटवर्ती स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका भ्रमण आप नवंबर के दौरान कर सकते हैं, जानिए ये स्थल आपको किस प्रकार आनंदित कर सकते हैं।
हैदराबाद
गुंटूर से आप हैदराबाद की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह एक प्राचीन शहर है, जिसे निजामों का शहर भी कहा जाता है। यह प्राचीन शहर काफी लंबे समय तक दक्षिण के शक्तिशाली राजवंशों के अधीन रहा। निजाम काल के दौरान यहां कई प्राचीन संरचनाओं को निर्माण करवाया गया था, जिन्हें आप हैदराबाद भ्रमण के दौरान देख सकते हैं। यहां के लोकप्रिय दर्शनीय स्थलों में आप चारमीनार, गोलकुंडा फोर्ट, हुसैन सागर झील, चौमहल्ला पैलेस, सालारजंग संग्रहालय, एनटीआर बाग, बिडला मंदिर, लाड बाजार, कमल सरोवार, पुरानी हवेली आदि को देख सकते हैं।
वारंगल
गुंटूर से आप वारंगल की सैर का प्लान बना सकते हैं। वारंगल भारत के तेलंगाना राज्य के चुनिंदा प्राचीन शहरों में गिना जाता है, जहां साल भर पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है। आप यहां इतिहास से जुड़ी कई खूबसूरत संरचनाओं को देख सकते हैं। वारंगल की भूमि प्राचीन काल के कई शक्तिशाली राजवंशों के प्रभाव क्षेत्र में रह चुकी है। आप यहां के मुख्य आकर्षणों में वारंगल का किला देख सकते हैं, जिसे 1199 ईस्वी के दौरान बनवाया गया था । इसके अलावा आप यहां पाखल झील, काकतीय रॉक गार्डन, हजार स्तंभों वाला मंदिर, रामप्पा झील, भद्काली मंदिर आदि को देख सकते हैं। एक शानदार यात्रा के लिए आप यहां का प्लान बना सकते हैं।
कर्नूल
गुंटूर से आप कर्नूल की सैर का प्लान बना सकते हैं। कर्नूल, आंध्र प्रदेश राज्य का एक लोकप्रिय शहर है, जो ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से काफी महत्व रखता है। इस शहर को रायलसीमा का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। आध्र का एक बड़ा इतिहास कर्नूल की भूमि से जुड़ा है। प्राचीन काल में यह दक्षिण के कई शक्तिशाली साम्राज्यों के प्रभाव क्षेत्र में रह चुका है। आप यहां कई प्रसिद्ध ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों को देख सकते हैं। यहां के दर्शनीय स्थलों में आप कोंडा रेड्डी किला, रॉक गार्डन, रोलापडु वन्यजीव अभयारण्य , यागंती आदि को देख सकते हैं।
राजमुंदरी
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गुंटूर से आप राजमुंदरी की सैर का प्लान बना सकते हैं। गोदावरी नदी के किनारे स्थित राजमुंदरी राज्य का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जहां पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है। दरअसल यह राज्य का एक प्राचीन शहर है जिसे आंध्र प्रदेश का सांस्कृतिक शहर भी कहा जाता है। आप यहां भव्य मंदिरों की एक लंबी कतार यहां देख सकते हैं। देशभर से श्रद्धालु यहां आस्था के साथ भ्रमण के लिए आते हैं। जानकारी के अनुसार यह शहर 11 शताब्दी में चालुक्यों के शासनकाल के दौरान अस्तित्व में आया था । यहां देखने के लिए यह कई खास पर्यटन स्थल मौजूद हैं, जिन्हें आप राजमुंदरी की यात्रा के दौरान देख सकते हैं। आप यहां पापी हिल्स, कादियापुलंक, गोदावरी नदी, कोटिलिंगेश्वर मंदिर, मार्कंडेय मंदिर आदि दर्शनीय स्थलों को देख सकते हैं।
काकीनाडा
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उपरोक्त स्थलों के अलावा आप गुंटूर से काकीनाडा की सैर का प्लान बना सकते हैं। काकीनाड, आंध्र प्रदेश का एक खूबसूरत शहर है, जो विजाग से 168 कि.मी, राजमुंदरी से 64 और हैदराबाद से 459 कि.मी की दूरी पर स्थित है। माना जाता है कि यहां पहले यूरोपियन लोगों की बसावट के बाद यह शहर विकसित हुआ। काकीनाडा को फर्टिलाइजर सीटी के नाम से भी संबोधित किया जाता है। पर्यटन स्थलों में आप यहां लक्ष्मी नरसिंह मंदिर, द्राक्षराम भीमेश्वर स्वामी मंदिर, श्री भवनारायण स्वामी मंदिर, अन्नवम, कोरिंगा अभयारण्य आदि को देख सकते हैं।