Search
  • Follow NativePlanet
Share
» »राजस्थान का ऐसा किला,जहां से शुरु हुई थी देश की गुलामी की दास्तां

राजस्थान का ऐसा किला,जहां से शुरु हुई थी देश की गुलामी की दास्तां

जाने अकबर के किले के बारे में जिसे अब अजमेर के किले के रूप में जाना जाता है...

By Goldi

हमने आपको अपने लेखों के जरिये भारत के कई किलों से रूबरू करा चुके हैं, इसी क्रम में आज हम आपको रूबरू कराने जा रहे हैं,अकबर के किले से।

अगर इतिहास में है दिलचस्पी तो सैर करें भारत की 500 साल पुरानी ऐतिहासिक इमारतों कीअगर इतिहास में है दिलचस्पी तो सैर करें भारत की 500 साल पुरानी ऐतिहासिक इमारतों की

अकबर मुगलों के बादशाह थे,जिन्हें अकबर-ऐ-आज़म (अर्थात अकबर महान), शहंशाह अकबर, महाबली शहंशाह के नाम से भी जाना जाता है। भले ही अकबर की राजधानी आगरा थी, लेकिन उन्होंने अजमेर में एक किले का निर्माण कराया था, जोकि राजस्थान ने मजबूत किलों में से एक है।

यह हैं भारत के 5 बेमिसाल किलेयह हैं भारत के 5 बेमिसाल किले

मुगल बादशाह अकबर ने इस किले का निर्माण 1571 से 1574 ईस्वी में कराया था। बादशाह जहांगीर ने 1613 से 1616 के दौरान यहीं से सैन्य अभियानों का संचालन किया। इसमें चार बड़े बुर्ज और विशाल दरवाजे हैं।

किसी में भूत और आत्माएं तो कहीं कभी नहीं आ सका दुश्मन ऐसे हैं भारत के ये 30 किलेकिसी में भूत और आत्माएं तो कहीं कभी नहीं आ सका दुश्मन ऐसे हैं भारत के ये 30 किले

इसका प्रयोग मुगल सम्राट जहाँगीर और मुगल दरबार के अंग्रेज राजदूत सर थॉमस रो, की बैठक की जगह के रूप में किया गया था। यह महल बादशाह एवं उनके सैनिकों के लिए निवास स्थान के रूप में प्रयुक्त होता था जब वे अजमेर में होते थे।

किले का इतिहास

किले का इतिहास

राजस्थान के अजमेर मे में स्थित अकबर का किला,एक राजकीय संग्रहालय भी है। इस किले का निर्माण 1570 ई में हुआ था। बादशाह जहांगीर ने 1613 से 1616 के दौरान यहीं से सैन्य अभियानों का संचालन किया था। इस संग्रहालयमें प्राचीन मूर्तियाँ, सिक्के, पेंटिंग्स, कवच आदि रखे हुए हैं।

हर साल आते थे ख्वाजा

हर साल आते थे ख्वाजा

बताया जाता है कि,अकबर हर साल ख्वाजा साहब के दर्शन करने और राजपूताना के युद्धों में भाग लेने के लिए यहाँ आया करता था। अकबर ने अपने ठहरने के लिए क़िले का निर्माण करवाया, जो अकबर के क़िले के नाम से जाना जाता है। बादशाह जहाँगीर भी यहां पर बने - झरोखे से लोगों को दर्शन देता था। हल्दी घाटी के युद्ध को अंतिम रूप इसी किले में दिया गया था।PC:AdityaVijayavargia

818 में अंग्रेजों ने कर लिया था कब्जा

818 में अंग्रेजों ने कर लिया था कब्जा

1818 में इस क़िले पर अंग्रेज़ों ने अधिकार कर लिया था। अंग्रेज़ों ने इसका इस्तेमाल राजपूताना शस्त्रगार के तौर पर किया और वे इसे 'मैग्जीन' के नाम से पुकारते थे।PC:Unknown

1818 में अंग्रेजों ने कर लिया था कब्जा

1818 में अंग्रेजों ने कर लिया था कब्जा

1818 में इस क़िले पर अंग्रेज़ों ने अधिकार कर लिया था। अंग्रेज़ों ने इसका इस्तेमाल राजपूताना शस्त्रगार के तौर पर किया और वे इसे 'मैग्जीन' के नाम से पुकारते थे।PC:Unknown

1908 में किले से बन गया म्यूजियम

1908 में किले से बन गया म्यूजियम

1908 में इसे संग्रहालय में बदल दिया गया, जिसमें छठी एवं सातवी शताब्दी एवं उसके बाद की कई हिन्दू मूर्तियाँ रखी हुई हैं। इन मूर्तियों की अधिकतर बनावट राजपूत और मुगल शैली के मिश्रण को दर्शाती है।PC:Sita Ram

अकबर का किला

अकबर का किला

काले संगमरमर से बनी देवी काली की एक बड़ी प्रतिमा यहाँ का सबसे प्रसिद्ध आकर्षण है। प्राचीन सैन्य और युद्ध उपकरण, प्राचीन तोपखाने और हथियार, मूर्तियाँ और पत्थर की मूर्तियाँ भी इस संग्रहालय में देखी जा सकती है।PC:Unknown

अकबर का किला

अकबर का किला

इस किले को अकबर किले के नाम से नहीं बल्कि अजमेर किले के नाम से जाना जाता है।PC: A.Savin

तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X